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Speech by the President of India, Shri Pranab Mukherjee at the Second Annual Convocation of the Central University of Karnataka

speech1. I am happy to be here today to attend the second annual convocation of the Central University of Karnataka. It is one of the sixteen central universities started in 2009. These universities were mostly established in the backward regions of the country to make higher education more accessible to the people.

Speech by the President of India, Shri Pranab Mukherjee on the Occasion of Dedication of the National Institute of Mental Health and Neurological Sciences (Nimhans), Bangalore to the Nation as an Institute of National Importance

speechI am delighted to be here today on this historic occasion. The National Institute of Mental Health and Neurological Sciences – or NIMHANS, as we know it, has long been recognized for its outstanding contribution in the area of mental health. Beginning its journey as far back as in 1850, NIMHANS has, today, evolved into a foremost Institute of National Importance.

Speech by the President of India, Shri Pranab Mukherjee on the Occasion of Inauguration of the Tirumala Tirupati Devasthanams Veda-pathasala

speech1. It is my privilege to inaugurate the Vedapathasala at Ai-Bhimavaram today. I am sure this Vedapathasala will emerge as a centre for promoting Vedic knowledge, oral traditions and our heritage. I congratulate the Tirumala Tirupati Devasthanams (TTD) for taking this initiative of opening a Vedapathasala for the benefit of the students pursuing Vedic education.

Speech by the President of India, Shri Pranab Mukherjee at the Inauguration of the 98th Annual Conference of the Indian Economic Association

SPEECHI am delighted to be amongst you today at the inauguration of the 98th annual conference of the Indian Economic Association (IEA). I have had a long association with IEA and, therefore, when an opportunity presented to renew that association, in the form of an invitation from Dr. Kaushik Basu to inaugurate the present session, I readily accepted.

स्वच्छ और स्वस्थ समाज के लिए आध्यात्मिक सशक्तीकरण कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर सम्बोधन (HINDI)

sp27052024

‘स्वच्छ और स्वस्थ समाज के लिए आध्यात्मिक सशक्तीकरण’ के विषय पर यह कार्यक्रम आयोजित करने के लिए मैं ब्रह्माकुमारी संस्थान की सराहना करती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का National Board of Examinations in Medical Sciences के 22वें दीक्षांत एवं पुरस्कार समारोह में संबोधन (HINDI)

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आज Diploma, Doctorate और Fellowship की उपाधियां प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को मैं बधाई देती हूं। स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की मैं विशेष सराहना करती हूं।

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षान्त समारोह में संबोधन (HINDI)

sp06052024

आज हिमाचल प्रदेश केन्द्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षान्त समारोह में आप सब के बीच उपस्थित होकर मुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। आज उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को मैं बधाई देती हूँ। स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को मैं विशेष बधाई देती हूँ। मुझे बताया गया है कि आज स्वर्ण पदक पाने वाले विद्यार्थियों में, छात्राओं की संख्या छात्रों से अधिक है। यह बहुत ही हर्ष का विषय है। मैं आप सभी बेटियों की विशेष सराहना करती हूँ। आपने अपनी संकल्प-शक्ति के बल पर अन

भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी, देहरादून में भारतीय वन सेवा परिवीक्षार्थियों के दीक्षांत समारोह में सम्बोधन

 

sp24042024

मैं Indian Forest Service के 2022 बैच के सभी प्रशिक्षु अधिकारियों को बधाई देती हूँ। मुझे बताया गया है कि इस बैच में 10 महिला अधिकारी हैं। आप सभी महिला अधिकारियों को मैं विशेष बधाई देती हूँ क्योंकि आप समाज के प्रगतिशील बदलाव की प्रतीक हैं। मैं आशा करती हूँ कि आने वाले समय में महिला अधिकारियों की संख्या और भी बढ़ेगी।

देवियो और सज्जनो,

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