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भारत के राष्ट्रपति द्वारा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हैल्थ एण्ड न्यूरोलाजिकल साइंसिज (निमहैन्स), बंगलौर को एक राष्ट्रीय महत्त्व के संस्थान के रूप में देश को समर्पित करने के अवसर पर अभिभाषण

speechमैं आज इस ऐतिहासिक अवसर पर यहां आकर प्रसन्न हूं। जैसा कि हम जानते हैं कि नेशनल इन्स्टीट्यूट ऑफ मैन्टल हेल्थ एण्ड न्यूरोलोजिकल साईंसिज अथवा निमहैन्स को मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए जाना जाता है। 1850से इसकी आरंभिक यात्रा से, निमहैन्स, आज राष्ट्रीय महत्त्व के अग्रणी संस्थान के रूप में विकसित हो गया है। नीमहन्स ने निषेध और पुनर्वास के साथ देखभाल को

तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम वेदपाठशाला के उद्घाटन के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण

speech1. एआई-भीमवरम में आज वेदपाठशाला का उद्घाटन करना मेरा सौभाग्य है। मुझे विश्वास है कि वेदपाठशाला वैदिक ज्ञान,वाचिक परंपराओं तथा हमारी विरासत के प्रोत्साहन केंद्र के रूप में उभरेगा। मैं वैदिक शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों के लाभ के लिए वेदपाठशाला खोलने की पहल के लिए तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम को बधाई देता हूं।

भारतीय आर्थिक संघ के 98वें वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण

SPEECH1. मुझे, भारतीय आर्थिक संघ के 98वें वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन के अवसर पर आज आपके बीच उपस्थित होकर प्रसन्नता हुई है। भारतीय आर्थिक संघ के साथ मेरा एक लंबा संबंध रहा है,इसलिए जब मुझे वर्तमान सत्र के उद्घाटन के लिए डॉ.

स्वच्छ और स्वस्थ समाज के लिए आध्यात्मिक सशक्तीकरण कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर सम्बोधन

स्वच्छ और स्वस्थ समाज के लिए आध्यात्मिक सशक्तीकरण कार्यक्रम के  शुभारंभ के अवसर पर सम्बोधन

‘स्वच्छ और स्वस्थ समाज के लिए आध्यात्मिक सशक्तीकरण’ के विषय पर यह कार्यक्रम आयोजित करने के लिए मैं ब्रह्माकुमारी संस्थान की सराहना करती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का National Board of Examinations in Medical Sciences के 22वें दीक्षांत एवं पुरस्कार समारोह में संबोधन

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का National Board of Examinations in Medical Sciences के 22वें दीक्षांत एवं पुरस्कार समारोह में संबोधन

आज Diploma, Doctorate और Fellowship की उपाधियां प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को मैं बधाई देती हूं। स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की मैं विशेष सराहना करती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का विश्व होम्योपैथी दिवस समारोह में संबोधन

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का विश्व होम्योपैथी दिवस समारोह में संबोधन

Homoeopathy से जुड़े सभी लोगों को आज मैं World Homoeopathy Day की हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं। चिकित्सकों, अनुसंधान-कर्ताओं, औषधि निर्माताओं, शिक्षकों, विद्यार्थियों तथा Homoeopathy में रुचि रखने वाले अन्य लोगों का इतनी बड़ी संख्या में यहां उपस्थित होना इस चिकित्सा पद्धति के व्यापक प्रभाव का प्रमाण है। साथ ही, यह Homoeopathy के उज्ज्वल भविष्य का संकेत भी है।

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