भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का India Smart Cities Conclave 2023 में सम्बोधन
इंदौर : 27.09.2023
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‘India Smart Cities Conclave 2023’ में आप सब के बीच आकर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। मैं आज के सभी पुरस्कार विजेताओं को बहुत-बहुत बधाई देती हूँ।
मुझे खुशी है कि इन्दौर ने भारत के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में अपना स्थान बनाए रखा है। अब तो इंदौर देश की smart cities में भी सबसे ऊपर है। मैं इंदौर के सभी निवासियों, जन-प्रतिनिधियों, प्रशासन के अधिकारियों, केन्द्र सरकार के सम्बद्ध विभागों तथा अन्य सभी stakeholders की सराहना करती हूँ। उनकी कर्तव्यनिष्ठा के परिणामस्वरूप, प्रदर्शन की विभिन्न श्रेणियों में इंदौर प्रथम स्थान पर है।
India Smart Cities Awards Contest 2022 में मध्य प्रदेश द्वारा ‘Best State’ का गौरव प्राप्त करने पर, मैं राज्य के सभी निवासियों को, राज्यपाल जी को, मुख्यमंत्री जी को और उनकी पूरी टीम को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देती हूँ। मैं राज्य के सभी smart cities में किए जा रहे कार्यों से जुड़े लोगों की सराहना करती हूँ। मैं सर्वश्रेष्ठ Union Territory का पुरस्कार प्राप्त करने के लिए चंडीगढ़, और राज्यों के प्रदर्शन के आधार पर दूसरा स्थान प्राप्त करने के लिए तमिलनाडु तथा संयुक्त रूप से तीसरा स्थान प्राप्त करने के लिए राजस्थान और उत्तर प्रदेश को बधाई देती हूं।
मुझे बताया गया है कि आज अलग-अलग श्रेणियों में 66 पुरस्कार दिए जा रहे हैं। पुरस्कार प्राप्त करने वाले स्मार्ट शहरों और राज्यों को मैं फिर से बहुत बधाई देती हूँ। मैं आवासन और शहरी कार्य मंत्री, श्री हरदीप सिंह पुरी जी और उनकी पूरी टीम को भी बहुत बधाई देती हूँ कि आप Smart Cities Mission और अन्य पहलों के माध्यम से शहरों के विकास के लिए निरंतर प्रभावी कार्य कर रहे हैं।
देवियो और सज्जनो,
मुझे इस आकलन से अवगत कराया गया है कि वर्ष 2047 तक भारत की शहरी आबादी, लगभग 46 करोड़ से बढ़कर 87 करोड़ से अधिक हो जाएगी। तब हमारे 50 प्रतिशत से अधिक देशवासी शहरी क्षेत्रों में रहेंगे। भारत के शहर आज देश की GDP में लगभग दो-तिहाई योगदान करते हैं। अनुमान है कि शहरों का GDP को कुल योगदान वर्ष 2047 तक 80 प्रतिशत से अधिक हो जाएगा। इन आंकड़ों से यह संदेश मिलता है कि शहरों और नगरवासियों की बढ़ती आकांक्षाओं और जरूरतों को ध्यान में रखकर भविष्य का roadmap तैयार करना है और उस पर आगे बढ़ना है।
एक महत्वपूर्ण मुद्दा जो प्रत्येक विषय पर तथा हर स्तर पर सतत विकास की चर्चा में शामिल है - वह है Climate Change. इस संदर्भ में Climate Smart Cities Assessment Framework, जो भारत के 100 स्मार्ट शहरों के लिए शुरू किया गया था, वह इस बात का उदाहरण है कि शहरों में जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय स्तर पर कैसे कार्य किया जा सकता है। आज शहरों में energy efficiency के लिए green buildings तथा renewable energy पर जोर दिया जा रहा है लेकिन इन क्षेत्रो में और अधिक व्यापक स्तर पर कार्य करने की आवश्यकता है।
हमें Sustainable Development Goals की दिशा में आगे बढ़ते हुए अपने लक्ष्यों को प्राप्त करना है। SDG 11 का लक्ष्य है - Make cities and human settlements inclusive, safe, resilient and sustainable. यह लक्ष्य शहरों के सम्पूर्ण और समावेशी विकास के महत्व को रेखांकित करता है। इस दिशा में हमें अभी बहुत आगे जाना है।
देवियो और सज्जनो,
मुझे यह जानकर खुशी हुई है कि शहरी विकास में हमारे देश का समग्र निवेश पिछले दशक के दौरान, पहले की तुलना में 10 गुना से भी अधिक हो गया है। Best practices को लागू करने और viable business models विकसित करने में Smart Cities Mission का योगदान बहुत महत्वपूर्ण है।
अभी कुछ ही दिन पहले भारत ने G20 शिखर सम्मेलन सफलतापूर्वक आयोजित किया है। Urban 20, G20 का एक sub-group था। Urban 20 ने शहरों के बीच जुड़ाव की एक स्थायी प्रथा स्थापित करने का प्रयास किया। इसके माध्यम से एक सामूहिक संदेश भी दिया गया कि सतत विकास की प्राथमिकता को आगे बढ़ाने में शहरों के प्रबंधन की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसलिए विश्व के best-managed शहरों की best practices, उनके business models से हमें सीखना चाहिए और अपने सफल प्रयासों को भी अन्य देशों के साथ साझा करना चाहिए। Local और Global स्तर पर सहयोग करना समग्र तथा सतत विकास के लिए आवश्यक है।
देवियो और सज्जनो,
मुझे यह जानकर प्रसन्नता हो रही है कि सभी 100 स्मार्ट शहरों में Integrated Command and Control Centre संचालित हैं जो data का उपयोग करके, उस पर आधारित निर्णय ले रहे हैं। हमारे नागरिकों - खासकर महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों - की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। CCTV surveillance कैमरे आज कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में मदद कर रहे हैं। लेकिन खास तौर पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और अधिक मजबूत कदम उठाने की जरूरत है। मुझे विश्वास है कि इन 100 smart cities में किए जा रहे प्रयास हमारे 4800 से अधिक कस्बों और शहरों के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होंगे।
हमें पूरे देश में सुरक्षित, स्वच्छ, स्वस्थ neighbourhoods को विकसित करना है। कई smart cities में ऐसा किया जा रहा है। इसके लिए आवश्यक है कि लोग खुद जिम्मेदार बनें और अपने शहर तथा निवासियों के प्रति अपने कर्तव्य को समझें। डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियां शहरों में हर वर्ष फैलती हैं। इनकी रोकथाम के लिए, लोगों के proactive participation और संबंधित विभागों के सहयोग की आवश्यकता है।
इंदौर, सूरत, कोहिमा, श्रीनगर और कई अन्य शहरों ने जन-भागीदारी द्वारा सुव्यवस्थित शहरीकरण के सफल उदाहरण प्रस्तुत किए हैं। यह प्रसन्नता की बात है कि वाराणसी, गुवाहाटी, अहमदाबाद जैसी smart cities में land reclamation किया जा रहा है और नदियों के किनारे सार्वजनिक स्थान विकसित किए जा रहे हैं। मैं river-fronts विकसित करने और झीलों तथा जल निकायों को पुनर्जीवित करने के लिए कार्यरत सभी संस्थानों और व्यक्तियों को बधाई देती हूं।
इस conclave के विषय को अतिरिक्त विस्तार देते हुए, देशवासियों के हित में यह सुझाव मैं देना चाहती हूं कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी शहरों की तरह स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षण संस्थान तथा बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए। ऐसा करने से शहरों पर दबाव कम होगा और ग्रामीण क्षेत्र की जनता का जीवन भी बेहतर होगा।
मैं इस अवसर पर यहां उपस्थित और देश के विभिन्न शहरों से इस कार्यक्रम के साथ जुड़े Mayors and Municipal Commissioners से कुछ बातें कहना चाहती हूं। आप सब लोग अपने शहरों में बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। हमारा देश अमृत काल से गुजर रहा है जो देशवासियों के लिए कर्तव्य काल भी है। इस महत्वपूर्ण काल-खंड में आप सब को निरंतर नए विश्वास और नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ना है। मैं आशा करती हूँ कि इस conclave में साझा किए गए सफल प्रयासों की जानकारी का उपयोग आप सब अपने-अपने शहरों में करेंगे। ऐसा करके आप सब इस आयोजन को और अधिक सार्थक बनाएंगे।
आपके प्रयासों तथा उपलब्धियों के लिए मैं पुनः आप सभी की सराहना करती हूं और आप सब के उज्ज्वल भविष्य की कामना करती हूँ।
धन्यवाद!
जय हिन्द!
जय भारत!