बांग्लादेश के युवा प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति से मुलाकात की
राष्ट्रपति भवन : 27.02.2024
बांग्लादेश के एक युवा प्रतिनिधिमंडल ने आज 27 फरवरी, 2024 को राष्ट्रपति भवन में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की।
प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें बांग्लादेश के प्रतिभाशाली युवाओं के एक समूह के साथ बातचीत करके प्रसन्नता हुई है। उन्होंने कहा कि पूरे बांग्लादेश से प्रतिनिधि चयनित किए गए हैं और इसमें 50 प्रतिशत से अधिक महिलाएं हैं तथा इसमें जीवन के सभी क्षेत्रों के व्यक्ति शामिल हैं। उन्होंने कहा कि उनकी यहां उपस्थिति केवल एक यात्रा के तौर पर नहीं है; यह दोनों देशों के बीच बनाया जा रहा एक सेतु है, और यह स्थाई सहयोग और मित्रता की भावना का प्रमाण भी है जिस पर भारत-बांग्लादेश के संबंध आधारित हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और बांग्लादेश के अद्वितीय संबंध उनके इतिहास, संस्कृति और बलिदान पर आधारित है। भारत को बांग्लादेश के स्वाधीनता संग्राम में मित्र और भागीदार होने पर गर्व है और वह बांग्लादेश की विकास यात्रा में साथ है। उन्होंने कहा कि हमें दोनों देशों के बीच अद्वितीय संबंध को प्रोत्साहित करने वाली इस भावना को संरक्षित और पोषित करना चाहिए।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और बांग्लादेश का रिश्ता दिल और आत्मा से जुड़ा है। हमारे बीच गहरा सांस्कृतिक संबंध है और कला, संगीत, क्रिकेट और भोजन से हमें प्रेम है। हमें टैगोर द्वारा लिखे गए हमारे राष्ट्रगान पर गर्व है। हमारा 'बाउल' संगीत और काज़ी नज़रूल इस्लाम की रचनाओं से एक समान प्रेम है। हमारी साझा विरासत में हमारी एकता और विविधता झलकती है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत बांग्लादेश के साथ अपनी दोस्ती को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है और हम इसका पूरा लाभ उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
राष्ट्रपति को यह जानकर खुशी हुई कि भारत और बांग्लादेश की एक बड़ी और ऊर्जावान आबादी युवा हैं, जिसमें दुनिया को आकार देने की असीमित क्षमता है। उन्होंने सभी से इस क्षमता का दोहन करने का आग्रह किया। भविष्य के लीडर्स होने के नाते युवाओं की यह जिम्मेदारी है कि वे सबको एक हरित, टिकाऊ और शांतिपूर्ण दुनिया की ओर ले जाएं।
राष्ट्रपति ने युवा प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से इस अवसर का उपयोग भारत के विभिन्न पहलुओं और इसकी विविधता और विज्ञान, प्रौद्योगिकी और कला के क्षेत्र में हुए विकास को अनुभव करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि जब वे सोनार बांग्ला के निर्माण की दिशा में काम कर रहे हैं, उन्हें भारत और बांग्लादेश के बीच शांति, समृद्धि और दोस्ती के बंधन को मजबूत करने का भी प्रयास करना चाहिए।
बांग्लादेश युवा प्रतिनिधिमंडल कार्यक्रम 2012 में विदेश मंत्रालय और युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय की संयुक्त पहल के रूप में शुरू किया गया था। इस युवा कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य एक- दूसरे देश के प्रति सद्भावना और समझ को बढ़ावा देना, युवाओं के बीच विचारों के आदान-प्रदान और मूल्यों और संस्कृति की समझ को बढ़ावा देना है।