भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का गुजरात में कई परियोजनाओं की आधारशिला रखने और राष्ट्र को समर्पित करने के अवसर पर सम्बोधन
गांधीनगर : 03.10.2022
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राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार आप सबके बीच यहाँ गुजरात में आकर प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। आप सभी की कुशलता के लिए प्रार्थना करती हूं।
इस कार्यक्रम में आने से पहले मुझे साबरमती आश्रम में कुछ समय बिताने का अवसर मिला। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जीवन और आदर्श आज मानवता के लिए और भी अधिक प्रासंगिक है।
आज गुजरात के विकास से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करके मुझे बहुत ख़ुशी हुई है। इन परियोजनाओं में स्वास्थ्य, medical education, सिंचाई, सड़क निर्माण तथा shipping और waterways से जुड़े विभिन्न projects हैं। मैं इन सभी projects की सफलता की कामना करती हूं। इन परियोजनाओं से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे तथा हमारे किसान भाई-बहनो छोटे व बड़े उद्यमियों को व्यापार के और अधिक अवसर मिलेंगे।
इन सभी परियोजनाओं को सफलता-पूर्वक कार्य रूप देने और कुशल संचालन के लिए मैं गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत जी, मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र भाई पटेल जी तथा उनकी पूरी टीम को शुभकामनाएं देती हूं।
देवियो और सज्जनो
आज यहां एक Super Speciality Hospital तथा नर्मदा जिले में एक नए Medical College कीआधारशिला रखकर मुझे बहुत प्रसन्नता हुई है। मुझे बताया गया है कि GMERS के 540 beds के इस अत्याधुनिक Hospital से नर्मदा जिले के निवासियों को बहुत सुविधा होगी। मुझे यह भी बताया गया है कि नर्मदा जिले में 84 per cent आबादी जन-जातीय समुदाय की है। GMERS का Hospital और Medical College जन कल्याण में प्रभावी योगदान देंगे, यह मेरा विश्वास है।
स्वास्थ्य के क्षेत्र में गुजरात ने प्रभावशाली उपलब्धियां हासिल की है।मुझे बताया गया है कि गर्भवती महिलाओं के लिए स्वास्थ्य कार्ड जारी करने वाला गुजरात भारत का पहला राज्य है।गुजरात में अब तक 12 करोड़ से अधिक कोविड-19 वैक्सीन लगायी जा चुकी है। इसी वर्ष की शुरुआत में जामनगर में WHO के ‘Global Centre for Traditional Medicine' की आधारशिला भी रखी गई है।पारंपरिक चिकित्सा के लिए WHO के वैश्विक केंद्र के माध्यम से भारत की पारंपरिक चिकित्सा के ज्ञान को पूरे विश्व तक ले जाया जा सकेगा। मुझे बताया गया है कि नीति आयोग द्वारा वर्ष 2020-21 में जारी की गयी एक रिपोर्ट के अनुसार Sustainable Development Goal "Good Health and Well-being" को हासिल करने में गुजरात पूरे देश में प्रथम स्थान पर है।
गुजरात ने औद्योगिक प्रगति के साथ-साथ प्राकृतिक खेती एवं पर्यावरण संरक्षण के उदाहरण भी प्रस्तुत किए हैं। देश की लगभग 5 प्रतिशत आबादी गुजरात में निवास करती है लेकिन कुल राष्ट्रीय-कृषि-उत्पादन का लगभग 20 प्रतिशत योगदान गुजरात के किसान भाई-बहनों द्वारा किया जाता है। गुजरात में किए गए कृषि विकास के सफल प्रयोग पूरे देश में अपनाए जा रहे हैं। आज मैंने 2 Lift Irrigation Projects का उद्घाटन किया है। ऐसी परियोजनाओं के कार्यान्वित होने से गुजरात के किसान भाई-बहन और अधिक लाभान्वित होंगे।
देवियो और सज्जनो
देशवासियों के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए जल सुरक्षा सुनिश्चित करना बेहद जरुरी है। बहुत लम्बे समय तक राज्य की भौगोलिक स्थिति, खास तौर से उत्तरी गुजरात, सौराष्ट्र तथा कच्छ के हिस्सों में पानी की कमी से लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ा था। लेकिन आज वह स्थिति बिलकुल बदल चुकी है। आज 'सरदार सरोवर परियोजना' के तहत 63,000 km के विशाल नहर नेटवर्क से सिंचाई के लिए पानी गुजरात के निवासियों को उपलब्ध कराया जा रहा है। इससे हजारों किसान भाई-बहनो सहित लाखों लोगों के जीवन में बदलाव आया है।मुझे यह जानकर ख़ुशी हुई कि गुजरात ने access to improved sources of drinking water के शत-प्रतिशत लक्ष्य को हासिल कर लिया है। नीति आयोग के Composite Water Management Index के अनुसार गुजरात पिछले तीन वर्षों से जल प्रबंधन में देश में प्रथम स्थान पर है।
देवियो और सज्जनो
गुजरात के प्रगति शील उद्यमियों ने पूरे विश्व में गुजरात और भारत की विशेष पहचान बनाई है। विकास के पैमाने पर गुजरात देश के अग्रणी राज्यों में से एक है। गुजरात के लोगों में enterprise और innovation की संस्कृति है। आज Ministry of Ports, Shipping and Waterways द्वारा संचालित दीनदयाल पोर्ट, कांडला पर विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखकर मुझे प्रसन्नता हुई है। मुझे बताया गया है कि दीनदयाल पोर्ट कुल port cargo की मात्रा के हिसाब से भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह है। देश का लगभग 40 प्रतिशत port cargo गुजरात के बंदरगाहों से होकर जाता है। इन परियोजनाओं के पूरा होने पर दीनदयाल पोर्ट की कार्गो क्षमता और अधिक बढ़ जाएगी तथा इस क्षेत्र के विकास को और अधिक गति मिलेगी। इन उपलब्धियों के लिए मैं केंद्रीय Ports,Shipping and Waterways Ministry की भी सराहना करती हूं।
मैं एक बार फिर आप सभी को विकास की इन तमाम परियोजनाओं के लिए बहुत-बहुत बधाई देती हूं। मैं गुजरात के अपने भाई-बहनों तथा सभी देशवासियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए अपनी शुभकामनाएं देती हूं।
धन्यवाद!
जय हिन्द!
जय भारत!