building-logo

फिनलैंड गणराज्य के राष्ट्रपति द्वारा आयोजित राजभोज के अवसर पर भारत के माननीय राष्ट्रपति का अभिभाषण

हेलसिंकी, फिनलैंड : 15-10-2014

Download : Foreign Vist pdf(84.12 KB)

फिनलैंड के राष्ट्रपति, महामहिम श्री सौली नीनिस्तो

मैं आपके सम्मानजनक उद्गारों के लिए आभारी हूं। मध्यरात्रि के सूर्य के देश में इस विशिष्ट जन-समूह के बीच उपस्थित होना वास्तव में मेरे लिए प्रसन्नता और अत्यंत सम्मान का विषय है। मैं फिनलैंड की सरकार और उसकी मैत्रीपूर्ण जनता के लिए भारत गणराज्य की सरकार और जनता की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं लेकर आया हूं।

महामहिम, सबसे पहले,मुझे और मेरे शिष्टमंडल के हार्दिक स्वागत और आतिथ्य सत्कार के लिए मैं आपका धन्यवाद करता हूं। हमें फिनलैंड आकर खुशी हो रही है।

महामहिम, विशिष्ट देवियो और सज्जनो,

भारत में, हम फिनलैंड को लैपलैंड की रमणीयता और इसके नागरिकों की मेहनतकश प्रकृति से परिचित हैं। हम फिनलैंड को एक ऐसे उन्नत समाज के रूप में देखते हैं जिसने सहजता से और सफलतापूर्वक एक सुव्यवस्थित रूप से संचालित राष्ट्र के रूप में विकास किया है। हम फिनिश मूल्य प्रणाली की सराहना करते हैं जो शिक्षा और उच्च उत्पादकता को महत्व देती है,और जिज्ञासा और नवान्वेषण की भावना को प्रोत्साहित करती है तथा सच्चे अर्थों में महिलाओं को समानता प्रदान करती है। भारत फिनलैंड के साथ अपनी मैत्री और सहयोग को बहुत अहम मानता है।

भारत और फिनलैंड की सरकार और जनता ने वर्षों के दौरान मैत्री और सहयोग का एक घनिष्ठ और लाभकारी संबंध विकसित किया है। हमारी,साझे मूल्यों और सहयोग पर आधारित परस्पर विश्वास से भरपूर विशिष्ट मैत्री है। भले ही हम भौगोलिक दूरी के कारण दूर हों,हाल के वर्षों में हमारा सहयोग निरंतर बहुआयामी,ऊर्जाशीलऔर बहुत लाभकारी बनता गया है।

राष्ट्रपति महोदय, हाल के वर्षों में हमारे द्विपक्षीय आर्थिक और वाणिज्यिक संबंध घनिष्ठ हुए हैं।2013में, हमारा द्विपक्षीय व्यापार एक बिलियन डॉलर को पार कर गया। तथापि,हमारी अर्थव्यवस्थाओं के तुलनात्मक आकार तथा बहुत से क्षेत्रों में व्यापक समान हितोंको देखते हुए,व्यापार और निवेश के वर्तमान स्तर को काफी बढ़ाने की आवश्यकता है,और मुझे विश्वास है कि यह अवश्य बढ़ेगा। हम उन कुछ मुद्दों पर,जिन्हें हम महत्वपूर्ण और अत्यावश्यक मानते हैं, भारत का समर्थन करने के लिए फिनलैंड के आभारी हैं। फिनलैंड, आतंकवाद के मुद्दे पर भारत के निरंतर और सैद्धांतिक नजरिए का दृढ़ता से समर्थन करता रहा है। हम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के लिए भारत के न्यायोचित दावे के प्रति आपके सहयोग के लिए आभारी हैं।

भारत, फिनलैंड की सुदृढ़ अर्थव्यवस्था और उन्नत प्रौद्योगिक क्षमताओं की सराहना करता है। फिनलैंड ने ढांचागत विकास,संचार और सूचना प्रौद्योगिकी, स्वच्छ ऊर्जा,पोतनिर्माण, विनिर्माण,जैवप्रौद्योगिकी,स्वास्थ्य सेवा और सेवाओं में शानदार प्रगति की है। हम इन क्षेत्रों में अपने द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने,फिनलैंड के सफल अनुभव और कार्यप्रणाली से सीखने तथा नए और नवान्वेषी उत्पादों और प्रौद्योगिकी के निर्माण में फिनलैंड के साथ जुड़ना चाहेंगे। मुझे विश्वास है कि जिन समझौतों पर हमने हस्ताक्षर किए हैं,उनसे हमारे लोगों के पारस्परिक लाभ के लिए, मिलकर कार्य करने के नए रास्ते और अनेक नए अवसर खुलेंगे। भारत अपने ढांचागत क्षेत्रों पर नजर डालने तथा नई सरकार की‘भारत में निर्माण’ पहल में अपने भारतीय समकक्षों के साथ जुड़ने के लिए फिनलैंड के निवेशकों और उद्यमियों को आमंत्रित करता है। हम साझे हित के क्षेत्रों में नई साझीदारियों और सहयोग के स्थापित होने की उम्मीद करते हैं।

महामहिम, वैश्विक प्रतिस्पर्धा के इस युग में,विश्वस्तरीय नवान्वेषण में फिनलैंड की बढ़त एक प्रमुख विशेषता है। अनुसंधान और नवान्वेषण को उद्योग के साथ जोड़ने के लिए आपने जो प्रणालियां स्थापित की हैं वे विश्व में सर्वोत्तम हैं। इससे फिनलैंड को अपने औद्योगिक क्षेत्र तथा निर्यात के लिए उन्नत प्रौद्योगिकी का विकास करने में मदद मिली है। आपने, सरकारी नीति के मार्गदर्शन के लिए भविष्य के लिए अपनी संसदीय समिति के रूप में एक अद्वितीय संस्थागत क्षमता का निर्माण किया है। भारत,फिनलैंड से बहुत कुछ सीख सकता है।

महामहिम, देवियो और सज्जनो,

भारत में, हम फिनलैंड को 1952 के हेलसिंकी ग्रीष्मकालीन ओलंपिक के लिए याद करते हैं, जहां भारत ने अपने राष्ट्रीय खेल हॉकी में स्वर्ण पदक तथा कुश्ती में एक कांस्य पदक जीता था।

हम अपने महान दार्शनिक और कवि, गुरु रविन्द्रनाथ टैगोर को भी याद करते हैं जिन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान‘अपघात’ (बम्बसेल) शीर्षक से रचित एक कविता में फिनलैंड का उल्लेख किया था। मुझे प्रसन्नता है कि गुरुदेव टैगोर की रचनाओं का फिनिश भाषा में अनुवाद किया गया है तथा उनको फिनलैंड में बहुत सराहा गया है। हम अपनी संस्कृति और विरासत में फिनिश लोगों की दिलचस्पी का स्वागत करते हैं। हम उन्हें भारत की यात्रा करने के लिए आमंत्रित करते हैं। फिनलैंड उन देशों में से है जिसके नागरिकों को हम आगमन पर वीजा की सुविधा प्रदान कर रहे हैं। मुझे विश्वास है कि आने वाले दिनों और वर्षों में ऐसे संबंधों से हमारे लोगों के बीच एक स्थाई सदृढ़ मैत्री का आधार निर्मित होगा।

इन्हीं शब्दों के साथ, महामहिमगण,देवियो और सज्जनो, आइए हम सब मिलकर;

- फिनलैंड गणराज्य के महामहिम राष्ट्रपति, श्री सौली नीनिस्तो, और श्रीमती येन्नी हाउकियो के स्वास्थ्य और खुशहाली;

- भारत और फिनलैंड की जनता की निरंतर सफलता, प्रगति, समृद्धि और खुशहाली, तथा

- भारत और फिनलैंड की मैत्रीपूर्ण जनता के बीच मित्रता और स्थायी सहयोग की कामना करें।

धन्यवाद।

Subscribe to Newsletter

Subscription Type
Select the newsletter(s) to which you want to subscribe.
The subscriber's email address.