स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डा, रायपुर के एकीकृत टर्मिनल भवन के उद्घाटन के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण
रायपुर, छत्तीसगढ़ : 07.11.2012
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मुझे, रायपुर हवाई अड्डे पर नए एकीकृत टर्मिनल के उद्घाटन के अवसर पर रायपुर आकर बहुत खुशी हो रही है। मुझे यह जानकर बहुत खुशी हुई है कि रायपुर हवाई अड्डे का नाम संत/दार्शनिक तथा स्वपनद्रष्टा स्वामी विवेकानंद के नाम पर रखा गया है। कोलकाता के बाद स्वामी जी ने अपने जीवन के सबसे अधिक वर्ष रायपुर में ही बिताए थे। इस वर्ष उनकी 100वीं जन्म जयंती है तथा हमने हाल ही में भारत में नागर उड्डयन के 100 वर्ष पूरे होने का समारोह मनाया है। इसलिए यह बहुत समीचीन है कि इस हवाई अड्डे का नाम उनके नाम पर रखा गया है।
मुझे उम्मीद है कि यह हवाई अड्डा छत्तीसगढ़ तथा शेष भारत तथा विश्व के बीच सेतु का काम करेगा। मुझे विश्वास है कि इससे इस सुंदर तथा खनिज-संपदा संपन्न राज्य में पर्यटक तथा व्यापारियों का बड़ी संख्या में आगमन होगा, जिसकी जनता बहुत मेहनती तथा प्रतिभाशाली है।
हवाई अड्डा देश के प्रवेश-द्वार का काम करते हैं। ये आर्थिक आकर्षण पैदा करते हैं जिससे उस क्षेत्र के और अधिक विकास तथा उन्नति में सहायता मिलती है जहां पर ये स्थित होते हैं। किसी शहर अथवा राज्य की अवसंरचना के हालात के बारे में पहला अंदाजा हवाई अड्डे पर सुविधाओं से मिलता है। हवाई अड्डे एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र के बीच सामान तथा सेवाओं के परिवहन के कारगर माध्यम के रूप में काम करते हैं। इसलिए यह बहुत महत्त्वपूर्ण है कि हम पूरे भारत में ऐसे हवाई अड्डे बनाएं जो कि अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हों तथा सुरक्षित, दक्ष, आरामदायक तथा यात्रियों के लिए सुविधाजनक हों।
पूरी दुनिया में उड्डयन उद्योग में बहुत तरक्की हुई है तथा भारत भी इसका अपवाद नहीं है। हवाई यात्रा अब न तो विलासिता है और न ही केवल धनाड्य लोगों का विशेषाधिकार है। भारत में उड्डयन के प्रसार से अर्थव्यवस्था को काफी प्रोत्साहन मिला है। मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि नागर उड्डयन मंत्रालय तथा भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण ने मौजूदा हवाई अड्डों का उच्चीकरण मिशन मोड में करने का काम शुरू किया है।
अब राज्य सरकारें भी यह मानती हैं कि विभिन्न शहरों के बीच बेहतर संबद्धता के लिए उनके राज्य में पर्याप्त हवाई अड्डे होने चाहिए। मुझे उम्मीद है कि छत्तीसगढ़ राज्य सरकार नागर विमानन मंत्रालय तथा भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण की सहायता से राज्य में और अधिक हवाई अड्डे विकसित करेगी।
मैं इस हवाई अड्डे को राष्ट्र को समर्पित करता हूं तथा देश में अत्याधुनिक अवसंरचना के निर्माण के लिए नागर विमानन मंत्रालय तथा भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण को उनके सभी प्रयासों में सफलता की कामना करता हूं। मुझे उम्मीद है कि यह नया टर्मिनल न केवल इस राज्य की बल्कि पूर देश की प्रगति और समृद्धि में सहयोग देगा।
मैं नागर विमानन मंत्रालय, भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण और छत्तीसगढ़ राज्य सरकार को इस समारोह में मुझे आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद देता हूं।
जय हिंद!