भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और अप्रत्यक्ष कर) के प्रशिक्षु अधिकारियों से मुलाकात के अवसर पर सम्बोधन (HINDI)
राष्ट्रपति भवन : 02.12.2024
आज आप सभी से मिलकर मुझे प्रसन्नता हो रही है। आप सबने कठिन प्रतियोगी परीक्षा में सफल होकर अपनी क्षमता और दृढ़ निश्चय का परिचय दिया है। मैं Royal Government of Bhutan के प्रशिक्षु अधिकारियों का विशेष रूप से स्वागत करती हूं।
मुझे बताया गया है कि आप सब विभिन्न शैक्षिक और प्रोफेशनल पृष्ठभूमियों से आते हैं। आप इस सेवा में देश के अलग-अलग क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व भी कर रहे हैं। हमारे विविधतापूर्ण देश में शुल्क और कर संबंधी नीतियों को लागू करने में अन्य क्षेत्रों के बारे में आपकी समझ और जानकारी, आपकी सहायता करेगी।
Indian Revenue Service (Customs and Indirect Taxes) हमारी अर्थव्यवस्था को, समान कर व्यवस्था तथा shared administrative values के माध्यम से जोड़ती है। यह सेवा देश के, कर प्रशासन में समानता को बढ़ावा देती है। आप सब भारत सरकार, व्यापार और विभिन्न राज्यों के, कर प्रशासनों के बीच एक बहुत महत्वपूर्ण कड़ी हैं। देश भर में Goods and services Tax के बड़े अप्रत्यक्ष कर सुधार को प्रभावी ढंग से लागू करके आपने अपनी उत्कृष्ट कार्य कुशलता का उदाहरण प्रस्तुत किया है।
आपकी सेवा, आपको tax administrator, law enforcer, researcher और diplomat की भूमिकाएं निभाने के अवसर प्रदान करती है। आपको tax evasion, वाणिज्यिक धोखाधड़ी और तस्करी की रोकथाम के अलावा मादक पदार्थों पर नियंत्रण की ज़िम्मेदारियां भी इस सेवा में रहकर निभानी होंगी।
प्रिय प्रशिक्षु अधिकारियों,
दुनिया भर में बदलते सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य में, व्यापक स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग के द्वारा राष्ट्रीय हित का एजेंडा निर्धारित होता है। आप देश की आर्थिक सीमाओं के संरक्षक हैं। इस कर्तव्य को निभाने में आपको सदा ईमानदारी और कर्तव्य-निष्ठा से काम करना होगा। अन्य देशों के साथ व्यापार सुविधा समझौतों में आपकी भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी। इस संदर्भ में आपको नीतियां लागू करने के साथ-साथ उद्योग-व्यापार को बढ़ावा देने के लिए भी प्रयास करना होगा।
आपकी महत्वपूर्ण सेवा, सरकारी खजाने में लगभग आधे राजस्व का योगदान करती है। यह सेवा, देश को आर्थिक विकास और विभिन्न बुनियादी ढाँचों के निर्माण, सामाजिक-आर्थिक योजनाओं के संचालन, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने आदि के लिए संसाधनों के उपयोग करने में सक्षम बनाती है। इससे राष्ट्र-निर्माण में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका रेखांकित होती है। प्रशासक के रूप में अपनी भूमिका को निभाने के लिए आपको ऐसी प्रणालियां और प्रक्रियाएं विकसित करने की आवश्यकता है जो पारदर्शी हों तथा जिनसे जवाबदेही सुनिश्चित हो।
इस नए और गतिशील युग में tax collection में कम दखलंदाजी और technology के अधिक से अधिक इस्तेमाल के लिए प्रयास किए जाने चाहिए। कर प्रशासन के क्षेत्र में नए विचार और नए समाधान लाने का उत्तरदायित्व आप जैसे युवा अधिकारियों पर है। मुझे विश्वास है कि आप indirect tax administration को और सुदृढ़ करने के लिए पारदर्शिता और प्रतिबद्धता से कार्य करेंगे।
आपको यह याद रखना है कि taxation केवल देश के राजस्व को बढ़ाने का साधन ही नहीं है। यह सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है। देश के नागरिकों द्वारा दिया गया कर ही देश और लोगों के विकास के लिए उपयोग किया जाता है। इसलिए यदि आप अपना कार्य लगन और कर्तव्य-निष्ठा से करेंगे, तो देश के विकास में बड़ा योगदान दे पाएंगे। देश के गरीब और वंचित वर्गों के लोगों के लिए आपको विशेष रूप से सोचना चाहिए। आपकी बनाई हुई नीतियों से उनके जीवन में सुधार हो, इसके लिए आपको निरंतर प्रयास करना चाहिए।
प्रिय प्रशिक्षु अधिकारियों,
IRS (Customs and Indirect taxes) के अधिकारी के रूप में, आप ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में सुशासन के माध्यम से सहयोग दे सकते हैं। भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की राह पर अग्रसर है। आर्थिक विकास के इस लक्ष्य को प्राप्त करने में सकारात्मक योगदान देना आप सबका दायित्व है।
राजस्व अधिकारियों का योगदान हमारे देश के अच्छे व्यापारिक वातावरण के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। Ease of doing business और सुविधाजनक कर वातावरण एक दूसरे पर निर्भर हैं। एक सुविधाजनक tax environment, भारत को और अच्छा investment destination बनाने में महत्वपूर्ण सिद्ध होगा।
अंत में, आप सभी के उज्ज्वल भविष्य की मैं मंगलकामना करती हूं।
धन्यवाद!
जय हिंद!
जय भारत!