भारत की राष्ट्रपति नेटवर्क 18 द्वारा आयोजित 'उभरता भारत – स्त्री शक्ति' कार्यक्रमकी में शामिल हुईं
बेटियों और बहनों को सम्मान तथा उचित अवसर देना हमारी परंपरा है और हमारा दायित्व भी: राष्ट्रपति मुर्मु
राष्ट्रपति भवन : 11.08.2023
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु आज 11 अगस्त, 2023 को नई दिल्ली में 'उभरता भारत – स्त्री शक्ति' कार्यक्रम में शामिल हुईं। यह कार्यक्रम नेटवर्क 18 द्वारा महिलाओं की उपलब्धियों को मान्यता देने, सम्मान करने तथा उत्सव मनाने के लिए आयोजित किया जा रहा है।
सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि आज जब हमारा देश 'अमृत काल' में प्रवेश कर चुका है, महिलाओं की उपलब्धियों को मान्यता देने, सम्मान करने तथा उत्सव मनाने के लिए इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन करना अत्यंत प्रासंगिक है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत निकट भविष्य में तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। लेकिन हमारी आधी आबादी के योगदान के बिना यह संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि कुछ राज्यों में कार्यबल में महिलाओं का पर्याप्त प्रतिनिधित्व है लेकिन बहुत से राज्य ऐसे भी हैं जहां उनकी संख्या काफी कम है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने में हमारी बहनों और बेटियों का योगदान होना अनिवार्य है।
राष्ट्रपति ने कहा कि हमारी बेटियों और बहनों में जीवन में आगे बढ़ने, देश और समाज के लिए कुछ करने की असीम ललक है। अपनी बेटियों और बहनों को सम्मान तथा उचित अवसर देना हमारी परंपरा है और हमारा दायित्व भी। उन्होंने कहा कि सामान्य पृष्ठभूमि से आने वाली हमारी बेटियाँ अपनी इच्छा- शक्ति और कठिन परिश्रम से सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि महिलाओं का सम्मान हमारी संस्कृति का आधार रहा है, हमारी परंपरा में इस बात के अनेक प्रमाण मौजूद हैं कि जब-जब नारी का अपमान हुआ है तब- तब पूरे समाज ने एकजुट होकर ऐसे कुकृत्य की भर्त्सना की है और अपराधियों को दंडित किया गया है। उन्होंने कहा कि आज भी ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं होती हैं जो नारी-सम्मान के हमारे सनातन मूल्य के सर्वथा विरुद्ध हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि नारी के प्रति आदर-भाव से युक्त हमारी व्यवस्था में निहित न्याय की शक्ति के बल पर नारी-शक्ति सदैव आगे बढ़ती रहेगी।
राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार महिलाओं को और अधिक सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयत्नशील है। लेकिन, एक समाज के रूप में हम सबको भी बेटियों और बहनों को सबल बनाने में अपना योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सबको मिलकर एक ऐसा वातावरण बनाना है जहां सभी महिलाएं सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक क्षेत्रों में पूरी तरह से भाग ले सकें और योगदान दे सकें।
राष्ट्रपति ने कहा कि मीडिया हमारी सामाजिक व्यवस्था का अहम हिस्सा है, हमारे लोकतंत्र का एक प्रमुख स्तंभ है और मीडिया की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने सफल महिलाओं को इतना अच्छा मंच प्रदान करने और उन्हें सम्मानित करने के लिए नेटवर्क 18 की प्रशंसा की। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस आयोजन से प्रेरणा प्राप्त करके अन्य संस्थान भी आगे आयेंगे और महिला सशक्तीकरण के हित में ऐसे आयोजन करेंगे।