भारत की राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 2022 बैच के सहायक सचिवों के साथ मुलाकात के अवसर पर संबोधन
राष्ट्रपति भवन : 01.07.2024
डाउनलोड : भाषण (144.53 किलोबाइट)
प्रिय Officer Trainees,
आज मुझे आईएएस के 2022 बैच के आप सभी युवा अधिकारियों से मिलकर बहुत प्रसन्नता हो रही है। सिविल सेवा परीक्षा में उच्च स्थान प्राप्त करके आईएएस के लिए चुना जाना प्रतिभा के साथ-साथ कठिन परिश्रम तथा लक्ष्य प्राप्त करने के प्रति निष्ठा का परिचायक भी है। इसलिए, मैं आप सबकी विशेष सराहना करती हूं।
मैं Women Trainee Officers की विशेष सराहना करती हूं क्योंकि मैं जानती हूं कि जीवन के किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए महिलाओं को अनेक सीमाओं का सामना करना पड़ता है। मुझे यह देखकर खुशी होती है कि आईएएस में महिला अधिकारियों की संख्या बढ़ रही है। यह हमारे समाज और देश के विकास का एक बहुत महत्वपूर्ण आयाम है। मुझे बताया गया है कि आपके तुरंत बाद के यानी 2023 बैच के IAS Officer Trainees में महिलाओं की संख्या 42 प्रतिशत है। यह एक अत्यंत गौरवशाली कीर्तिमान है। इसमें मुझे भारत के विकास की शानदार तस्वीर दिखाई देती है।
मैं समझती हूं कि प्रशिक्षण के दौरान आपको देश, समाज तथा प्रशासन से जुड़ा जो ज्ञान और अनुभव मिला है वह आपके पूरे करियर के दौरान आपके लिए सहायक सिद्ध होगा।
मुझे बताया गया है कि आजकल सहायक सचिव कार्यक्रम के जरिए आप सब को करियर के शुरुआती दौर में ही भारत सरकार के कामकाज से अवगत कराया जा रहा है। आप सब को अत्यंत वरिष्ठ और अनुभवी अधिकारियों के मार्गदर्शन में काम करने का अवसर भी मिल रहा है। यह exposure आपको देश-व्यापी दृष्टिकोण प्रदान करेगा। जब आपकी पोस्टिंग किसी क्षेत्र में होगी तब नीति निर्धारण करने और निर्णय लेने में इस National perspective का लाभ आप सब को मिलेगा।
हमारे देश में आईएएस को dream job माना जाता है। यानी आप सब ऐसे पदों पर कार्यरत होने जा रहे हैं जिन पर पहुँचने का सपना हर वर्ष लाखों युवा देखते हैं। बहुत बड़ी संख्या में, महत्वाकांक्षी युवा इस सपने को पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत भी करते हैं। लेकिन यह अवसर केवल आपको मिला है कि इस प्रतिष्ठित सेवा के माध्यम से आप देशवासियों के कल्याण के लिए कार्य करें।
स्वाधीन भारत में आईएएस की भूमिका को परिभाषित करते हुए सरदार पटेल ने कहा था कि सभी civil servants को ‘spirit of service’ के साथ काम करना चाहिए। उनका यह भी कहना था कि देश के सामान्य लोगों के साथ अपनेपन का व्यवहार करना हर अधिकारी का आवश्यक कर्त्तव्य है। आप जहां भी काम करें वहां अपनी संवेदनशीलता, ईमानदारी तथा कार्यकुशलता की छाप छोड़ें ताकि वहां के लोग आपके जाने के बाद भी आपके योगदान को सदा याद रखें।
आईएएस अधिकारी देश के विभिन्न क्षेत्रों में उच्च पदों पर कार्यरत हैं। आज भारत दुनिया के विकसित देशों के साथ कदम से कदम मिला कर चलना चाहता है। अनेक क्षेत्रों में हम नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। High-technology के इस युग में, जब देश-दुनिया की हर जानकारी लोगों को real time में मिल रही है, तब आपकी चुनौतियां और बढ़ जाती हैं। आप जब तक किसी भी scheme के social या economic goals achieve करेंगे, तब तक लोगों की needs, awareness और aspirations और बढ़ चुकी होंगी। इसलिए, आप आज से ही ऐसे systems बनाना शुरू करें जिनके बल पर आप future-ready रहें।
बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए, inclusive और sustainable development के लिए तथा हर वर्ग के लोगों के socio-economic empowerment के लिए, प्रशासन की कार्य-संस्कृति जनभागीदारी पर आधारित होनी चाहिए।
विकसित भारत के निर्माण के लिए विकसित मानसिकता अनिवार्य है। अनेक आईएएस अधिकारियों ने सराहनीय कार्य किए हैं तथा देश की उपलब्धियों में अमूल्य योगदान दिया है। ऐसे अधिकारियों को आप सब अपना role-model बनाएं।
आज के संदर्भ में आप सब को केवल administrators ही नहीं बल्कि facilitators और managers की भूमिका भी निभानी है। आपकी सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि किस तरह से सब को साथ लेकर आप accountable, transparent और effective administration प्रदान कर पाते हैं।
प्रिय Officer Trainees,
प्रशासक के लिए सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण होता है लोगों का विश्वास जीतना और उसे बनाये रखना। Accessibility, transparency और trust building के लिए आप technology का सदुपयोग कर सकते हैं। Self-publicity के लिए technology, खासकर social-media का उपयोग करने से आप सब को बचना चाहिए।
भारत आज ‘AI for All’ की सोच के साथ आगे बढ़ रहा है। AI का जन-कल्याण के लिए उपयोग करने में आप जैसे प्रतिभाशाली युवाओं को अपना बहुमूल्य योगदान देना होगा।
आपके रास्ते में कई चुनौतियां, सीमाएं और समस्याएं आएँगी। नैतिकता पर किसी भी तरह के आघात से निपटने के लिए आपको आरंभ से ही सचेत और सक्रिय रहना होगा। मुझे विश्वास है कि सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों को लागू करने के साथ-साथ आप सब अपने निजी आचरण में भी Integrity, righteousness और sustainability को बढ़ावा देंगे।
मुझे यह जानकर प्रसन्नता होती है कि अनेक अधिकारी innovations को बढ़ावा दे रहे हैं। मुझे विश्वास है कि आप सब भी नई सोच के साथ नए समाधानों के द्वारा देश के विकास को आगे बढ़ाएंगे। मुझे पूरा भरोसा है कि आप सब आने वाले समय में भारत का गौरव बढ़ाएंगे। अमृत-काल के दौरान भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को सिद्ध करने में आप सब अमूल्य योगदान देंगे।
इसी विश्वास के साथ मैं आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं और आपके उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामना करती हूं।
धन्यवाद!
जय हिन्द!
जय भारत!