भारतीय रेलवे के प्रोबेशनर्स ने राष्ट्रपति से मुलाकात की
राष्ट्रपति भवन : 16.12.2022
भारतीय रेलवे के प्रोबेशनर्स ने आज 16 दिसंबर, 2022 को राष्ट्रपति भवन में भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की।
अधिकारियों को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि रेलवे कई लोगों की वास्तव में जीवन रेखा है, जो रोज़मर्रा की नौकरी या व्यवसाय के लिए रेल से अपने कार्यस्थलों पर जाते हैं। भारतीय रेलवे के अधिकारियों के कंधों पर रोजी-रोटी कमाने में लोगों की मदद करने की एक बड़ी जिम्मेदारी है। कई लोग अपना उपचार करवाने के लिए यात्रा भी करते हैं। आम आदमी के जीवन में रेलवे की भूमिका हमेशा ही महत्वपूर्ण रही है। रेलवे ने देश भर में यात्रा तथा विचारों और जानकारियों के आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि आज जब भारत राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर आगे बढ़ रहा है, लोगों और मालकी अधिक आवाजाही हो रही है। यह भविष्य में और बढ़ेगी। इसलिए भारतीय रेल को नवीनतम डिजिटल तकनीकों को अपनाना चाहिए और नए तरीकों का पता लगाना चाहिए ताकि इसे सुरक्षित, समय की बचत, अधिक सुविधावाजनक और उच्च गुणवत्ता की यातायात सेवा बनानेके लिए उन्नत सुविधाएं जोड़ी जा सके।
राष्ट्रपति ने कहा कि हम सभी की ट्रेन यात्रा से जुड़ी यादें होती हैं। यह सुनिश्चित करना भारतीय रेलवे के अधिकारियों का कर्तव्य है कि लोग आराम से यात्रा करें और उनके साथ अच्छी यादें जुड़ी रहें। उन्होंने अधिकारियों को दिव्यांगजनों, महिलाओं और बुजुर्गों की आवश्यकताओं को पूरा करने की सलाह दी ताकि वे सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा कर सकें। उन्होंने कहा कि भारतीय रेल को इन कमियों को पूरा करने और एक समावेशी और आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।
राष्ट्रपति ने कहा कि नवीन और पुनरुथान-उन्मुख भारत के विजन के अनुरूप, भारतीय रेलवे ने बड़ी विकास परियोजनाएं शुरू की हैं। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की लंबाई का 56 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका है। उन्होंने कहा कि इससे उत्पादन और वहन क्षमता में वृद्धि होगी और इससे माल परिवहन में क्रांति आएगी और रेल नेटवर्क में बदलाव आएगा। इन गलियारों के माध्यम से माल ढुलाई लागत और लॉंजिस्टिक लागत में भी महत्वपूर्ण कमी आएगी। उन्होंने कहा कि मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी के लिए प्रधानमंत्री गति शक्ति, हाई स्पीड रेल प्रोजेक्ट, हाइपरलूप आधारित ट्रांसपोर्ट, चार धाम रेल प्रोजेक्ट, सेतु भारतम जैसे कार्यक्रमों से देश में औद्योगिक, वाणिज्यिक और पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। इससे संसाधनों के एकसमान वितरण को भी काफी बढ़ावा मिलेगा।