भारत की राष्ट्रपति ने रायपुर में ब्रह्माकुमारीज़ की राज्य स्तर की थीम 'सकारात्मक परिवर्तन का वर्ष' की शुरुआत की
राष्ट्रपति भवन : 31.08.2023
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने आज 31 अगस्त, 2023 को रायपुर, छत्तीसगढ़ में ब्रह्माकुमारीज की इस वर्ष की राज्य स्तर की थीम 'सकारात्मक परिवर्तन का वर्ष' की शुरुआत की।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि आज हम सब प्रौद्योगिकी के युग में जी रहे हैं। लेकिन यह भी आवश्यक है कि हम दिन का कुछ समय इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से दूर रहकर बिताएं। हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए यह बहुत जरूरी है। उन्होंने सभी से अपनी आंतरिक शक्ति विकसित करने, सकारात्मक कार्य करते रहने और सकारात्मक विचारों और अच्छी संगति में रहने का आग्रह किया। उन्होंने ऐसे लोगों के बीच रहने की सलाह दी जो सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा दें। उन्होंने कहा कि अगर हम जिंदगी को सही तरीके से जियेँ तो हर पल खूबसूरत और यादगार बना सकते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि एक तरफ हमारा देश नित नई ऊंचाइयों को छू रहा है। चाहे चाँद पर तिरंगा लहराना हो या विश्व स्तर पर खेल-कूद के क्षेत्र में नए अध्याय लिखने हों, हमारे देशवासी अनेक कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर एक अत्यंत गंभीर विषय है । अभी कुछ दिन पहले ही नीट की तैयारी कर रहे दो बच्चों ने अपने जीवन का दर्दनाक अंत कर दिया। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे कई बच्चों ने पिछले दिनों आत्महत्या की है। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा एक सकारात्मक भाव है जिससे जीवन सँवरता है। हार-जीत तो जीवन का हिस्सा है। इस बात के अनेक उदाहरण हैं कि क्षणिक असफलता में भविष्य की सफलता निहित होती है। उन्होंने परिवार के लोगों, दोस्तों, अध्यापकों और समाज से बच्चों की मानसिकता को समझने और उनकी मदद करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अगर बच्चों पर पढ़ाई और प्रतिस्पर्धा का दबाव है तो सभी हितधारकों को सकारात्मक सोच के साथ उस दबाव को दूर करना चाहिए और उन्हें आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने में मदद करनी चाहिए।
राष्ट्रपति ने कहा कि हर एक व्यक्ति में अनोखी प्रतिभा होती है। दूसरों से प्रेरणा लेना अच्छी बात है लेकिन अपनी रुचियों और क्षमताओं को समझकर सही दिशा का चुनाव करना चाहिए। इसके लिए स्वयं से संवाद करना आवश्यक है। अंतर्मन को जागृत करके व्यक्ति अपनी क्षमताओं को बढ़ा सकता है। सकारात्मक सोच और कार्यों से केवल अपना ही नहीं बल्कि अपने आस-पास के लोगों का जीवन भी बेहतर बनाया जा सकता है।
राष्ट्रपति को यह जानकर प्रसन्नता हुई कि ब्रह्माकुमारी बहनें और भाई दुनिया में प्रेम, सद्भाव और शांति के विस्तार के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी की सोच में बदलाव लाना आसान नहीं होता लेकिन प्रबल इच्छाशक्ति और निरंतर प्रयास से इसे हासिल किया जा सकता है। उन्होंने दुनिया को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम करने के लिए ब्रह्माकुमारीज संगठन की सराहना की।