भारतीय वायु सेना के 119 हेलीकॉप्टर यूनिट और 28 इक्विपमेंट डिपो को ध्वज प्रदान करने के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण

जामनगर, गुजरात : 04.03.2016

डाउनलोड : भाषण भारतीय वायु सेना के 119 हेलीकॉप्टर यूनिट और 28 इक्विपमेंट डिपो को ध्वज प्रदान करने के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण(हिन्दी, 262.15 किलोबाइट)

sp1. मुझे जामनगर के एयरफोर्स स्टेशन में भारतीय वायु सेना के सबसे पुराने और प्रीमियर हवाई अड्डे में119 हेलीकॉप्टर यूनिट को राष्ट्रपति प्रतीक और28 इक्विपमेंट डिपो को ध्वज प्रदान करते हुए आज बड़ी खुशी हो रही है। इन विशिष्ट यूनिटों का व्यवसायिक उत्कृष्टता में एक शानदार अतीत और समृद्ध परंपरा रही है। इनके आरंभ से ही इन्होंने देश के लिए शानदार सेवाएं प्रदान की हैं जिस पर हमें गर्व है। उत्कृष्टा पाने में इनकी समृद्ध विरासत और श्रेष्ठ प्रयासों ने औरों के लिए अनुकरणीय एक कीर्तिमान स्थापित किया है। इनकी नि:स्वार्थ लगन,व्यवसायिकता और विषमता में साहस के कारण आज देश उन्हें आभार और सराहना की गहरी संवेदनाओं से सम्मानित कर रहा है।

2.भारतीय वायु सेना,भारतीय आकाश क्षेत्र को संरक्षण देने और हमारे देश की संप्रभुता की संरक्षा में और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान नागरिकों को सहायता पहुंचाने में भी अपनी भूमिका निभाती रही है। हवाई योद्धाओं द्वारा प्रदर्शित सहनशक्ति और दृढ़ता देश के लिए एक महान प्रोत्साहन का प्रेरणास्रोत और गौरव का विषय है। विगत में अनेक प्राकृतिक आपदाओं के दौरान भारतीय वायु सेना द्वारा आरंभ किए गए गहन राहत अभियान हमारी यादों में छपे हुए हैं। ऐसे अभियान इसके हवाई योद्धाओं की सहनशक्ति और दृढ़संकल्प के शानदार उदाहरण हैं। देश भारतीय वायु सेना पर गर्व करता है और उनकी नि:स्वार्थता और बलिदान के लिए उनके प्रति सदैव ऋणि रहेगा।

3.भारत शांति और समानता के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है जिसके लिए हमें प्रभावी निवारक और सशक्त रक्षा बल की आवश्यकता है। राष्ट्र नागरिकों के सर्वांगीण आर्थिक प्रगति और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए अथक प्रयास कर रहा है। तथापि, हम अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखण्डता की रक्षा के लिए क्षमता निर्माण पर समान रूप से ध्यान दे रहे हैं। हमारे सशस्त्र बल किसी भी आक्रमण का सामना करने और इसके हितों की रक्षा की राष्ट्र क्षमता में विश्वास प्रदान करते हैं। हमारे समक्ष आज हवाई योद्धा हैं, जो सेवा-परंपराओं के सर्वोच्च मानदंडों को बनाए रखकर अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन में संकल्प और दृढ़ निश्चय प्रदर्शित करते हैं। मैं इस अवसर पर त्रुटिहीन स्मार्ट टर्नआउट याद के लिए परेड पर सभी हवाई योद्धाओं को भी बधाई देना चाहता हूं।

4. 119 हेलिकॉप्टर यूनिट मार्च 1972 में एमआई-8हेलीकॉप्टर्स के साथ ‘एंजिल्स ऑफ मर्सी’के रूप में स्थापित किया गया था। इसके निर्माण के पहले वर्ष में इस यूनिट ने नागालैंड में आतंकवाद विरोधी और अरुणाचल प्रदेश में‘ऑपरेशन फालकन’के समर्थन में बड़े पैमाने पर उड़ान भरी। यह यूनिट फरवरी 1988 में एयरफोर्स स्टेशन सलर में अंतरित हो गई थी और तत्काल‘ऑपरेशन पवन’की युद्ध भूमि में इसे आना पड़ा और उसके बाद हेलिकॉप्टर यूनिट को‘द स्टेलियंस’के रूप में पुन: नामित किया गया। यूनिट ने नवम्बर 1988 ‘ऑपरेशन कैक्टस’में भाग लिया और नवम्बर 2008 में मुंबई आतंकवादी हमले के बाद अगस्त 1999में अटलांटिक संकट और ऑपरेशन ब्लैक टारनेडो में अहम भूमिका निभाई। अब यह यूनिट नए रूप से प्राप्त एमआई17 वी5हेलीकॉप्टरों को संचालन करती है। ‘द स्टेलियन’ने बार बार अपत्सु मित्रम ‘अर्थात आपदा में मित्र’के ध्येय वाक्य के अनुसार बचाव और राहत मिशनों में भाग लिया और निराश लोगों की आशा और खुशी में अग्रणी बना रहा। गुजरात और नेपाल में हाल ही में की गई मानवीय सहायता और आपदा राहत ऑपरेशन इस ऐसी घटनाओं के प्रमाण हैं। विभिन्न ऑपरेशनों के दौरान यूनिट के कार्मिकों के शानदार कार्य निष्पादन को योद्धक अवार्डों के रूप में पहचाना गया है और उनकी प्रशंसा की गई है। मुझे विश्वास है कि द स्टेलियन आने वाले समय में ऐसे ही अग्रणी बना रहेगा।

5. 28 इक्विपमेंड डिपो ने देश के प्रति सेवा में62 शानदार वर्ष पूरे कर लिए हैं। भारतीय वायु सेना में केवल यहीं एक यूनिट है जो हवाई शस्त्रीकरण भंडारों के सभी पहलुओं का निपटान करती है।24सितंबर1953को आमला में स्थापित इस डिपो ने शस्त्रीकरण मामलों में एक अंतिम समाधान के रूप में बदलाव किया है और अपने आप को प्रस्तुत किया है। डिपो ने ऑपरेशन में व्यस्त एककों को टिकाऊ किस्म के विस्फोटक भंडारण की विशाल गुणवत्ता प्रदान करके 1965, 1971और 1999 के ऑपरेशनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह कहना गलत नहीं होगा कि यह डिपो भारतीय वायु सेना के लड़ाकू और बमबारी करने वाले स्क्वाड्रनों को मारक क्षमता प्रदान करता है। विगत वर्षों में डिपो नवोन्वेषण में एक फैशन-निर्माता रहा है और इसमें सफलतापूर्वक बेकार पड़े हुए मिसाइलों को इसके प्रशिक्षण के रूपांतरण में संवर्धित किया है। मुझे विश्वास है कि शस्त्रीकरण के क्षेत्र में डिपो द्वारा प्राप्त की गई विशिष्टता भारतीय वायु सेना की कार्यात्मक आवश्यकताओं को पूरा करने में पयाप्त भूमिका निभाएगी।

6. इन यूनिटों की उत्कृष्ट कार्य-निष्पादन के प्रति आभारोक्ति और मान्यता देते हुए119 हेलीकॉप्टर यूनिट को प्रतीक और28 इक्विपमेंट डिपो को ध्वज प्रदान करने में मुझे बड़ी खुशी है। इस अवसर पर मैं119 हेलीकॉप्टर यूनिट और 28इक्विपमेंड डिपो के सभी कार्मिकों और उनके परिवारों (भूतपूर्व और मौजूदा) को उनकी निस्वार्थ सेवा और समर्पण के लिए बधाई देता हूं। देश को सचमुच आप पर गर्व है। मैं शानदार भविष्य के लिए आपको और आपके परिवारों को शुभकामनाएं देता हूं।

धन्यवाद।


जयहिन्द।

समाचार प्राप्त करें

Subscription Type
Select the newsletter(s) to which you want to subscribe.
समाचार प्राप्त करें
The subscriber's email address.