भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय रक्षा सम्पदा सेवा, भारतीय दूरसंचार सेवा, भारतीय कौशल विकास सेवा और भारतीय व्यापार सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों से मुलाक़ात के अवसर पर संबोधन

राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली : 30.09.2022

डाउनलोड : भाषण भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय रक्षा सम्पदा सेवा, भारतीय दूरसंचार सेवा, भारतीय कौशल विकास सेवा और भारतीय व्यापार सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों से मुलाक़ात के अवसर पर संबोधन(हिन्दी, 371.75 किलोबाइट)

मुझे भारतीय रक्षा सम्पदा सेवा, भारतीय दूरसंचार सेवा, भारतीय कौशल विकास सेवा और भारतीय व्यापार सेवा के युवा अधिकारियों और प्रशिक्षुओं से बातचीत करके बहुत प्रसन्नता हो रही है।

यूपीएससी द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षाओं को सफलतापूर्वक उत्तीर्ण करने और अपने प्रशिक्षण का एक बड़ा हिस्सा पूरा करने के लिए मैं आप सभी को बधाई देती हूं। मुझे बताया गया है कि आप में से कुछ ने अपना प्रशिक्षण पूरा कर लिया है और अधिकारियों के रूप में तैनात हैं।

युवा अधिकारियों,

मुझे बताया गया है कि आपके समूहों में भिन्न-भिन्न सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के अधिकारी शामिल हैं, यह भारत की 'अनेकता में एकता' को दर्शाता है। संबंधित सेवाओं का हिस्सा बनने के बाद, आपका प्राथमिक उद्देश्य राष्ट्र और जनता की पूरी ईमानदारी से सेवा करना होना चाहिए।

लोक सेवक के रूप में अपनी सेवा के दौरान आपको परिवर्तन लाने के अवसर प्राप्त होंगे। इस तरह के बदलाव लोगों के जीवन को बदल सकते हैं। यदि आप जनता की सेवा करने का मार्ग अपनाते हैं, तो मुझे विश्वास है कि आपको अपने कार्य से बहुत संतुष्टि मिलेगी।

भारतीय रक्षा सम्पदा सेवा के प्रशिक्षु अधिकारीगण,

आप शायद जानते होंगे कि रक्षा सम्पदा महानिदेशालय,भारत सरकार की सबसे बड़ी भूमि धारक एजेंसी है। इस विशाल संसाधन के प्रबंधन के अलावा, आईडीईएस के अधिकारियों के रूप में, आपके पास देश भर में छावनियों के म्युनिसिपल प्रशासन की जिम्मेदारी है।

मुझे बताया गया है कि रक्षा सम्पदाओं के प्रबंधन के लिए उपग्रह इमेजरी, भू-स्थानिक तकनीक और कृत्रिम बुद्धिमता जैसी तकनीकों को अपनाया है। इस तरह की पहल की शुरूआत सही दिशा में एक कदम है। छावनियों के प्रभावी प्रशासन के लिए प्रौद्योगिकी का अधिकतम संभव सीमा तक उपयोग किया जाना है।

भारतीय दूरसंचार सेवा के प्रशिक्षु अधिकारीगण,

आपके करियर में प्रौद्योगिकी की और भी अधिकमहत्वपूर्ण भूमिका है। पिछले दो दशकों के दौरान भारत में दूरसंचार क्रांति आई है। भारत में मोबाइल टेलीफोन और तेज इंटरनेट नेटवर्क की शुरुआत ने देश को अपनी विशाल डिजिटल क्षमता का उपयोग करने में सक्षम बनाया है।

विकसित देश का दर्जा हासिल करने के लिए हमारे पास सर्वोत्तम गुणवत्ता वाली दूरसंचार और इंटरनेट सेवाओं का होना महत्वपूर्ण है।

ऐसी स्थिति में भारतीय दूरसंचार सेवा के अधिकारियों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। आपके कार्यक्षेत्र में टेलीकॉम नेटवर्क की सुरक्षा को बनाए रखने, कम्यूनिकेशन इंटेलिजेंस, लाइसेंस जारी करने और अनुपालन करवाने और ऐसे अन्य कार्यों जैसे संवेदनशील पहलू शामिल होंगे। जैसे-जैसे हम 5-जी मोबाइल टेलीफोनी की ओर बढ़ रहे हैं, तकनीकी प्रगति और इसके कार्यान्वयन में तेजी आने वाली है। इन घटनाक्रमों से अवगत रहना आपकी जिम्मेदारी है। साथ ही देश के दूर-दराज के कोने-कोने में समाज के वंचित वर्गों को भी आपको हमेशा याद रखना चाहिए। आपकी सेवाएं, उन्हें एक्सेस और कनेक्टिविटी प्रदान करके उन्हें सीधे मुख्य धारा से जोड़ सकती हैं। JAM ट्रिनिटी कही जाने वाली जन धन योजना, आधार और मोबाइल कनेक्टिविटी की सफलता प्रौद्योगिकी के माध्यम से संभव हुई है।

भारतीय कौशल विकास सेवा के अधिकारीगण,

हमारे जनसांख्यिकीका लाभ उठाने के लिए, हमारे विशाल मानव संसाधनों को पर्याप्त रूप से कुशल बनाने की आवश्यकता है। इसके लिए आप सभी द्वारा विशेष प्रयास किए जाने की आवश्यकता है।

हमें अपनी जनता को कुशल बनाना महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे कामकाजी जनता की उत्पादक क्षमता बढ़ेगी और हमारे देश के विकास में मदद मिलेगी। मुझे विश्वास है कि आप जैसे युवा अधिकारी अपने नए दृष्टिकोण और नई सोच के साथ skill-ecosystem को बढ़ावा देने में महावपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

भारतीय व्यापार सेवा के युवा अधिकारीगण,

आप exciting time में इस सेवा में शामिल हुए हैं। आज भारत की विकास यात्रा बहुत आशाजनक है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। जैसा कि हमारा लक्ष्य पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनना है,हम आशा करते हैं आप जैसे युवा अधिकारीगण इसे पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। कोविड-19 और अन्य भू-राजनीतिक घटनाओं के कारण वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में आए व्यवधान से विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के नए अवसर सामने आए हैं। दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में भारत एक आकर्षक एफडीआई देश बना है।

मुझे विश्वास है कि भारतीय विदेश व्यापार संस्थान में आपके प्रशिक्षण से आपको विदेशी व्यापार से जुड़ी पेचीदगियों को समझने और वैश्विक चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण मिला है। मुझे आशा है कि आप चुनौतियों का अवसरों के रूप में उपयोग करेंगे।

मैं एक बार फिर यहां उपस्थित सभी सेवाओं के सभी अधिकारियों और प्रशिक्षुओं को बधाई देती हूं। मैं आप सभी को आगे सफल करियर की शुभकामनाएं देती हूं।

धन्यवाद,  
जय हिन्द!  
जय भारत!

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