भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का IIT भिलाई के दीक्षांत समारोह में सम्बोधन

भिलाई : 26.10.2024

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आज इस दीक्षांत समारोह में भाग लेकर और IIT भिलाई के प्रतिभाशाली युवाओं के बीच आकर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। सर्वप्रथम मैं आज उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को बधाई देती हूं। सभी पदक विजेताओं को मैं विशेष बधाई देती हूं। आज की उपलब्धि को हासिल करने के पीछे आपने अथक परिश्रम किया है और आपको बहुत ख़ुशी हो रही होगी। आपकी इस यात्रा में आपके माता-पिता आपके साथ खड़े रहे। यह आपकी ही नहीं बल्कि आपके माता-पिता की भी उपलब्धि है। मैं सभी विद्यार्थियों के अभिभावकों को हार्दिक बधाई देती हूं। साथ ही आपके प्राध्यापकों और आपके सभी साथियों को भी शुभकामनाएं व्यक्त करती हूं।

दीक्षांत समारोह का दिन उपलब्धियों से जुड़े गर्व को महसूस करने का दिन है। हर संस्थान और हर विद्यार्थी के लिए यह हर्ष का अवसर होता है। लेकिन कहीं न कहीं मन में campus life के खत्म होने और दोस्तों से दूर हो जाने का दुःख भी होता है। आज का दिन आपके लिए खुद को यह याद दिलाने का भी दिन है कि आप एक जिम्मेदार नागरिक और एक सक्षम व्यक्ति के रूप में बाहर की दुनिया में प्रवेश करने के लिए तैयार हैं। मैं यह भी कहना चाहूँगी कि औपचारिक शिक्षा ग्रहण करने का भले ही यहाँ अंत हो रहा हो, लेकिन अध्ययन करने और सीखने की इच्छा कभी भी समाप्त नहीं होनी चाहिए।

यह आप सब के लिए सौभाग्य की बात है कि आपको भिलाई शहर में रहने और शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिला, जो देश का एक बड़ा औद्योगिक केंद्र और शिक्षा का महत्वपूर्ण केंद्र है। स्वतंत्र भारत की यात्रा की शुरुआत के समय से ही देश के आधुनिक विकास में भिलाई की प्रभावी भूमिका रही है। अपनी शिक्षा के दौरान आपने अवश्य इस क्षेत्र के बारे में विस्तार से ज्ञान अर्जित किया होगा और इसकी प्रभावशाली विकास यात्रा से प्रेरणा भी ली होगी।

देवियो और सज्जनो,

मुझे ज्ञात हुआ है कि यह दीक्षांत समारोह IIT भिलाई के इस परिसर में आयोजित होने वाला पहला दीक्षांत समारोह है। यह प्रशंसनीय है कि यह परिसर अत्याधुनिक शिक्षण और अनुसंधान सुविधाओं के साथ विकसित किया गया है तथा इसके futuristic डिजाइन और निर्माण में प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग किया गया है। मुझे यह भी बताया गया है कि इस परिसर में Renewable energy का उपयोग किया जा रहा है और यह zero waste discharge campus है। पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने वाले इन सभी प्रयासों के लिए मैं IIT भिलाई की पूरी टीम की सराहना करती हूं।

यह प्रसन्नता की बात है कि अपनी स्थापना के 8 वर्षों में ही IIT भिलाई ने युवाओं की शिक्षा संबंधी आकांक्षाओं को पूरा करने के सफल प्रयास किए हैं। छत्तीसगढ़ की धरती आदिवासी संस्कृति और परंपराओं से समृद्ध है। जनजातीय समाज के लोग प्रकृति को करीब से समझते हैं और सदियों से पर्यावरण के साथ समन्वय बनाकर जीवन-यापन कर रहे हैं। आदिवासी भाई-बहन, प्राकृतिक जीवन-शैली के माध्यम से संचित किए हुए ज्ञान का भंडार हैं। इनको समझकर और उनकी जीवन-शैली से सीख लेकर, हम भारत के सतत विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। लेकिन देश का सम्पूर्ण विकास तभी संभव है यदि हमारे जनजातीय भाई-बहनों की उसमें सक्रिय भागीदारी हो। यह सराहनीय है कि IIT भिलाई आदिवासी समाज की प्रगति के लिए तकनीकी क्षेत्र में विशेष प्रयास कर रहा है।

देवियो और सज्जनो,

IIT भिलाई Agri-tech, health-tech और fin-tech पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित कर रहा है। मेरे संज्ञान में लाया गया है कि IIT भिलाई ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में AIIMS रायपुर के साथ सहयोग करके mobile phone apps बनाए हैं जिससे गांव के लोगों को घर बैठे ही चिकित्सा संबंधी मदद मिल जाती है। इस संस्थान ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के साथ भी सहयोग करके किसानों के लिए tech-solutions बनाए हैं जिससे उन्हें अपने संसाधनों का सही उपयोग करने के लिए मार्गदर्शन और सहायता मिलती है। यह प्रसन्नता की बात है कि छह लाख किसान, crop doctor नाम की mobile application का उपयोग कर रहे हैं। मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि यह संस्थान socially relevant अनुसंधान को बढ़ावा दे रहा है। मुझे बताया गया है कि national security और defence संबंधी कई projects भी इस संस्थान में चलाए जा रहे हैं। यह संस्थान महुआ जैसे minor forest produce पर काम करने वाले जनजातीय समुदायों के विकास के लिए भी कार्यरत है। छत्तीसगढ़ के जनजातीय समाज की समस्याओं और मुद्दों के समाधान के लिए भी IIT भिलाई अन्य stakeholders के साथ मिलकर काम कर रहा है। मैं ऐसे सभी प्रयासों के लिए IIT भिलाई की टीम की सराहना करती हूं।

मुझे यह देखकर भी खुशी हुई है कि IIT भिलाई में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप शिक्षण प्रदान किया जा रहा है। NEP इस बात पर जोर देती है कि शिक्षा application based और व्यावहारिक होने के साथ-साथ सामाजिक दृष्टि से प्रासंगिक भी होनी चाहिए। IIT भिलाई एक समावेशी सोच के साथ आगे बढ़ रहा है और वंचित तथा पिछड़े वर्गों के युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहा है। इस संस्थान ने छात्राओं की संख्या और भागीदारी बढ़ाने के लिए भी कदम उठाए हैं। ये सभी प्रयास प्रशंसनीय हैं।

देवियो और सज्जनो,

पिछले छह दशकों से देश के IITs के छात्र-छात्राओं ने विश्व स्तर पर विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्रों में अपनी विशेष पहचान बनाई है। अनेक global companies का नेतृत्व करते हुए हमारे IITians अपने technical और analytical skills से कई मायनों में 21वीं सदी की दुनिया को स्वरूप प्रदान कर रहे हैं। IIT के अनेक alumni ने entrepreneurship का रास्ता चुना है और नए रोजगारों का सृजन किया है। IITians ने अपनी अग्रणी सोच, experimental mind-set, innovative approach और दूरगामी दृष्टिकोण से देश और दुनिया की प्रगति में अमूल्य योगदान दिया है।

IITians ने भारत की digital transformation और start-up culture को भी बढ़ावा दिया है। भारत को technological development के माध्यम से विश्व में ऊंचा स्थान दिलाने में IIT ecosystem की महत्वपूर्ण भूमिका को हम सब जानते हैं। आप सभी विद्यार्थियों पर इस परंपरा को आगे बढ़ाने काबड़ा दायित्व है। मुझे विश्वास है कि आप अत्याधुनिक technologies काउपयोग करेंगे। उद्योग के क्षेत्र में कहा जाता है – No risk, No gain. दूसरे शब्दों में risk aversion की मानसिकता से स्व-रोजगार में सफलता नहीं मिल सकती। Risk appetite को अच्छा माना जाता है। मुझे विश्वास है कि आप अपने risk appetite के साथ आगे बढ़ते रहेंगे। AI, blockchain, augmented reality, quantum computing, cyber-security और अन्य technologies के बारे में आप सब जानते हैं। मुझे विश्वास है कि आप सब भी ऐसी नई technologies विकसित करेंगे और दुनिया को बेहतर बनाने की दिशा में कार्य करेंगे।

देश में आज 23 IITs हैं। भारत सरकार ने देश के सभी क्षेत्रों के युवाओं को technical higher education के क्षेत्र में सर्वोच्च गुणवत्ता से युक्त शिक्षा प्रदान करने के लक्ष्य के साथ देश के हर भाग में IIT स्थापित किए हैं। मुझे विश्वास है कि देश के पुराने और प्रतिष्ठित IIT, नए IITs के साथ मिलकर भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए एक मजबूत ecosystem तैयार करेंगे। यह ecosystem विकसित भारत की पहचान बनेगा।

IIT भिलाई एक नया IIT है। नए सपनों, नई सोच और नवीनतम तकनीकों के साथ यह संस्थान और इसके विद्यार्थी देश का नाम दुनिया में रोशन करेंगे, यह मेरा विश्वास है। देश को विकसित बनाने और विश्व स्तर पर भारत की प्रतिष्ठा को और आगे बढ़ाने की आपकी यात्रा के लिए मेरी अनंत शुभकामनाएं। मेरी मंगलकामना है कि आप सबका भविष्य उज्ज्वल हो और आप विकास के नए कीर्तिमान स्थापित करते रहें।

धन्यवाद! 
जय हिन्द! 
जय भारत!

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