भारत की राष्ट्रपति ने सेल्यूलर जेल का दौरा किया; पोर्ट ब्लेयर में नागरिक अभिनंदन समारोह में शामिल हुईं
राष्ट्रपति भवन : 19.02.2024
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की पांच दिवसीय यात्रा पर आज 19 फरवरी, 2024 पोर्ट ब्लेयर पहुँचीं।
पोर्ट ब्लेयर में अपने पहले कार्यक्रम में, राष्ट्रपति ने शहीद स्मारक पर पुष्प-गुच्छ अर्पित किया तथा सेल्यूलर जेल परिसर और संग्रहालय का दौरा किया। उन्होंने सेल्युलर जेल में लाइट एंड साउंड शो भी देखा।
इसके बाद राष्ट्रपति डॉ. बीआर अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में अंडमान और निकोबार प्रशासन द्वारा उनके सम्मान में आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में शामिल हुईं।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों से भारत को जोड़ने में इन द्वीप समूहों का विशेष भौगोलिक महत्व है। इसलिए, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह भारत की एक्ट ईस्ट नीति का एक मुख्य घटक है।
राष्ट्रपति ने कहा कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की प्राकृतिक सुंदरता पूरे विश्व को आकर्षित करती है। उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में पर्यटन को और अधिक बढ़ावा देने के लिए अनेक कदम उठाए जा रहे हैं। वीर सावरकर एयरपोर्ट का नया टर्मिनल भी बनाया गया है। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि डिजिटल और फिजिकल कनेक्टिविटी में प्रभावशाली विकास के कारण, वर्ष 2014 से 2022 के बीच इस द्वीप समूह पर आने वाले पर्यटकों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है। उन्होंने कहा कि पर्यटन के निरंतर विकास से यहाँ रोजगार बढ़ेगा और इस केंद्र शासित प्रदेश के युवाओं को विकास के नए अवसर मिलेंगे।
राष्ट्रपति ने कहा कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के चारों ओर का विशेष आर्थिक जोन (ईईजेड) भारत के कुल विशेष आर्थिक जोन का लगभग 30 प्रतिशत है। इस द्वीप की ब्लू इकोनोमी का भारत की अर्थव्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण योगदान होगा। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि मछली और अन्य समुद्री उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कई कार्य प्रगति पर हैं।
राष्ट्रपति ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के स्वच्छ पर्यावरण और पारिस्थितिकी का संरक्षण करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमें विकास कार्यों और पर्यावरण संरक्षण के बीच संतुलन रखते हुए आगे बढ़ना होगा।