भारत की राष्ट्रपति ने त्रिपुरा में कनेक्टिविटी, शिक्षा क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए विभिन्न परियोजनाओं की आधारशीला रखी
राष्ट्रपति भवन : 12.10.2022
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज (12 अक्तूबर, 2022) को त्रिपुरा राज्य न्यायिक अकादमी का उद्घाटन किया और नरसिंहगढ़, अगरतला में त्रिपुरा राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया।
एक अन्य समारोह में, राष्ट्रपति ने राजधानी परिसर, अगरतला में एक एमएलए छात्रावास का वर्चुअल उद्घाटन किया और महाराजा बीरेंद्र किशोर माणिक्य संग्रहालय और सांस्कृतिक केंद्र और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान अगरतला की आधारशिला रखी और रवींद्र शत वार्षिकी भवन, अगरतला से त्रिपुरा सरकार की सड़कों, छात्रों के लिए स्कूलों और छात्रावासों से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं की वर्चुअल आधारशिला रखी।
रवींद्रशत वार्षिकी भवन में सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि आज उद्घाटन की गई परियोजनाओं से त्रिपुरा में कनेक्टिविटी, शिक्षा, न्यायपालिका और विधायिका को तो मजबूती मिलेगी ही साथ ही त्रिपुरा की समृद्ध संस्कृ्ति को भी बढ़ावा मिलेगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय त्रिपुरा का शिलान्यास करके मुझे बहुत प्रसन्नता हुई है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन दशकों में राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों ने कानून की शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आज अर्थव्यवस्था के विकास के साथ कानूनी पेशे का भी कई आयामों में विस्तार हुआ है। उन्होंने कहा कि मैं उम्मीद करती हूं कि राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय त्रिपुरा न केवल पूर्वोत्तर बल्कि पूरे देश में कानूनी शिक्षा के एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरेगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत के युवाओं नेसूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में पूरे विश्व में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उन्होंने विश्वास जताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत यह संस्थान एक होलिस्टिक और मल्टी-डिसिप्लिनरी अप्रोच के साथ सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नए मापदंड स्थापित करेगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रीय प्रगति तथा हमारे युवाओं के विकास के लिए एक समग्र शिक्षा प्रणाली आवश्यक है। उच्च शिक्षा के साथ-साथ हमें प्राथमिक शिक्षा पर और भी अधिक बल देना चाहिए।उन्हेंयह जानकर ख़ुशी हुई कि पूर्वोत्तर विकास मंत्रालय ने त्रिपुरा की राज्यसरकार के साथ मिलकर 'विद्या-ज्योति मिशन 100' की शुरुआत की है। इसके तहत मौजूदा 100 उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों को अत्याधुनिक सुविधाओं वाले गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा संस्थानों में परिवर्तित किया जाएगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में विकास की असीम संभावनाएं हैं। आज राजमार्ग, रेलवे, वायुमार्ग और जलमार्ग की विभिन्न नई परियोजनाओं के साथ क्षेत्र के विकास को एक नई गति मिल रही है।
राष्ट्रपति ने कहा कि आज, भारत विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। वर्ष 2025 तक, भारत को पांचट्रिलियन डॉलरकी अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य में त्रिपुरा सहित पूर्वोत्तर क्षेत्र की अहम भूमिका रहेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि यहां के प्रतिभाशाली व परिश्रमी लोग विशेषकर यहां के युवाओं की आकांक्षाओं, नवाचार और उद्यमशीलता की इस लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। त्रिपुरा सहित पूर्वोत्तर क्षेत्र, 2025 तक भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रतिभाशाली और मेहनती लोगों, विशेष रूप से त्रिपुरा के युवाओं की आकांक्षाएं, नवाचार और उद्यमिता एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका।