इंडोनेशिया गणराज्य के राष्ट्रपति महामहिम प्रबोवो सुबियांतो के सम्मान में आयोजित भोज में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का अभिभाषण (HINDI)
राष्ट्रपति भवन : 25.01.2025
मुझे आज राष्ट्रपति भवन में इंडोनेशिया गणराज्य के राष्ट्रपति महामहिम प्रबोवो सुबियांतो और उनके प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है।
महामहिम प्रबोवो सुबियांतो भारत की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर पधारे हैं और कल हमारे गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। यह अपने आप में एक ऐतिहासिक क्षण है। इस वर्ष, हम भारतीय गणतंत्र के 75 वर्ष पूरे होने का उत्सव मना रहे हैं - और 75 वर्ष पूर्व, 1950 में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो हमारे साथ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
देवियो एवं सज्जनो,
इंडोनेशिया हमारा घनिष्ठ मित्र है। हम समुद्री पड़ोसी, जीवंत लोकतंत्र और रणनीतिक साझेदार हैं। हमने अपने राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष पूरे किये हैं, जो एक मजबूत, बहुआयामी और भविष्योन्मुखी साझेदारी के रूप में विकसित हुए हैं।
भारत की ‘Act East' नीति और Indo-Pacific Vision, इंडोनेशिया के साथ हमारे संबंधों को और मजबूत बनाने के अवसर प्रदान करते हैं। वर्ष 2018 में हम ‘Comprehensive Strategic Partners’ बने। दोनों देशों के बीच नियमित राजनीतिक आदान- प्रदान, समृद्ध व्यापार, निवेश तथा मजबूत रक्षा एवं सुरक्षा संबंध हैं जिनमें अंतरिक्ष सहयोग भी शामिल है।
भारत और इंडोनेशिया Indo-Pacific क्षेत्र का हिस्सा हैं - जो दुनिया के सबसे गतिशील क्षेत्रों में से एक है। Indo-Pacific क्षेत्र में समुद्री सहयोग पर हमारा समान दृष्टिकोण है। हमारे दोनों देश इस क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हैं।
हम प्राचीन काल से व्यापारिक भागीदार भी रहे हैं। हमारे आर्थिक संबंध दोनों देशों के लिए प्राथमिकता बने हुए हैं। हम अपने व्यापार एवं निवेश संबंधों को और विस्तारित करने तथा उनमें विविधता लाने पर विचार कर रहे हैं। भारत और इंडोनेशिया के बीच स्वास्थ्य सेवा में भी सहयोग बढ़ रहा है। हम खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में मिलकर काम कर रहे हैं। Digital technologies में हमारा सहयोग भी अच्छी तरह से आगे बढ़ रहा है। हमारे प्रमुख शहरों को जोड़ने वाली सीधी हवाई उड़ानें चलाए जाने से इन प्रयासों को और बल मिला है।
हमारे दोनों देशों को जोड़ने में, इंडोनेशिया में रहने वाले विशाल भारतीय समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका की भी मैं सराहना करना चाहूंगी। यह भारतीय प्रवासी भारत और इंडोनेशिया के बीच एक जीवंत सेतु का काम करते हैं। सांस्कृतिक और आर्थिक आदान-प्रदान सहित अन्य क्षेत्रों में उनके योगदान ने हमारी साझेदारी को और प्रगाढ़ बनाया है।
Global South के दो अग्रणी सदस्य होने के नाते भारत और इंडोनेशिया कई बहुपक्षीय मुद्दों पर एकमत हैं। G-20 में हमारे घनिष्ठ सहयोग के कारण हमारे देशों ने 2022 और 2023 में सफलतापूर्वक अध्यक्षता की। हमारी संयुक्त आवाज़ ने पिछले सात दशकों से अंतरराष्ट्रीय शांति को बनाए रखने और global institutions को मजबूत करने में प्रभावशाली योगदान दिया है।
महामहिम,
मुझे बताया गया है कि आपको भारत के प्रति गहरी रुचि है, और आपको भगवद गीता का भी ज्ञान है। भारत और इंडोनेशिया के बीच सभ्यतामूलक संबंध को आपसे बेहतर कौन समझ सकता है। महाभारत और रामायण की कहानियाँ हमें आपस में जोड़ती हैं। हर साल, ओडिशा में ‘बाली यात्रा’ उत्सव मनाया जाता है।
यह उत्सव भारतीय नाविकों की ऐतिहासिक यात्राओं की याद दिलाता है, जो व्यापार और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए बाली और Indo-Pacific के अन्य भागों की यात्रा पर जाते थे। हमारी साझा संस्कृति, आध्यात्मिक और कलात्मक संबंध, और लोगों के बीच जुड़ाव का यही आधार है। इसे हमारे खान-पान और संगीत विरासत में भी देखा जा सकता है। मुझे विश्वास है, कि आज के रात्रि-भोज के दौरान, आप इन परंपराओं की एक झलक देख पाएंगे।
महामहिम, मुझे विश्वास है कि भारत की आपकी राजकीय यात्रा हमारे दीर्घकालिक और बहुआयामी संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ेगी, जिससे हमारे लोगों को लाभ होगा। मैं गणतंत्र दिवस समारोह में आपकी सहभागिता और इंडोनेशियाई band और marching टुकड़ी को देखने के लिए उत्सुक हूं।
इन शब्दों के साथ, महामहिम, देवियो एवं सज्जनो, आइए हम सब मिल कर:
- महामहिम प्रबोवो सुबियांतो के अच्छे स्वास्थ्य,
- इंडोनेशिया के लोगों की निरंतर प्रगति एवं समृद्धि, तथा
- भारत और इंडोनेशिया के बीच मजबूत संबंधों के लिए,
अपनी शुभकामनाएं व्यक्त करें।
धन्यवाद!