भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारत-स्लोवाकिया व्यापार मंच में संबोधन

ब्रातिस्लावा : 10.04.2025

डाउनलोड : भाषण भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का भारत-स्लोवाकिया व्यापार मंच में संबोधन(हिन्दी, 73.58 किलोबाइट)

आज भारत-स्लोवाक व्यापार मंच से मिलकर मुझे खुशी हो रही है। मैं भारत और स्लोवाकिया के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता के लिए राष्ट्रपति पेलेग्रिनी को धन्यवाद देती हूं।

मैं स्लोवाक निवेश और व्यापार विकास एजेंसी (SARIO) और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) को संयुक्त रूप से यह कार्यक्रम आयोजित करने के लिए बधाई देती हूं। हमारी भविष्य की आर्थिक साझेदारी को दिशा देने की ओर यह एक उल्लेखनीय कदम है।

भारत और स्लोवाकिया के घनिष्ठ ऐतिहासिक और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। पिछले कई वर्षों से हमारे देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाया है। अब समय आ गया है कि हम अपने विविध क्षेत्रों में व्यापार की संभावनाओं को तलाशें। कल मेरी राष्ट्रपति पेलेग्रिनी और प्रधानमंत्री फिको के साथ सार्थक बैठकें हुईं। हम अपने व्यापार और आर्थिक संबंधों सहित सभी क्षेत्रों में अपनी साझेदारी को और बढ़ाना चाहते हैं।

भारत स्लोवाकिया के साथ व्यापार संबंधों को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। मेरे साथ विविध क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाला बड़ा व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल आया है, इससे स्पष्ट है कि भारतीय व्यवसायों के लिए स्लोवाकिया में उपलब्ध अवसरों का पता लगाना है। स्लोवाकिया ने भी इसी तरह की रुचि दिखाई है।

आज के कार्यक्रम में दोनों पक्षों के उत्साह को देखकर बहुत संतोष हुआ है। मुझे पता चला है कि पिछले तीन महीनों में तीन व्यापारिक प्रतिनिधिमंडलों का आपस में आदान-प्रदान किया गया है।

वर्तमान में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, भारत इस दशक के अंत से पूर्व तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। भारत एक महत्वपूर्ण परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है, और प्रौद्योगिकी, नवाचार और सतत विकास के क्षेत्र में विश्व में एक अग्रणी देश के रूप से आगे आ रहा है। हमने अक्षय ऊर्जा, डिजिटल प्रौद्योगिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, दूरसंचार, ऑटो और ऑटो-पार्टस्, फार्मा और जैव प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष और फिनटेक में महत्वपूर्ण सफलता अर्जित की है।

डिजिटल अवसंरचना में तेजी से हुए विकास से भारत तकनीकी नवाचार में सबसे आगे आ गया है। चाहे वह मोबाइल और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से दिन-प्रतिदिन की सेवाओं की उपलब्धता हो अथवा कैशलेस लेनदेन हो, हर क्षेत्र में डिजिटल क्रांति से भारत में तेजी से विकास हो रहा है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप इकोसिस्टम है। आशा है कि आने वाले वर्षों में भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा, और हम स्लोवाकिया जैसे मित्रों की इसमें साझेदारी की उम्मीद करते हैं।

दोस्तो,

भारत विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में है, और स्लोवाकिया, अपने मजबूत औद्योगिक आधार और यूरोप में कार्यनीतिक स्थान पर स्थित होने के कारण, यहां व्यापक व्यापार और निवेश की संभावनाएं हैं। यूरोपीय संघ के एक प्रमुख सदस्य और ऑटोमोटिव, रक्षा और उच्च तकनीक उद्योगों के केंद्र के रूप में, स्लोवाकिया भारत के विशाल उपभोक्ता बाजार, कुशल श्रमबल और संपन्न स्टार्ट-अप इकोसिस्टम से लाभ उठा सकता है।

दोनों देशों ने विशेष रूप से ऑटोमोटिव क्षेत्र में बहुत विस्तार किया है। टाटा मोटर्स की सहायक कंपनी जगुआर लैंड रोवर ने स्लोवाकिया में एक बहुत बड़ा निवेश किया है, जिसमें 2018 से संचालित नित्रा में एक विनिर्माण इकाई भी है। लैंड रोवर डिस्कवरी और डिफेंडर जैसे मॉडल का उत्पादन करने वाला यह अत्याधुनिक संयंत्र वैश्विक ऑटोमोबाइल विनिर्माण में स्लोवाकिया की बढ़ती भूमिका को दिखाता है। मैं इस निवेश को आसान बनाने में राष्ट्रपति पेलेग्रिनी द्वारा दिए गए बहुमूल्य योगदान के लिए उनकी सराहना करती हूँ, इससे हमारी आर्थिक साझेदारी और बढ़ी है।

ऑटोमोटिव उद्योग के अलावा, कई अन्य भारतीय कंपनियों ने स्लोवाकिया में अपनी साख बनाई है, उन कंपनियों में से अनेक कंपनियां आज यहाँ हैं। इसी तरह, कई स्लोवाक फर्म भारत के औद्योगिक विकास में सक्रिय रूप से योगदान दे रही हैं। दोनों देशों के बीच इस सहयोग से हमारे आर्थिक संबंधों की गहराई का पता चलता है।

आज की अनिश्चितताओं से भरी दुनिया में, भारत अपने स्थिर राजनीतिक माहौल और सुधार-उन्मुख आर्थिक एजेंडे के कारण प्रगति का एक शानदार उदाहरण बना है, जहां विनिर्माण क्षेत्र को प्रोत्साहित किया जाता है, और ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ को बढ़ावा दिया जाता है। मैं स्लोवाक कंपनियों को भारत की 'मेक इन इंडिया' पहल में शामिल होने के लिए आमंत्रित करती हूँ।

स्लोवाकिया अपने कार्यबल की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विदेशों के परिश्रमी कुशल श्रमिकों और पेशेवरों की मांग कर रहा है। मुझे विश्वास है कि भारतीय प्रतिभा स्लोवाकिया की आर्थिक प्रगति में एक महत्वपूर्ण भागीदार हो सकती है।

भारत और स्लोवाकिया के बीच द्विपक्षीय व्यापार लगातार बढ़ा है। वर्ष 2024 में, व्यापार का यह आंकड़ा 1.2 बिलियन यूरो से अधिक हो गया है। लेकिन मेरा मानना ​​है कि यह आंकड़ा हमारी वास्तविक क्षमता की तुलना में बहुत कम है। यह बिजनेस फोरम तालमेल बढ़ाने और पारस्परिक रूप से लाभकारी भागीदारी बनाने के लिए एक उत्कृष्ट मंच प्रस्तुत करता है। मैं अपने बिजनेस लीडर्स से आग्रह करती हूँ कि वे इन अवसरों का लाभ उठाएँ और ठोस परिणाम प्रस्तुत करें। बढ़ते विकास को गति देने का समय अब आ गया है।

मुझे विश्वास है कि इस फोरम में विचार-विमर्श से स्थायी भागीदारियां होंगी। हमें साझी समृद्धि, नवाचार और सतत विकास वाले भविष्य का मिलकर निर्माण करना है। मैं आप सभी को आपके व्यावसायिक कार्यों की सफलता के लिए शुभकामनाएँ देती हूँ।

आप सबका बहुत-बहुत धन्यवाद!

समाचार पत्रिका के लिए सदस्यता लें

सदस्यता का प्रकार
वह न्यूज़लेटर चुनें जिसकी आप सदस्यता लेना चाहते हैं।
सब्सक्राइबर का ईमेल पता