भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का केंद्रीय जल अभियांत्रिकी सेवा के अधिकारियों द्वारा मुलाकात के अवसर पर संबोधन।
राष्ट्रपति भवन : 21.08.2023
डाउनलोड : भाषण (हिन्दी, 113.17 किलोबाइट)
सबसे पहले, मैं आप सब को इस प्रतिष्ठित सेवा में चयनित होने पर बधाई देती हूं। इस सेवा में आपको जल संसाधन के महत्वपूर्ण क्षेत्र में देश की सेवा करने का अवसर मिलेगा। आप ऐसे समय में सेवा में शामिल हुए हैं जब भारत अमृत काल में प्रवेश कर चुका है। इसी समय भारत G20 की अध्यक्षता भी कर रहा है और दुनिया नेतृत्व के लिए भारत की ओर देख रही है।
प्यारे अधिकारियो,
जल जीवन की मूलभूत आवश्यकता है। विभिन्न सभ्यताएँ जल स्रोतों के साथ-साथ ही विकसित हुई हैं। जल के संसाधनों का प्रबंधन हमेशा सभी पीढ़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण कार्य रहा है।
जल बुनियादी ढांचे का इंजीनियरिंग समाधान प्राप्त करके देश प्रकृति और मानव निर्मित जल संकट का सहजता से सामना कर सकता है।
मुझे बताया गया है कि केंद्रीय जल अभियांत्रिकी सेवा का योजनागत सिंचाई विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान है। सिंचाई आपूर्ति सुनिश्चित होने से देश की खाद्य सुरक्षा होती है, और इस वक्त हमारे देश के सामने किसी भी प्रकार का खाद्य संकट नहीं है। इसका बहुत श्रेय केंद्रीय जल अभियांत्रिकी सेवा के अधिकारियों को भी जाता है।
प्यारे अधिकारियो,
जल संसाधनों का सतत विकास और कुशल जल प्रबंधन जल सुरक्षा और आर्थिक विकास की कुंजी है। आर्थिक विकास और शहरीकरण में बढ़ोतरी और विकास को देखते हुए उपलब्ध संसाधनों का इष्टतम उपयोग करना आवश्यक है।
बदलती जलवायु ने जल संसाधनो को प्रभावित करना शुरू कर दिया है साथ ही हमारे देश के विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग भौगोलिक और जलवायु पैटर्न हैं। इसलिए, आप सब से उम्मीद की जाती है की वर्तमान और आगामी चुनौतियों से निपटने के लिए समग्र दृष्टिकोण अपनाएं। आपको जल संसाधनों के विकास और प्रबंधन का स्थाई तरीका तलाशना चाहिए।
प्यारे युवा अधिकारियो,
मुझे बताया गया है कि केंद्रीय जल आयोग ने जल संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का विकास करके इन्हें अपनाया है। आपको इस क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों की तलाश जारी रखनी चाहिए। देश को उम्मीद है की आप सब प्रौद्योगिकी और नवाचार का उपयोग करके और बड़े महत्वपूर्ण कार्य करेंगे।
मैं समझती हूं कि केंद्रीय जल अभियांत्रिकी सेवाओं के अधिकारी जल प्रबंधन के राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों के समाधान में देश के लिए सहायक रहे हैं। मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई कि सीडब्ल्यूसी पेयजल, सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण, हाइड्रोपावर और नेविगेशन के लिए बुनियादी ढांचे जैसी जल संपत्तियों के विकास में नेतृत्व कर रहा है। ये एकीकृत जल संसाधन प्रबंधन के बहुत महत्वपूर्ण पहलू हैं।
प्यारे अधिकारियो,
भारत सरकार ने जल संरक्षण के लिए एक जन आंदोलन- जल शक्ति अभियान शुरू किया है। सभी ग्रामीण घरों में नल का पानी उपलब्ध कराने के लिए चलाया गया 'हर घर जल' एक महत्वपूर्ण अभियान है। यह कार्यक्रम आप सब के अथक परिश्रम और नवीनतम तकनीकों को अपनाने और उन्हें अच्छे भविष्य निर्माण के लिए उपयोग करने की इच्छाशक्ति से सफल होगा।
सरकार 'प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 'के तहत ' हर कृषि योग्य भूमि की सुनिश्चित सिंचाई' प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। देश के हर जिले में 75 जल निकायों का पुनरुद्धार करके भविष्य के लिए पानी का संरक्षण करने के उद्देश्य से आजादी का अमृत महोत्सव के भाग के रूप में मिशन अमृत सरोवर को चलाया जा रहा है।
इन सभी कार्यक्रमों को कार्यरूप देने में आपकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। मुझे बताया गया है कि सीडब्ल्यूसी के अधिकारी राष्ट्र निर्माण के इन सभी उत्तम प्रयासों में बड़े पैमाने पर योगदान दे रहे हैं।
अंत में, मैं आप सब को सफल करियर और शानदार जीवन के लिए शुभकामनाएं देती हूं।
धन्यवाद,
जय हिन्द!