भारत की राष्ट्रपति के नेतृत्व में हुई प्रतिनिधिमंडल-स्तरीय वार्ता, समझौता ज्ञापनों के आदान-प्रदान के दौरान उपस्थित रहीं; मॉरीशस की अपनी यात्रा के समापन दिवस पर विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया
राष्ट्रपति भवन : 13.03.2024
मॉरीशस की तीन दिवसीय राजकीय यात्रा के समापन दिवस 13 मार्च, 2024 पर भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगनाथ के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। उन्होंने दोनों देशों के बीच लंबे समय से चली आ रही साझेदारी को और गहरा करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।
दोनों नेताओं की उपस्थिती में निम्नलिखित 4 समझौतों का आदान-प्रदान किया गया।
· अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (गिफ्ट सिटी) और वित्तीय सेवा आयोग, मॉरीशस के बीच समझौता ज्ञापन;
· लोक सेवा आयोग, मॉरीशस और संघ लोक सेवा आयोग के बीच समझौता ज्ञापन;
· भारत-मॉरीशस दोहरे कर बचाव समझौते (डीटीएए) को आधार क्षरण और लाभ स्थानांतरण (बीईपीएस) न्यूनतम मानकों के अनुरूप बनाने के लिए इसमें संशोधन करने के लिए प्रोटोकॉल;
· भारत के केंद्रीय जांच ब्यूरो और मॉरीशस के भ्रष्टाचार विरोधी स्वतंत्र आयोग के बीच समझौता ज्ञापन।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति मुर्मु और प्रधानमंत्री जगनाथ ने भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित 14 सामुदायिक विकास परियोजनाओं का वर्चुअली उद्घाटन किया, और भारतीय सहायता से स्थापित की जा रही फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला का शिलान्यास किया।
बाद में, मॉरीशस के राष्ट्रपति श्री पृथ्वीराजसिंह रूपन ने स्टेट हाउस, रेडुइट में दोपहर के भोजन पर राष्ट्रपति की मेजबानी की।
इससे पहले आज सुबह, राष्ट्रपति ने अप्रवासी घाट का दौरा किया, जो विशेष रूप से भारत के पहले गिरमिटिया श्रमिकों के वंशजों के लिए बहुत महत्व रखता है। गिरमिटिया श्रमिक लगभग दो शताब्दी पूर्व मॉरीशस आए थे। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय दासता संग्रहालय का भी दौरा किया।
मॉरीशस रवाना होने से पहले राष्ट्रपति ने पवित्र गंगा तालाब में मंगलमूर्ति महादेव की पूजा-अर्चना भी की।
12 मार्च 2024 को राष्ट्रपति मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं। समारोह के बाद, मॉरीशस के विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों ने राष्ट्रपति मुर्मु से मुलाकात की।