भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का आईसीएआर-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान में द्वितीय भारतीय चावल कांग्रेस में संबोधन
मुझे आज आप सबके बीच आकर प्रसन्नता हुई है। मुझे यहाँ युवा वैज्ञानिकों, विशेषकर महिला वैज्ञानिकों को देखकर और प्रसन्नता हो रही है। आज आप यहां दूसरी भारतीय चावल कांग्रेस में भाग लेने के लिए एकत्र हुए हैं, जिसमें इन चार दिनों में इस जरूरी अनाज से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा की जाएगी। यह प्रसन्नता की बात है कि चावल अनुसंधान और भारत की खाद्य सुरक्षा और आजीविका के लिए अपना समय और ऊर्जा लगाने वाले प्रतिभाशाली वैज्ञानिक यहाँ इकट्ठे हुए हैं।