भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का लोकतांत्रिक समाजवादी गणराज्य श्रीलंका के राष्ट्रपति, महामहिम अनुरा कुमारा दिसानायका के सम्मान में आयोजित भोज में संबोधन
राष्ट्रपति भवन : 16.12.2024
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राष्ट्रपति भवन में आज शाम लोकतांत्रिक समाजवादी गणराज्य श्रीलंका के राष्ट्रपति महामहिम श्री अनुरा कुमारा दिसानायका और उनके प्रतिनिधिमंडल के विशिष्ट सदस्यों का स्वागत करते हुए मुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है।
भारत ‘नेबर फर्स्ट’ नीति और ‘सागर’ विजन में श्रीलंका को सर्वोच्च महत्व देता है। दोनों देशों के आपसी संबंध न केवल भौगोलिक क्षेत्र पर आधारित हैं, बल्कि साझा धार्मिक और सांस्कृतिक प्रथाओं, भाषाई समानताओं, आर्थिक सहयोग और राजनीतिक समझ पर भी आधारित हैं। बौद्ध धर्म की साझा विरासत दो सहस्राब्दियों से हमारे संबंधों का आधार रही है।
आज सहयोग के अनेक क्षेत्रों में हमारे बहुआयामी संबंध हैं। श्रीलंका को जब भी आवश्यकता पड़ी है, भारत एक जिम्मेदार पड़ोसी और मित्र के रूप में श्रीलंका के साथ खड़ा रहा है, चाहे वह हाल ही का आर्थिक संकट हो या उसके बाद ऋण प्रबंधन से जुड़ी चर्चाएँ करना हो।
मुझे खुशी है कि आज, राष्ट्रपति दिसानायका की यात्रा के दौरान, हमने “भारत- श्रीलंका संयुक्त वक्तव्य:संयुक्त भविष्य के लिए साझेदारी बढ़ाना” को स्वीकार किया है, इससे हमारे बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने के लिए एक व्यापक रूपरेखा निर्धारित होगी।
देवियो और सज्जनो,
भारत के लोगों का श्रीलंका के लोगों से मानसिक जुड़ाव भी रहा है, तथा श्रीलंका हमारी लोकगाथाओं और साझा सभ्यतागत विरासत का एक अभिन्न अंग रहा है। असल में, प्राचीन भारत के कलिंग क्षेत्र का श्रीलंका के साथ विशेष सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंध था, जो आज भी ओडिशा राज्य में बना हुआ है। मुझे विश्वास है कि श्रीलंका से आए हमारे मित्र आज शाम के भोज में चिर-परिचित व्यंजनों और धुनों का आनंद उठाएंगे!
हम अपने गहरे और स्थायी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत बनाना तथा दोनों देशों के लोगों की साझा समृद्धि की दिशा में मिलकर काम करना जारी रखेंगे।
इन शब्दों के साथ, महामहिम, देवियो और सज्जनो, आइए हम सब मिलकर:
-महामहिम राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायका के अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण, -श्रीलंका के लोगों की निरंतर प्रगति और समृद्धि,
-और भारत और श्रीलंका के बीच स्थायी मित्रता तथा सहयोग बढ़ाने के लिए अपनी शुभकामनाएं व्यक्त करें।
धन्यवाद।