भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारतीय राजस्व सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों द्वारा मुलाक़ात के अवसर पर संबोधन।
राष्ट्रपति भवन : 08.03.2024
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मैं, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आप सभी को, विशेषकर यहां एकत्रित महिला अधिकारियों को शुभकामनाएं देती हूं। इस प्रतिष्ठित सेवा में आपके चयन के लिए मैं आप सब को बधाई देती हूं। भारतीय राजस्व सेवा में आपको सरकार के लिए संसाधन जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर मिलता है। मैं, रॉयल भूटान सेवा के उन दो अधिकारियों का भी स्वागत करती हूं जो आज यहां उपस्थित हैं। आप सब से अपेक्षा की जाती है की प्रभावी कर प्रशासन और बेहतर स्वैच्छिक अनुपालन सुनिश्चित करके राष्ट्र-निर्माण प्रक्रिया में भूमिका निभाने की उम्मीद की जाती है।
आपके प्रशिक्षण अनुभवों को सुनने के बाद, मैं समझती हूं कि प्रवेश प्रशिक्षण से आप सब को अपना कार्य कुशलतापूर्वक और प्रभावी ढंग से निपटने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल मिला है। मुझे बताया गया है कि आप सब अलग-अलग शैक्षणिक पृष्ठभूमि से हैं। यद्यपि, आप में से अधिकांश इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि से हैं और इस बैच में डॉक्टर और कानून स्नातक भी हैं तथा कुछ मानविकी, कृषि और व्यवसाय प्रशासन से हैं। आपमें से अधिकांश अधिकारी पहले से ही कार्य कर रहे हैं। मुझे बताया गया है कि इस बैच में महिला अधिकारियों की संख्या लगभग 38 प्रतिशत है। यह एक अच्छी संख्या है लेकिन मैं भविष्य के बैचों में महिला अधिकारियों की संख्या और अधिक देखना चाहूंगी।
प्यारे प्रशिक्षु अधिकारियों,
प्रशिक्षण के दौरान कई महीने एक साथ रहने के बाद, आपने एक-दूसरे से बहुत कुछ सीखा होगा और नई जानकारियाँ जुटाई होंगी, जिनसे आपको कर प्रशासन के चुनौतीपूर्ण कार्य को पूरा करने में मदद मिलेगी। मैं, प्रशिक्षु अधिकारियों को अपेक्षित कौशल विकसित करने और अनुशासन, एकता और जवाबदेही के मूल्यों को विकसित करने के लिए राष्ट्रीय प्रत्यक्ष कर अकादमी के प्रयासों की भी प्रशंसा करती हूं।
आपका प्रशिक्षण समाप्त हो जाने के बाद आप में से अधिकांश को क्षेत्र में तैनात किया जाएगा और आप अपने वैधानिक कर्तव्यों का पालन करेंगे। आपको करदाताओं द्वारा कर कानूनों के अनुपालन को सुविधाजनक बनाने के लिए अपने कर्तव्यों का दृढ़ता से पालन करना है और कर की चोरी रोकने में भी योगदान देना है। आप सब जानते हैं कि पिछले कुछ वर्षों में देश के प्रत्यक्ष कर संग्रह में लगातार वृद्धि हुई है। मुझे यह जानकर प्रसन्नता हो रही है कि पिछले एक दशक में प्रत्यक्ष कर संग्रह तीन गुना से ज्यादा हो गया है और आयकर रिटर्न दाखिल करने वाले लोगों की संख्या लगभग ढाई गुना हो गई है। इन संग्रहों से प्राप्त राजस्व का उपयोग देश में विकास परियोजनाओं पर धन खर्च करने और देशवासियों के कल्याण के लिए किया जाएगा। इसलिए देश के विकास में आपका योगदान बहुत महत्वपूर्ण रहेगा।
प्रिय प्रशिक्षु अधिकारियों,
डिजिटलीकरण और नवीनतम तकनीकों से कर प्रशासकों के लिए अपने दैनिक कार्यों में अधिक दक्षता लाने के नए अवसर खुले हैं। कर प्राधिकारी अब कर-प्रशासन में सुधार, कर चोरी को कम करने और करदाता अनुपालन को सुविधाजनक बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और उन्नत विश्लेषण जैसी नई तकनीकों का लाभ उठा रहे हैं। मुझे बताया गया है कि आयकर विभाग कर आधार बढ़ाने और देश में काले धन की समस्या को समाप्त करने के उद्देश्य से सूचना एकत्र करने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग कर रहा है। अत: आप सब को उभरती प्रौद्योगिकियों का सर्वोत्तम उपयोग करना आवश्यक है।
पिछले कुछ वर्षों में आयकर विभाग द्वारा कई नई पहले की गई हैं जिससे अधिक पारदर्शिता और दक्षता आई है। मैं, नॉन-इंट्रूसिव जांच तरीकों के क्षेत्र में उठाए गए कदमों और अन्य पहलों के लिए आयकर विभाग को बधाई देती हूं।
प्यारे प्रशिक्षु अधिकारियों,
नागरिक-केंद्रित कर सेवाओं से कर प्रशासन में लोगों का विश्वास बढ़ता है। मैं, इस बात की प्रशंसा करती हूं कि आयकर विभाग कई पहलों के माध्यम से लोगों की मानसिकता में परिवर्तन लाने की दिशा में कार्य कर रहा है। मैं आप सभी से आग्रह करती हूं कि आप सब नागरिकों का विश्वास बढ़ाने की दिशा में कार्य करना जारी रखें ताकि नागरिक कर अनुपालन कर सकें। यह भी आवश्यक है कि कर संग्रहण के तरीके करदाता के अनुकूल हों। आपको सामाजिक क्षेत्र में की जा रही पहलों, विशेषकर वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी देशवासियों को अवगत कराना है।
मैं, अपेक्षा करती हूँ की आप सब अपने कर्तव्यों का निष्पक्षता और पारदर्शिता से निर्वहन करेंगे और अपने करियर के दौरान पूर्ण सत्यनिष्ठा बनाए रखेंगे। मैं, आप सब के उज्ज्वल भविष्य और शानदार करियर की कामना करती हूं।
धन्यवाद,
जय हिन्द!
जय भारत!