भारत की माननीया राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय सूचना सेवा और भारतीय नौसेना आयुध सेवा के प्रोबेशनर्स द्वारा मुलाक़ात के अवसर पर संबोधन
राष्ट्रपति भवन : 29.03.2023
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मैं, आप सभी को कठिन परीक्षाओं को उत्तीर्ण करने और देश की प्रतिष्ठित सेवाओं में आने के लिए बधाई देती हूं। अमृत काल के दौरान देश की विकास यात्रा में आप अच्छे-अच्छे परिवर्तन ला सकते हैं।
आपने विभिन्न कारणों और लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए सिविल सेवाओं को करियर के रूप में चुना होगा। आपको सदैव स्मरण रखना चाहिए कि आपके पद के साथ बड़ी जिम्मेदारी और जवाबदेही जुड़ी है। इसलिए आपके द्वारा लिए गए प्रत्येक निर्णय और कार्रवाई का नागरिकों के जीवन पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प्रभाव पड़ेगा। इसलिए, आपको अपने लक्ष्यों के साथ देश के विकास लक्ष्यों और नागरिकों की भलाई के लक्ष्य को साथ लेकर चलना चाहिए।
भारतीय सूचना सेवा के अधिकारियों,
जैसा कि हम सभी जानते हैं, सरकार की नीतियों, कार्यक्रमों और कार्य के बारे में नागरिकों को जागरूक बनाने में संचार बहुत महत्व रखता है। प्रभावी संचार के माध्यम से और सही जानकारी के साथ आईआईएस अधिकारी नागरिकों को देश की प्रगति में जानकारी रखने वाले भागीदार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। मेरा मानना है कि अच्छे लोकतंत्र के लिए सही जानकारी बहुत जरूरी है।
हम सोशल मीडिया के युग में जी रहे हैं। सोशल मीडिया ने सूचना परिदृश्य को बदल दिया है। इसने सूचना अधिकारियों के लिए रेस्पोंस समय को भी बहुत कम कर दिया है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि अंतिम स्थान तक सूचना पहुंचे, आपके लिए विभिन्न मीडिया चैनलों और प्लेटफार्मों के महत्व और प्रासंगिकता को जानना आवश्यक है।
प्यारे युवा अधिकारियों,
आज के समय में सूचनाओं के व्यापक और त्वरित प्रसार के साथ ही समान रूप से और तेजी से फैलने वाली फर्जी सूचनाओं की चुनौती भी सामने आई है। आप सभी को फर्जी खबरों से निपटने की जिम्मेदारी निभानी है। मैं समझती हूं कि फर्जी खबरों की पहचान करने और इसके बारे में जनता को शिक्षित करने के लिए कुछ बुनियादी प्रोटोकॉल विकसित किए गए हैं। मेरा आपसे आग्रह है कि प्रौद्योगिकी का उपयोग करने और झूठे नेरेटिव बनाने के लिए मीडिया, विशेष रूप से सोशल मीडिया के दुरुपयोग की घातक प्रवृत्ति की रोकथाम करने के लिए पूरे समर्पण से कार्य करें। आप सभी के सामने एक और चुनौती यह है कि नवीनतम तकनीक का उपयोग वे लोग भी करते हैं जो दुष्प्रचार या फर्जी खबरों का व्यापार करते हैं। आपको इस तरह के दुष्प्रचार को रोकने के लिए सज्ज रहना चाहिए और फर्जी खबरों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। साथ ही आपको उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे नवीनतम उपकरणों और तकनीकों का भी लाभ उठाना चाहिए।
सूचना के प्रसार के लिए आपको व्यापक दृष्टिकोण अपनाना होगा। आपकी पोस्टिंग के दौरान, आप अनुभव करेंगे कि प्रत्येक अलग कार्य अपनी तकनीकी शब्दावली विकसित कर लेता है जिसे उस डोमेन के बाहर के लोग नहीं समझ पाते हैं। ऐसी स्थिति में आपके कार्य का महत्व बढ़ जाता है। आपको लोगों को उनके द्वारा समझी जाने वाली भाषा और उनके द्वारा उपयोग किए जाने वाले माध्यम से संवाद करने और सूचित करना सीखना होगा। वैश्विक मंच पर भारत की छवि को निखारने में आईआईएस अधिकारियों की अहम भूमिका निभानी है। भारत ने हमेशा दुनिया को शांति और भाईचारे का संदेश दिया है। संपूर्ण मानवता के लिए सांस्कृतिक संदेशों के माध्यम से भारत की सॉफ्ट पावर का प्रसार करना एक ऐसा महत्वपूर्ण क्षेत्र है जहां वे एक बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं। देश और देश के बाहर के श्रोताओं के लिए बने संचार संदेशों में भारत की समृद्ध संस्कृति और विरासत का भाव डालकर विश्व पटल पर भारत की छवि को और निखारा जा सकता है।
भारतीय नौसेना आयुध सेवा के प्यारे अधिकारियों,
आपको भारतीय नौसेना और भारतीय तट रक्षक दोनों को एक कुशल और सुरक्षित आयुध रसद वितरण प्रणाली प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। प्रौद्योगिकी में प्रगति और अत्याधुनिक हथियारों के आ जाने के कारण उन्हें स्वदेशीकरण के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए नए प्रयास किए जाने चाहिए।
जहां पिछले दशकों में स्वदेशीकरण की दिशा में काफी प्रगति की गई है, वहीं अब समय आ गया है कि 'मेक इन इंडिया' के विजन के अनुरूप तकनीकी रूप से उन्नत उपकरणों का भारत में निर्माण कर आत्मनिर्भरता के एक नए दौर की शुरुआत की जाए। आप सभी से अपेक्षा है कि आप नौसेना आयुध के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने और आत्मनिर्भर भारत के विजन को प्राप्त करने की दिशा में पूरे दिल से योगदान दें। इससे भारतीय नौसेना युद्ध के लिए तैयार और फ्यूचर प्रूफ बनेगी और देश के सामुद्रिक हित भी सुरक्षित रहेंगे।
मैं, आपकी सेवा में अधिक संख्या में महिला अधिकारियों होने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डालना चाहूंगी। महिलाएं अब रक्षा बलों सहित सभी क्षेत्रों में आगे आ रही हैं और अपनी पहचान बना रही हैं। मुझे आशा है कि आने वाले दिनों में और महिलाएं अधिक संख्या में नौसेना आयुध सेवा में शामिल होंगी।
मैं आज यहां उपस्थित सभी अधिकारियों से आग्रह करती हूं कि आप देश की प्रगति और विकास के लिए और नागरिकों के जीवन में गुणवत्ता बढ़ाने के लिए ईमानदारी से कार्य करें। अंत में मैं, आप सभी के उज्ज्वल भविष्य और सफल करियर के लिए शुभकामनाएं देती हूं।
धन्यवाद,
जय हिन्द!
जय भारत!