भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का सैन्य इंजीनियर सेवाओं के प्रोबेशनर्स द्वारा मुलाकात के अवसर पर संबोधन

राष्ट्रपति भवन : 03.11.2023

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भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का सैन्य इंजीनियर सेवाओं के प्रोबेशनर्स द्वारा मुलाकात के अवसर पर संबोधन

सबसे पहले, मैं आपको सैन्य इंजीनियर सेवा में आपके चयन के लिए बधाई देती हूं। इस प्रतिष्ठित सेवा में आपको इंजीनियरिंग के क्षेत्र में उत्कृष्टता के माध्यम से हमारे सशस्त्र बलों और देश की सेवा करने का अवसर प्राप्त होगा। यहां आपकी उपस्थिति देश के विकास के प्रति आपकी प्रतिबद्धता और समर्पण को दर्शाती है।

मुझे बताया गया है कि आज यहां उपस्थित अधिकारी भारतीय रक्षा सेवा इंजीनियर्स, आर्किटेक्ट कैडर और एमईएस के सर्वेयर कैडर से हैं। हम सब जानते हैं कि एमईएस एक प्रमुख निर्माण विभाग है जो रक्षा बलों को उनकी परिचालन तैयारियों में वृद्धि के लिए समर्पित इंजीनियरिंग सहायता प्रदान करता है। एमईएस सीमावर्ती क्षेत्रों सहित देश भर में आवासीय और तकनीकी कार्यालय भवनों, अस्पतालों, सड़कों, रनवे और समुद्री संरचनाओं का निर्माण करता है। निर्माण क्षेत्र में कार्य चलता रहता है और इस क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने के लिए आपको नवीनतम तकनीकों का उपयोग करना होगा।

प्यारे अधिकारियों,

आप एक इंजीनियर के रूप में इस महत्वपूर्ण संगठन के कार्यबल का हिस्सा बनने जा रहे हैं। एक इंजीनियर की भूमिका सिर्फ गणना, डिजाइनिंग और निर्माण तक ही सीमित नहीं है। यह बहुत व्यापक है और इसमें समुदायों को जोड़कर रखना, सपनों को साकार करना और भविष्य का निर्माण करना शामिल है। आप जैसे युवा अधिकारियों के पास ऐसा भौतिक बुनियादी ढांचा तैयार करने की शक्ति है, जो मजबूत और टिकाऊ हो।

युवा अधिकारियों के रूप में जिन्होंने अभी-अभी सेवा में प्रवेश किया है, उनको पर्यावरणीय चुनौतियों और जलवायु परिवर्तन के मुद्दों के बारे में अच्छी तरह से पता होना चाहिए। ऐसी संरचनाओं का डिजाइन और निर्माण करना आपका कर्तव्य है जो पर्यावरण के अनुकूल, टिकाऊ हों और नवीकरणीय ऊर्जा के बढ़ते प्रयोग को बढ़ावा दें। ग्रीन इंजीनियरिंग आज के समय की मांग है। मुझे यह जानकर खुशी हुई कि एमईएस विभिन्न उपायों से राष्ट्रीय कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में योगदान दे रहा है। एमईएस गृह रेटिंग अनुरूप संरचनाओं का निर्माण कर रहा है और इसने सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए हैं। मुझे विश्वास है कि आज यहां उपस्थित युवा अधिकारी नए विचार, नई ऊर्जा और भरपूर उत्साह लाकर इन प्रयासों को और आगे भी जारी रखेंगे।

प्यारे प्रोबेशनर्स!

आप सबका एक लंबा करियर है। मैं, आप सभी से ईमानदारी, सत्यनिष्ठा और दृढ़ता के साथ कार्य करने का आग्रह करती हूं। ये गुण आपको उत्कृष्टता प्राप्त करने में मदद करेंगे। आपको हमेशा गुणवत्ता, सुरक्षा और नवाचार के उच्चतम मानक स्थापित करने के लिए प्रयास करने चाहिए। आपकी परियोजनाओं में आपके समर्पण और प्रतिबद्धता के प्रमाण मिलने चाहिए। मैं सराहना करता हूं कि एमईएस ने अपनी परियोजनाओं में गुणवत्ता, उपयोगकर्ता संतुष्टि और सुरक्षा के उच्च मानकों को प्राप्त करने के लिए अपने 'आवास के पैमाने' और 'रक्षा कार्य प्रक्रिया' में परिवर्तन किया है।

सभी क्षेत्रों विशेषकर इंजीनियरिंग के क्षेत्र में नवीनतम और उन्नत तकनीकों का उपयोग करना बहुत महत्वपूर्ण है। आज, निर्माण उद्योग 3डी, टिकाऊ सामग्रियों के उपयोग और स्मार्ट बुनियादी ढांचे के निर्माण जैसे क्षेत्रों में अनुसंधान और नवाचार के माध्यम से परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। आप सबको इन सक्रिय विकास कार्यों में सबसे आगे रहना चाहिए और सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके कार्य में नवीनतम प्रगति स्पष्ट दिखनी चाहिए। मुझे यह जानकर खुशी हुई कि एमईएस अपनी परियोजनाओं में अत्याधुनिक निर्माण तकनीक का उपयोग कर रहा है।

इंजीनियरिंग के क्षेत्र में लगातार विकास हो रहा है, जिसमें नई प्रौद्योगिकियाँ और विधियाँ आश्चर्यजनक गति से सामने आ रही हैं। आपको परिवर्तन को स्वीकार करने के लिए तैयार रहना होगा। ऐसे समय में जब हमारा देश वैश्विक स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों में नए मानक स्थापित कर रहा है, आपको गर्व होना चाहिए कि आप एक ऐसी सेवा का हिस्सा हैं जो देश और उसके सशस्त्र बलों की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है और राष्ट्रीय और वैश्विक मंच पर हो रहे परिवर्तनों को अपना रही है। प्रिय अधिकारियों, आपको उन बहादुर सैनिकों को सेवा और सहायता प्रदान करने का अवसर मिला है, जो मातृभूमि के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने के लिए तैयार रहते हैं।

प्यारे अधिकारियों,

इसे, मैंने पहले आपके वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी साझा किया था और आज फिर कहती हूँ की एमईएस में महिला अधिकारियों की संख्या अधिक होनी चाहिए। सशस्त्र बलों में महिलाओं की भागीदारी में वृद्धि हो रही है। महिलाएं चुनौतीपूर्ण कार्य कर रही हैं और सभी क्षेत्रों में प्रभावशाली प्रदर्शन कर रही हैं। मुझे उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में और भी महिलाएं मिलिट्री इंजीनियर सर्विसेज में शामिल होंगी। अंत में, मैं आप सबके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देती हूं।

धन्यवाद, 
जय हिन्द! 
जय भारत!

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