भारत की राष्ट्रपति तिमोर-लेस्ते में; तिमोर-लेस्ते के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मुलाकात की
तिमोर-लेस्ते ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'द ग्रैंड-कॉलर ऑफ द ऑर्डर ऑफ तिमोर-लेस्ट' प्रदान किया
भारत और तिमोर-लेस्ते ने तीन समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए
तिमोर-लेस्ते के साथ सहयोग बढ़ाने के भारत के प्रयास में सक्रिय भूमिका निभाएं: राष्ट्रपति मुर्मु भारतीय समुदाय के सदस्यों से कहा
राष्ट्रपति भवन : 10.08.2024
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु फिजी, न्यूजीलैंड और तिमोर-लेस्ते की अपनी राजकीय यात्रा के अंतिम चरण में आज सुबह 10 अगस्त, 2024 को दिली, तिमोर-लेस्ते पहुंचीं। यह किसी भारतीय राष्ट्राध्यक्ष की इस देश की पहली यात्रा है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का हवाई अड्डे पर तिमोर-लेस्ते के राष्ट्रपति जोस रामोस- होर्ता ने गर्मजोशी से स्वागत किया। हवाई अड्डे से रास्ते में हँसते हुए बच्चों ने उनका स्वागत किया।
गवर्नमेंट पैलेस में राष्ट्रपति मुर्मु ने राष्ट्रपति होर्ता से मुलाकात की। बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने भारत और तिमोर-लेस्ते के बीच द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के विषय पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि हम आईटी, फिनटेक, हेल्थकेयर, कृषि और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत कर सकते हैं। उन्होंने राष्ट्रपति होर्ता को आश्वासन दिया कि भारत, तिमोर-लेस्ते का एक दृढ़ भागीदार बना रहेगा और हम विकास सहयोग और अन्य साझेदारियों को बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
राष्ट्रपति होर्ता ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ग्रैंड-कॉलर ऑफ द ऑर्डर ऑफ तिमोर-लेस्ते से सम्मानित किया। उन्हें यह सम्मान सार्वजनिक सेवा में उनकी उपलब्धियों और शिक्षा, सामाजिक कल्याण और महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रति समर्पण को सम्मान देने के लिए दिया गया। राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि यह सम्मान भारत और तिमोर-लेस्ते के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को दर्शाता है।
बैठक के बाद दोनों नेताओं ने प्रेस बयान जारी किया.
अगले कार्यक्रम में, तिमोर-लेस्ते के प्रधानमंत्री के राला सनाना गुस्माओ ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने रक्षा और सुरक्षा सहयोग, कनेक्टिविटी, व्यापार और पर्यटन जैसे व्यापक मुद्दों पर बातचीत की।
राष्ट्रपति मुर्मु और प्रधानमंत्री गुस्माओ ने (i) सांस्कृतिक आदान-प्रदान, (ii) प्रसार भारती और 'तिमोर-लेस्ते रेडियो और टेलीविजन' (आरटीटीएल) के बीच सहयोग, (iii) राजनयिक, आधिकारिक और सेवा पासपोर्ट धारकों के लिए वीजा आवश्यकता से छूट प्रदान करने पर तीन समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए। राष्ट्रपति ने विश्वास जताया कि इन समझौता ज्ञापनों से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे।
बाद के कार्यक्रम में, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्ता द्वारा आयोजित आरटीटीएल पर एक टेलीविजन कार्यक्रम "प्रेसिडेंट होर्ता शो" में शामिल हुईं। उस शो में, उन्होंने अपनी जीवन यात्रा, भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, जनजातीय समुदायों को सशक्त बनाने के लिए भारत सरकार द्वारा की गई पहल और महिला सशक्तिकरण पर अपने दृष्टिकोण के बारे में बात की।
राष्ट्रपति, तिमोर-लेस्ते में भारत के राजदूत द्वारा आयोजित भारतीय समुदाय के स्वागत समारोह में भी शामिल हुईं। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि तिमोर-लेस्ते में भारतीय समुदाय छोटा है, लेकिन भारत के साथ सहयोग बढ़ाने में सक्रिय और प्रभावी योगदान देता है। वे एक महत्वपूर्ण शक्ति हैं, जो संस्कृतियों को जोड़ते हैं और अन्य देशों में सद्भावना को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने उनसे तिमोर-लेस्ते के साथ संबंधों को सुदृढ़ करने में भारत के प्रयास में सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया।
दिन के अंतिम आधिकारिक कार्यक्रम में, राष्ट्रपति जोस रामोस-होर्ता ने पलासियो नोब्रे डी लोहाने में राष्ट्रपति मुर्मु के सम्मान में राजभोज की मेजबानी की।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में, राष्ट्रपति ने कहा कि तिमोर-लेस्ते के साथ मजबूत संबंधों को बढ़ावा देने की भारत की प्रतिबद्धता शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के हमारे साझा लक्ष्यों में साफ दिखती है। जब हम भविष्य की ओर देखते हैं, भारत, प्रगति और विकास की दिशा में अपनी यात्रा में तिमोर-लेस्ते के साथ साझेदारी करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम हमारे लोगों और आने वाली पीढ़ियों के लिए समृद्ध, समावेशी और सुखद भविष्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि भारत, वसुधैव कुटुंबकम के अपने लोकाचार के अनुरूप वैश्विक शांति और साझा समृद्धि के लिए एक शक्ति के लिए कार्य करता रहेगा।
राष्ट्रपति अपनी तीन देशों की राजकीय यात्रा के सफल समापन के बाद कल 11 अगस्त, 2024 को नई दिल्ली के लिए रवाना होंगी। इस यात्रा में उनके साथ राज्य मंत्री श्री जॉर्ज कुरियन और लोकसभा सांसद श्री सौमित्र खान और श्री जुगल किशोर भी थे।