भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का AIIMS बठिंडा के दीक्षांत समारोह में सम्बोधन(HINDI)
बठिंडा : 11.03.2025

AIIMS बठिंडा के प्रथम दीक्षांत समारोह में आप सब के बीच उपस्थित होकर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। आज उपाधि और पदक प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को मैं हार्दिक बधाई देती हूं। आपने अपनी प्रतिभा, लगन और कठिन परिश्रम के बल पर यह सफलता पाई है। आपकी इस सफलता में योगदान देने वाले आपके माता-पिता, परिवारजन और शिक्षकगण भी आज गौरवान्वित महसूस कर रहे होंगे। उनको भी मैं बधाई देती हूं।
प्यारे विद्यार्थियो,
आप सभी के लिए यह गर्व की बात है कि आपको AIIMS जैसे प्रतिष्ठित संस्थान से शिक्षा ग्रहण करने का अवसर मिला है जो चिकित्सा और अनुसंधान के क्षेत्र में एक बहुत बड़ा ब्रांड है। First batch के आप सब doctors, medical fraternity में, समाज और देश-विदेश में AIIMS बठिंडा के first brand ambassadors हैं। मुझे विश्वास है कि अपनी इस विशेष भूमिका को ध्यान में रखते हुए, आप सब, इस संस्थान के गौरव को बढ़ाने का प्रयास करेंगे। अपने कार्यों और आचरण से, आने वाले विद्यार्थियों के लिए आप उच्च आदर्श स्थापित करेंगे।
पिछले सप्ताह ही, राष्ट्रपति भवन में, मुझे देश के प्रतिष्ठित उच्च शिक्षण संस्थानों के कुछ पूर्व विद्यार्थियों से मिलने का मौका मिला। मुझे उनका अपने शिक्षण संस्थानों के प्रति लगाव और उनके द्वारा किए जा रहे सहयोग के बारे में जानकर बहुत ही प्रसन्नता हुई। आज के बाद आप सभी अलग- अलग कार्य क्षेत्रों में चले जाएंगे। लेकिन मेरी आप सब से अपील है कि आप जहां भी हो, अपने सहपाठियों और AIIMS बठिंडा से जुड़ाव बनाए रखें। एक- दूसरे की प्रगति और संस्थान के विकास में सहयोग करते रहें।
देवियो और सज्जनो,
देश के विभिन्न क्षेत्रों में कम खर्च पर विश्वस्तरीय tertiary healthcare उपलब्ध कराने तथा चिकित्सा के क्षेत्र में शोध और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए बीते वर्षों में अनेक AIIMS स्थापित किए गए हैं। हमारे देशवासियों के लिए AIIMS का मतलब होता है सबसे अच्छा और कम से कम खर्च में इलाज। साथ ही विद्यार्थियों के लिए AIIMS का मतलब है उच्च कोटि की शिक्षा और अनुसंधान की अच्छी सुविधा। मुझे यह बताया गया है कि 750 बेड वाला AIIMS बठिंडा अनेक Specialty और Super-specialty departments के माध्यम से इस क्षेत्र के लोगों के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रहा है। मैं इस संस्थान से जुड़े सभी लोगों से अपील करूंगी कि वे अपने शोध और चिकित्सा सेवा के बल पर AIIMS बठिंडा को Regional Centre of Medical Excellence के रूप में विकसित करें।
AIIMS जैसे प्रतिष्ठित संस्थान के लिए treatment के साथ-साथ research और innovation में अग्रणी रहना आवश्यक है। Research, global और local स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान पर केन्द्रित होनी चाहिए।
हाल ही में, एक प्रतिष्ठित journal में प्रकाशित रिपोर्ट में यह अनुमान व्यक्त किया गया है कि आने वाले कुछ वर्षों में, obesity एक बहुत ही बड़ी समस्या का रूप लेगा। Obesity केवल अपने आप में ही समस्या नहीं है, यह कई घातक बीमारियों जैसे हृदय रोग, मधुमेह और गठिया का कारण भी बनता है। Obesity देश के विकास में बाधक न बन जाये, इसलिए इसके रोक-थाम के लिए त्वरित कदम उठाने की आवश्यकता है। उचित खान-पान और सक्रिय जीवन शैली obesity को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। लेकिन कई और कारक हैं जो obesity के लिए जिम्मेदार होते हैं। इस क्षेत्र में और अधिक research करने की आवश्यकता है। जो लोग किसी कारण से सक्रिय जीवन शैली नहीं अपना पा रहे हैं, उनके लिए कोई वैकल्पिक उपाय खोजना महत्वपूर्ण है।
एक अन्य अध्ययन में पाया गया है कि भारत में कैंसर से होने वाली मृत्यु की दर बहुत अधिक है। इसका प्रमुख कारण है इस बीमारी का देर से पता चलना। हमारे शोधकर्ताओं को ऐसी सस्ती और सुलभ तकनीक विकसित करने पर बल देना चाहिए, जिससे कैंसर की screening early stage में हो जाए। प्राथमिक अवस्था में इस बीमारी का पता चल जाने से लोगों की जान बचाई जा सकती है।
मुझे बताया गया है कि पंजाब के मालवा क्षेत्र में कैंसर पीड़ितों का औसत, राष्ट्रीय औसत से अधिक है। इसके लिए समान्यत: pesticide और fertilizers का अधिक उपयोग और प्रदूषित पेय जल को जिम्मेदार बताया जाता है। मेरी AIIMS बठिंडा के चिकित्सकों से अपील है कि इस समस्या पर गहन research करें। इसके लिए कृषि विशेषज्ञों, पर्यावरणविद और technical experts की सहायता लें और शोध के निष्कर्षों के आधार पर लोगों को उचित जीवन-शैली और कृषि पद्धति अपनाने का सुझाव दें।
हम सभी जानते हैं कि नशाखोरी की आदत न केवल व्यक्ति और परिवार, समाज बल्कि देश और अर्थव्यवस्था को हानि पहुंचाती है। इस व्यसन से लोगों को मुक्त कराने में चिकित्सकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्हें उचित परामर्श और उपचार उपलब्ध कराया जाना चाहिए। नशे की लत से होने वाले शारीरिक और मानसिक नुकसान के बारे में उन्हें जागरूक करना चाहिए। एक जन-जागरण अभियान की तरह इससे आध्यात्मिक और सामाजिक संगठनों को भी जोड़ना चाहिए।
प्यारे विद्यार्थियो,
अब आप professional field में कदम रखने जा रहे हैं। मेरी आपको सलाह होगी कि आप अपने ज्ञान को बढ़ाते रहने का उत्साह हमेशा बनाए रखें। हमेशा कुछ नया सीखने की भावना आपके लिए लाभदायक होगी। Medical Sciences में हो रहे नए-नए प्रयोग सदियों से चली आ रही समस्याओं का हल खोजने में मददगार साबित हो रहे हैं। आप इनके बारे न केवल जाने और समझें, बल्कि इस जानकारी का लाभ रोगियों तक भी पहुंचाएं।
चिकित्सकों को हमारे समाज में बहुत ही ऊंचा स्थान दिया गया है। एक चिकित्सक से यह अपेक्षा की जाती है कि उसमें professional competence के साथ-साथ करुणा, दया और सहानुभूति जैसे मानवीय मूल्य भी विद्यमान हों। आपको इस नैतिक जिम्मेदारी को समझते हुए उसी के अनुकूल आचरण करना चाहिए।
Medical Professionals के तौर पर कई बार आप बहुत ही चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से गुजरेंगे। उनका सामना करने में आपको अपनी भावनाओं पर नियंत्रण करना होगा। आप अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें, उचित जीवन- शैली अपनाएं, योग और व्यायाम को दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। ये सभी कदम आपको मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ और सक्रिय रखने में सहायक होंगे।
प्यारे विद्यार्थियो,
आपको medical research और healthcare में भारत को अग्रणी राष्ट्र बनाने के लक्ष्य के साथ कार्य करना चाहिए। मुझे विश्वास है कि doctors की आपकी पीढ़ी 2047 के विकसित भारत के विकसित स्वास्थ्य सेवाओं का नेतृत्व करेगी। मेरी शुभकामनाएं और आशीर्वाद आपके साथ हैं।
धन्यवाद!
जय हिन्द!
जय भारत!