भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का नवभारत टाइम्स द्वारा आयोजित All Women Bike Rally के लिए संदेश (HINDI)
नई दिल्ली : 12.03.2023
नवभारत टाइम्स द्वारा आयोजित All Women Bike Rally में भाग लेने वाली सभी निर्भीक बेटियों की मैं सराहना करती हूं। महिलाओं के सशक्तीकरण के उद्देश्य से आयोजित इस Rally के लिए मैं इस समाचार पत्र समूह को बधाई देती हूं।
मुझे बताया गया है कि इस Rally के आयोजन की शुरुआत वर्ष 2012 के दिसंबर महीने में, दिल्ली में एक बेटी के साथ किए गए अमानवीय कृत्य से उत्पन्न हुए भय के वातावरण को बदलने के उद्देश्य से की गई थी। उस जघन्य अपराध ने पूरे देश की अंतरात्मा को झकझोर कर रख दिया था। वर्ष 2013 में आयोजित All Women Bike Rally में लगभग 300 बेटियों ने भाग लिया तथा महिलाओं के विरुद्ध अपराध के अंधकार में अपने आत्म-विश्वास का प्रकाश फैलाया।
इस Rally को मैं, महिलाओं की सुरक्षा, उनके आत्म-विश्वास, सशक्तीकरण और प्रगति के प्रतीक के रूप में देखती हूं। महिलाएं सुरक्षित हैं तो परिवार सुरक्षित है। परिवार सुरक्षित है तो समाज सुरक्षित है। समाज सुरक्षित है तो देश सुरक्षित है। हमारी बेटियों के सुरक्षित जीवन में, भावी पीढ़ियों की सुरक्षा निहित है।
महिलाओं की गरिमा के महत्व को ध्यान में रखकर हमारे संविधान में कहा गया है:
'भारत के प्रत्येक नागरिक का यह कर्तव्य होगा कि वह ..... ऐसी प्रथाओं का त्याग करे जो स्त्रियों के सम्मान के विरुद्ध हैं।'
इस मूल कर्तव्य का पालन करने के लिए आवश्यक है कि प्रत्येक नागरिक की सोच, महिलाओं के प्रति सम्मान से परिपूर्ण हो।
महिलाओं के प्रति सम्मान-पूर्ण आचार-विचार की नींव घर-परिवार में ही रखी जा सकती है। मैं चाहूंगी कि प्रत्येक माँ और बहन अपने बेटे और भाई में सभी महिलाओं को सम्मान देने का संस्कार डाले। तब हमारी बेटियां बेहतर वातावरण में आगे बढ़ सकेंगी तथा देश और समाज को और अधिक योगदान देने में समर्थ बन पाएंगी।
परिवार के साथ ही शिक्षकों की भी ज़िम्मेदारी बनती है कि वे बालकों में महिलाओं के प्रति सम्मान व संवेदनशीलता के संस्कार को मजबूत बनाएं। भारत-माता की बेटियों से मैं यह कहना चाहूंगी कि प्रकृति ने महिलाओं को ही माँ बनने की क्षमता दी है; और जिसमें मातृत्व की क्षमता है, उसमें नेतृत्व की क्षमता सहज ही विद्यमान होती है।
एक प्रमुख media-house द्वारा आयोजित इस Rally के अवसर पर मैं यह अपेक्षा व्यक्त करती हूं कि media द्वारा प्रसारित विज्ञापनों, समाचारों और कार्यक्रमों में महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा के विषय में पूरी संवेदनशीलता होनी चाहिए।
सभी सीमाओं और चुनौतियों के बावजूद हमारी बेटियों ने अपने अदम्य साहस और कौशल के बल पर सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। आज की महिलाओं ने ऐसे अनेक क्षेत्रों में अपनी प्रभावी उपस्थिति बनाई है जहां कुछ समय पहले तक उनके प्रवेश के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता था।
‘आत्म-निर्भर भारत’ और नए भारत के निर्माण का लक्ष्य तभी पूरा होगा जब हमारी बेटियां आत्म-निर्भरता और आत्म-विश्वास की भावना के साथ आगे बढ़ेंगी।
मैं आशा करती हूं कि ऐसे आयोजनों का संदेश हमारे देश के गांव-गांव और नगर-नगर तक पहुंचेगा। दूर-सुदूर गांवों में रहने वाली हमारी बेटियां सदैव निडर महसूस करें, तथा आत्म-विश्वास के साथ जीवन में आगे बढ़ें, यही हम सब का लक्ष्य होना चाहिए।
मैं एक बार फिर, इस Rally में भाग लेने वाली बेटियों की सराहना करती हूं तथा आयोजकों को बधाई देती हूं।
धन्यवाद,
जय हिन्द!
जय भारत!