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भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय आदिम जाति सेवक संघ के 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित समारोह में सम्बोधन (HINDI)

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ठक्कर बापा द्वारा स्थापित किए गए ‘भारतीय आदिम जाति सेवक संघ’ ने सेवा कार्य के 75 वर्ष पूरे कर लिए हैं। इसके लिए, मैं भारतीय आदिम जाति सेवक संघ तथा इससे जुड़ी लगभग 105 संबद्ध इकाइयों के सभी पूर्ववर्ती और वर्तमान कार्यकर्ताओं की सराहना करती हूं।

इस समारोह में देश के विभिन्न क्षेत्रों से यहां आए जनजातीय भाई-बहनों को ठक्कर बापा की प्रेरक स्मृति से जोड़ने के लिए मैं भारतीय आदिम जाति सेवक संघ की सराहना करती हूं। आज प्रस्तुत किए गए आदिवासी लोकनृत्यों के सभी कलाकारों की मैं प्रशंसा करती हूं।

ADDRESS BY THE HON’BLE PRESIDENT OF INDIA, SMT. DROUPADI MURMU ON THE OCCASION OF CALL ON BY THE PROBATIONERS OF INDIAN TRADE SERVICE & INDIAN COST ACCOUNTS SERVICE

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I am delighted to meet all of you. I congratulate you all on your selection into the prestigious services. You will be shouldering important responsibilities in these two services. I am sure you will discharge your duties with complete dedication and excellence. Your decisions and actions will have a widespread impact on the country’s economy and a lasting impact on the overall development of the country.

KEYNOTE ADDRESS BY THE HON’BLE PRESIDENT OF INDIA SMT. DROUPADI MURMU AT INDIA-MALAWI BUSINESS MEET

It is a great pleasure for me to be the first Indian President to visit the “Warm Heart of Africa”. I am delighted to address the business community of India and Malawi.

India and Malawi share cordial and friendly bilateral relations. India was one of the first countries to establish diplomatic relations with Malawi immediately after its Independence in 1964.  However, the people to people ties between the two countries span over 140 years. Coincidentally, this year also marks the 60th anniversary of the establishment of diplomatic relations between the two countries.

भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का 5वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार समारोह में संबोधन (HINDI)

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आप सभी के बीच आकर मुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। विभिन्न वर्गों में आज राष्ट्रीय जल पुरस्कार प्राप्त करने वाले सभी विजेताओं को मैं हार्दिक बधाई देती हूं। विभिन्न श्रेणियों में प्रथम पुरस्कार प्राप्त करने वाले सभी हितधारकों को मैं विशेष बधाई देती हूं। मैं आशा करती हूं कि इस समारोह के माध्यम से विजेताओं की “Best Practices” अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचेगी। इससे जल संसाधनों के उचित प्रबंधन तथा सक्षम उपयोग को बढ़ावा मिलेगा।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का मलावी में भारतीय समुदाय द्वारा आयोजित अभिनंदन समारोह में संबोधन (HINDI)

मुझे आज ‘Warm Heart of Africa’ मलावी में आप सभी के बीच उपस्थित होकर बड़ी प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। भारत के राष्ट्रपति की मलावी की यह पहली यात्रा है, और मैं मलावी आने के लिए निमंत्रण देने तथा मुझे और मेरे प्रतिनिधिमंडल के स्वागत और आतिथ्य के लिए मलावी सरकार की आभारी हूं। मेरे साथ हमारे Minister of State श्री सुकांत मजूमदार, और संसद सदस्य श्री अतुल गर्ग और श्री मुकेशकुमार दलाल भी हैं, और हम अपने साथ 140 करोड़ भारतीयों का अभिनंदन लेकर आये हैं।

मित्रों,

भारत की राष्‍ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का Siachen Base Camp में संबोधन (HINDI)

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आप सभी जवानों और अधिकारियों से यहां आकर मिलने की मेरी इच्छा आज पूरी हो रही है। मैं आप सबसे मिलकर बेहद खुशी का अनुभव कर रही हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय कला महोत्सव में सम्बोधन (HINDI)

आज हम सब राष्ट्रपति निलयम में देश की समृद्ध संस्कृति और ‘विविधता में एकता’ का उत्सव मना रहे हैं। हम यहां पूर्वोत्तर भारत की अनूठी कला-संस्कृति को जीवंत रूप में देख रहे हैं। मुझे यहां के pavilions में उत्कृष्ट हस्तशिल्प, हथकरघा और अन्य कलाओं का प्रदर्शन देखने को मिला। पूर्वोत्तर के GI उत्पादों से लेकर असम के माजुली मास्क, त्रिपुरा के रिगनाई कपड़ा, अरुणाचल प्रदेश के मोंपा वस्त्र और मिजोरम के पुंचेई कपड़ा, प्रत्येक उत्पाद अपने आप में अनूठा है। नागालैंड के कारीगरों द्वारा नेटल यार्न की hand-spinning, मणिपुर के lotus silk निकालने की प्रक्रिया, मेघालय की खेनेग कढ़ाई और सिक्किम की थंगका पेंटिंग को

ADDRESS BY THE HON’BLE PRESIDENT OF INDIA, SMT. DROUPADI MURMU ON THE OCCASION OF 21 ST CONVOCATION OF NALSAR UNIVERSITY OF LAW

I convey my hearty congratulations to all the students who have been awarded their degrees in this convocation.

I share the joy of those students who have received medals for their extraordinary accomplishments.

I appreciate the contribution of the faculty-members and the entire team of the University in helping the students reach a major milestone in their life and career.

I understand the sense of fulfilment among the family-members who have been helping and encouraging the students.

भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में सम्बोधन

इस समारोह में आप सब के बीच आकर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। मैं उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को बधाई देती हूं। आज स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को मैं विशेष बधाई देती हूं। आज का दिन न सिर्फ उपाधि प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों के लिए विशेष है, बल्कि उनके शिक्षकों और अभिभावकों के लिए भी अत्यंत हर्ष का दिन है। मैं सभी शिक्षकों और अभिभावकों की सराहना करती हूं जिनके सहयोग और प्रोत्साहन से विद्यार्थी इस उपलब्धि को प्राप्त कर सके हैं।

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