भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का Uttarakhand State Foundation Day समारोह में सम्बोधन
मैं आज राज्य स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर उत्तराखंड के सभी निवासियों को बहुत-बहुत बधाई देती हूं।
मैं आज राज्य स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर उत्तराखंड के सभी निवासियों को बहुत-बहुत बधाई देती हूं।
वर्ष 2022 batch के आप सभी IPS Probationers से मिलकर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। आप सब कठिन परिश्रम के बल पर कड़ी प्रतिस्पर्धा में सफलता प्राप्त करके IPS के लिए चुने गए। इसके लिए मैं आप सबको बधाई देती हूँ। अपना प्रशिक्षण पूरा करने के बाद आप सब पुलिस अधिकारियों के रूप में बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी निभाएंगे।
मुझे एयरोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया की 75वीं वर्षगांठ मनाने के लिए आयोजित किए जा रहे समारोह में भाग लेने में प्रसन्नता हो रही है। यह एक ऐसा संगठन है जिसको कई मायनों में आधुनिक जीवन में क्रांति लाने का श्रेय दिया जाता है।
1948 में अपनी साधारण शुरुआत से लेकर आज तक, 75 वर्षों में एयरोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया ने यह सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास किया है कि न केवल एक ज्ञान-प्रणाली के रूप में वैमानिकी तेजी से बढ़े, बल्कि यह यह हर नागरिक के जीवन पर भी प्रभाव डाले।
मैं, आप सब को सिविल सेवा और इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करने और प्रतिष्ठित सेवाओं में आने के लिए बधाई देती हूं। यहां आपकी उपस्थिति आपकी कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और दृढ़ता को दर्शाती है।
आज आयोजित हो रहे तीसरे Audit दिवस के अवसर पर सबसे पहले मैं भारत में Audit व्यवस्था के लिए कार्यरत लगभग 45 हजार लोगों की टीम के प्रत्येक सदस्य को बधाई देती हूं। आज के ही दिन यानी 16 नवंबर को, वर्ष 1860 में भारत के प्रथम Auditor General को नियुक्त किया गया था। इस तरह देश की वर्तमान audit व्यवस्था के पीछे एक 160 वर्षों से भी लंबी अवधि की विरासत विद्यमान है।
सबसे पहले, मैं आपको सैन्य इंजीनियर सेवा में आपके चयन के लिए बधाई देती हूं। इस प्रतिष्ठित सेवा में आपको इंजीनियरिंग के क्षेत्र में उत्कृष्टता के माध्यम से हमारे सशस्त्र बलों और देश की सेवा करने का अवसर प्राप्त होगा। यहां आपकी उपस्थिति देश के विकास के प्रति आपकी प्रतिबद्धता और समर्पण को दर्शाती है।
वर्ल्ड फूड इंडिया (डब्ल्यूएफआई) के समापन सत्र में आपके बीच आकर मुझे खुशी हो रही है। मैं, भारत के सभी क्षेत्रों और विदेशों से आए सभी प्रतिनिधियों और प्रतिभागियों को अपनी शुभकामनाएं देती हूं।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर, सुकमा, बस्तर, दांतेवाड़ा, कांकेर, नारायणपुर और राजनंदगांव तथा मध्य प्रदेश के बालाघाट से आए मेरे प्यारे युवा साथियों, आप सबका राष्ट्रपति भवन में हार्दिक स्वागत है। आज आपसे मिलकर मुझे अपने गाँव की याद आ गयी। यहां उपस्थित बेटियों में मैं आपने आप को देख पा रही हूं। आपके चेहरे की चमक देख कर मुझे लग रहा है कि आप लोग बहुत कुछ देखने और सीखने के लिए उत्सुक हैं।
Project Tiger के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित इस Exhibition में शामिल होकर मुझे हार्दिक प्रसन्नता हो रही है। देश के दूर- सुदूर हिस्सों से आए अपने जनजातीय भाइयों-बहनों को यहां देखकर मुझे हर्ष हो रहा है।
यह प्रसन्नता की बात है कि इस आयोजन द्वारा Tiger Reserves के आस-पास रहने वाले लोगों तथा वनों और वन्य-जीवों के बीच के सम्बन्धों को कलाकृतियों के माध्यम से दर्शाया जा रहा है। इस पहल के लिए मैं National Tiger Conservation Authority और Sankala Foundation की सराहना करती हूं।
आप सब को Ladakh Foundation Day की मैं बहुत-बहुत बधाई देती हूं। आज के दिन यानी 31 अक्तूबर को वर्ष 2019 में पारित किए गए अधिनियम के द्वारा लद्दाख की एक Union Territory के रूप में अलग पहचान बनी। मुझे इस बात की बहुत प्रसन्नता है कि राष्ट्रपति के रूप में लद्दाख की मेरी पहली यात्रा Ladakh Foundation Day के दिन शुरू हो रही है।