भारत की राष्ट्रपति वर्ल्ड फूड इंडिया 2023 के समापन सत्र में शामिल हुईं
हमें उन खाद्य पदार्थों को छोड़ने लिए निर्णय लेना होगा जो जलवायु परिवर्तन की समस्या को बढ़ाते हैं: राष्ट्रपति मुर्मु
राष्ट्रपति भवन : 05.11.2023
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु आज 5 नवंबर, 2023 को नई दिल्ली में वर्ल्ड फूड इंडिया 2023 के समापन सत्र में शामिल हुईं।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने वर्ल्ड फूड इंडिया के दूसरे संस्करण के आयोजन के लिए खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय की सराहना की। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएफआई समृद्ध भारतीय खाद्य संस्कृति का विश्व में प्रसार करने में बहुत मदद करेगा। यह इस क्षेत्र में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को बड़े घरेलू और वैश्विक उद्यमिओं के साथ बेहतर ढंग से जुडने का एक बेहतरीन मंच साबित होगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि डब्ल्यूएफआई में भारत को दुनिया का रसोई घर बनने में मदद करने की क्षमता है। यह आयोजन भारत को कृषि और खाद्य वस्तुओं के सोर्सिंग केंद्र के रूप में स्थापित करने का एक आदर्श मंच है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि निवेशकों को हमारे खाद्य प्रसंस्करण और संबद्ध क्षेत्रों में अनेक अवसर दिखाई दिए होंगे।
राष्ट्रपति ने कहा कि भोजन मानव जाति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। चारागाह से कृषि और कच्चे भोजन से पके भोजन को अपनाने से सभ्यता की शुरुआत हुई। भोजन निश्चित रूप से किसी भी संस्कृति का महत्वपूर्ण पक्ष है। इसके अलावा, जिस तरह भोजन अनजानों के बीच संबंध बनाने में मदद करता है, उसी तरह भोजन से ही इतिहास की विभिन्न संस्कृतियां नजदीक आई हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि भोजन प्रत्येक मनुष्य के लिए जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है। यह सोचकर भी कष्ट होता है कि दुनिया के अनेक हिस्सों में बड़ी संख्या में लोगों को खाली पेट सोना पड़ता है। इससे मानव जाति द्वारा हासिल की गई महान आर्थिक और तकनीकी प्रगति पर प्रश्न उठते हैं। उन्होंने बताया कि बड़े पैमाने पर भुखमरी, उत्पादन की कमी के कारण नहीं बल्कि वितरण की कमी के कारण है।
हम जो खाते हैं उसके पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव की ओर इशारा करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि अब समय आ गया है जब हमें अपना मेनू इस तरह चुनना होगा कि प्रकृति को किसी भी तरह का नुकसान न पहुंचे। उन्होंने कहा, हमें उन खाद्य पदार्थों को छोड़ने लिए निर्णय लेना होगा जो जलवायु परिवर्तन की समस्या को बढ़ाते हैं और उन खाद्य पदार्थों अपनाना होगा जो न केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए बल्कि इस धरती के लिए भी अच्छे हैं।