भारत की राष्ट्रपति ने मिस्र के राष्ट्रपति की मेजबानी की; पश्चिम एशिया क्षेत्र में शांति, समृद्धि और स्थिरता को बढ़ावा देने में मिस्र की अग्रणी भूमिका की सराहना की
राष्ट्रपति भवन : 25.01.2023
भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज 25 जनवरी, 2023 को राष्ट्रपति भवन में मिस्र अरब गणराज्य के राष्ट्रपति महामहिम श्री अब्देल फतेह अल-सिसी का स्वागत किया। उन्होंने उनके सम्मान में भोज का भी आयोजन किया।
राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति अल-सिसी का स्वागत करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी यात्रा बहुत ही ऐतिहासिक समय में हुई है, क्योंकि भारत और मिस्र राजनयिक संबंधों की स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि मिस्र उन पहले देशों में से एक था जिसके साथ हमने भारत की स्वतंत्रता के तीन दिन बाद ही पूर्ण राजनयिक संबंध स्थापित किए।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और मिस्र की हजारों वर्षों के व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों वाली प्राचीन सभ्यताएं हैं। स्वतंत्रता के लिए हमारे संघर्ष के माध्यम से हमारे दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत हुए हैं। महात्मा गांधी और साद जगलौल पाशा ने अपने देशों की स्वतंत्रता पर साझा लक्ष्यों का आदान-प्रदान किया। आजादी के बाद, हमारे नेताओं ने हमारे दोनों देशों की जनता के बीच स्नेह और प्रशंसा का संबंध बनाने में भी मदद की है।
राष्ट्रपति ने कहा कि पश्चिम एशिया क्षेत्र भारत के विस्तारित पड़ोस का हिस्सा है। हम इस क्षेत्र में शांति, समृद्धि और स्थिरता को बढ़ावा देने में मिस्र की अग्रणी भूमिका की सराहना करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे युवा बहुत प्रतिभावान हैं और उनमें समृद्धि और विकास करने की विशाल क्षमता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह यात्रा भारत और मिस्र के बीच संबंध और सहयोग को और गहरा करेगी।
इसके बाद, अपने भोज भाषण में, राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि भारत और मिस्र में कई समानताएं हैं। हम दोनों देशों के पास एक बड़ी युवा आबादी है, और हमारे कार्यबल का एक बड़ा हिस्सा कृषि और संबद्ध क्षेत्रों पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2030 तक, भारत के दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की संभावना है। उन्होंने मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया और स्टार्ट-अप इंडिया जैसी भारत सरकार की प्रमुख पहलों का लाभ उठाने के लिए मिस्र के उद्योग जगत को आमंत्रित किया।