भारतीय सिनेमा के शताब्दी समारोहों के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति,श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण
भारतीय सिनेमा के शताब्दी समारोहों के अवसर पर,आप सबके बीच आकर मुझे बहुत खुशी हो रही है,जिसे तमिलनाडु सरकार और साउथ इंडियन फिल्म चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया है।
श्री अरविंद अंतरराष्ट्रीय शिक्षा केन्द्र के विद्यार्थियों को संबोधित करने के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण
मुझे एक असाधारण अतीत, एक अच्छे वर्तमान और सुनहरे भविष्य के संगम स्थल पर उपस्थित होकर खुशी हो रही है। माना जाता है कि प्राचीन पुदुच्चेरी ऋषि अगस्त का धाम रहा है जिन्होंने उत्तर से आकर दक्षिण में अपना बसेरा बनाया और इस प्रकार
पांडिचेरी विश्वविद्यालय के तेईसवें दीक्षांत समारोह के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण
मुझे आज पांडिचेरी विश्वविद्यालय के तेईसवें दीक्षांत समारोह में उपस्थित होकर तथा इस शुभ अवसर के लिए आज यहां आए हुए विद्यार्थियों के उल्लास और रोमांच को देखकर प्रसन्नता हुई है।
एशिया एवं प्रशांत के लिए एकीकृत ग्रामीण विकास केंद्र की शासी परिषद की उन्नीसवीं बैठक के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण
मुझे आज एशिया एवं प्रशांत के लिए एकीकृत ग्रामीण विकास केंद्र की उन्नीसवीं बैठक के उद्घाटन के लिए आपके बीच उपस्थित होकर गर्व का अनुभव हो रहा है। मैं, अपने देश की ओर से उन सभी विशिष्ट प्रतिनि
बेल्जियम के प्रधानमंत्री के साथ शिष्टमंडल स्तर की बातचीत में अवसर अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का प्रारंभिक उद्बोधन
महामहिम प्रधानमंत्री एलियो डी. रूपो,
मैं आपके स्वागत के गर्मजोशी भरे शब्दों के लिए धन्यवाद देता हूं। ब्रुसेल्स की यात्रा करना और आपके साथ बातचीत करने का अवसर प्राप्त करना वास्तव में सुखद है।
मैं भारत बेल्जियम के संबंधों पर नजर डालने के लिए आपका धन्यवाद करता हूं। मैं अपनी राजकीय यात्रा के लिए आपके आतिथ्य और आपकी सरकार द्वारा किए गए शानदार प्रबंध की गहरी प्रशंसा करता हूं। मैं आपको अपने शिष्टमंडल के सदस्यों का परिचय करवाना चाहूंगा।
महामहिम,
भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी द्वारा सीनेट के अध्यक्ष और बेल्जियम संसद की प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष द्वारा आयोजित मध्याह्न भोज के अवसर पर समापन अभिभाषण
महामहिमगण, विशिष्ट अतिथिगण,
आरंभ में मुझे और मेरे शिष्टमंडल के गर्मजोशी भरे स्वागत और आतिथ्य के लिए, मैं अपना गहरा आभार प्रकट करता हूं। बेल्जियम संसद में उपस्थित विशिष्ट सभा को संबोधित करना एक विशेष सम्मान और गौरव की बात है। अपनी स्थापना के 180 से अधिक वर्षों के दौरान इस संसद ने बेल्जियम के लोकतांत्रिक ढांचे को सुदृढ़ बनाने में एक प्रमुख भूमिका निभाई है।
इस्तांबुल विश्वविद्यालय द्वारा मानद उपाधि प्रदान किए जाने के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का स्वीकृति अभिभाषण
इस्तांबुल विश्वविद्यालय के रेक्टर प्रोफेसर डॉ. युनुस सोयलेट,
राजनीति विज्ञान संकाय के डीन प्रोफेसर डॉ. एमरा सेंगिज,
विशिष्ट अतिथिगण
देवियो और सज्जनो,