भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षांत समारोह में सम्बोधन (HINDI)
महान राष्ट्रवादी विचारक एवं भारतीय राजनीति की सम्मानित विभूतियों में से एक, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के नाम पर स्थापित इस विश्वविद्यालय में आकर मुझे हार्दिक प्रसन्नता हो रही है। मैं आज उपाधि और पदक प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को बधाई देती हूं। मुझे यह देखकर अत्यंत प्रसन्नता हुई है कि आज दिए गए स्वर्ण पदकों में से अधिकांश पदक बेटियों को मिले हैं। यह प्रदर्शन बेटियों के वर्चस्व को रेखांकित करता है। मुझे यह जानकर भी हर्ष का अनुभव हुआ है कि इस विश्वविद्यालय और इससे सम्बद्ध कॉलेजों में शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों में लड़कियों की संख्या लड़कों की तुलना में दोगुनी है। यह एक बड़े बदला