भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का Divine Heart Foundation (India) के समारोह में सम्बोधन
लखनऊ : 11.12.2023
डाउनलोड : भाषण (हिन्दी, 104.07 किलोबाइट)
उत्तर प्रदेश की अपनी इस यात्रा के दौरान सवेरे मैं बनारस में थी और अभी मैं लखनऊ में हूं। संयोग से ‘बनारस की सुबह’ और ‘अवध की शाम’ की तारीफ में बहुत कुछ लिखा जाता रहा है। आज की शाम, इस लखनऊ शहर में आप सब के बीच उपस्थित होकर मुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। लखनऊ की तहजीब और नफासत के किस्से बहुत लोकप्रिय हैं। मुझे लखनऊ आना अच्छा लगता है।
मेरा जन्म-स्थान ओडिशा में है। मुझे हिन्दी भाषा की सूक्ष्मताओं की बहुत गहरी जानकारी नहीं है। लेकिन मैंने गौर किया है कि यहां लोग ‘मैं’ की जगह ‘हम’ का इस्तेमाल करते हैं। इस प्रकार, अकेला व्यक्ति भी अपने-आप को समूह से जोड़कर देखता है। पूरे देश के परिप्रेक्ष्य में देखें तो यही भावना हमें भारतीय बनाती है। अलग-अलग धर्म, जाति, क्षेत्र, राज्य और आस्था से जुड़े होने के बावजूद हमारी पहचान एक भारतीय की है।
देवियो और सज्जनो,
Divine Heart Foundation के Hospital और Research Centre में आकर मुझे Health-care विशेषकर Heart-care के महत्वपूर्ण विषय से जुड़ने का अवसर प्राप्त हो रहा है। जिन अस्पतालों में ‘नर सेवा नारायण सेवा’ की भावना प्रबल हो वहां मानवता के श्रेष्ठतम रूप का दर्शन होता है।
मुझे बताया गया है कि Divine Heart Hospital and Research Centre की स्थापना का ध्येय इसी भावना पर आधारित है। मानवता की सेवा का यह सेवा भाव सराहनीय है।
इस foundation और hospital को नेतृत्व प्रदान करने के लिए डॉक्टर ए. के. श्रीवास्तव को मैं साधुवाद देती हूं।
वर्ष 2006 में इस अस्पताल के उद्घाटन के अवसर पर मेरे पूर्ववर्ती डॉक्टर कलाम ने कहा था and I quote “A unique need is to have doctors and para-medical staff with good hearts to treat the ailing hearts, we need helping hands to remove the pain, and we need beautiful minds to give happiness to the patients.” Unquote. मुझे यह जानकर खुशी हुई है कि यह अस्पताल मानवता की सेवा की ऐसी ही भावना से कार्य कर रहा है।
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल, श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी ने जन-सेवा और महिला सशक्तीकरण के अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किए हैं। वे उत्तर प्रदेश के निवासियों को अपने स्नेहिल मार्गदर्शन से लाभान्वित कर रही हैं।
भारत के रक्षा मंत्री, श्री राजनाथ सिंह जी यहां उपस्थित हैं। अपने लंबे और प्रभावशाली सार्वजनिक जीवन में उन्होंने उत्तर प्रदेश और पूरे भारत के विकास में विशिष्ट योगदान दिया है। इस अस्पताल को उनकी प्रेरणा मिलना आप सब के द्वारा की जा रही सेवा की प्रामाणिकता को पुष्ट करता है।
राजनाथ जी सहित हम सभी के परम श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी का लखनऊ के निवासियों से गहरा रिश्ता था। लखनऊ के लोगों ने अपने जन-प्रतिनिधि अटलजी के रूप में देश को एक अद्भुत प्रधानमंत्री तथा भारत रत्न प्रदान किया। यह कहा जा सकता है अटलजी हमारे महान लोकतंत्र को लखनऊ की अनमोल भेंट हैं।
देवियो और सज्जनो,
अंग्रेजी की यह कहावत बिलकुल ठीक है कि Prevention is better than cure. मैं heart-care से जुड़े सभी डॉक्टरों से यह अनुरोध करती हूं कि वे समाज के जन-जन में Life-style for a healthy-heart के बारे में जागरूकता का प्रसार करें। जब आप एक अस्पताल में इलाज करते हैं तो आप सौ, दो सौ, पांच सौ लोगों का इलाज करते हैं। लेकिन, जब आप जागरूकता के द्वारा रोकथाम करते हैं तो आप सैंकड़ों और हजारों लोगों को लाभान्वित कर सकते हैं।
मैं आशा करती हूं कि आप सब Preventive heart-care पर विशेष ध्यान देंगे और साथ ही देशवासियों को कम खर्च पर अच्छी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे।
हम सब को मिलकर स्वस्थ भारत और समृद्ध भारत का निर्माण करना है। इसी संकल्प के साथ मैं अपनी वाणी को विराम देती हूं।
धन्यवाद!
जय हिन्द!
जय भारत!