समारोहिक सेना गारद बटालियन के बदलाव पर विशेष प्रदर्शन के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण

राष्ट्रपति भवन : 09.04.2014

डाउनलोड : भाषण समारोहिक सेना गारद बटालियन के बदलाव पर विशेष प्रदर्शन के अवसर पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण(हिन्दी, 213.46 किलोबाइट)

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विशिष्ट अतिथिगण, देवियो और सज्जनो,

1. मुझे आज 28 मद्रास से 8 जम्मू एवं कश्मीर लाइट इन्फैंट्री में समारोहिक सेना गारद बटालियन के बदलाव समारोह, जो राष्ट्रपति भवन के अग्र प्रांगण में पहली बार हो रहा है, का अवलोकन करके खुशी हो रही है।

2. भारतीय सेना की सबसे पुरानी रेजीमेंटों में से एक मद्रास रेजीमेंट के शौर्य और वीरता की एक समृद्ध परंपरा है और इसने अपनी स्थापना से ही राष्ट्र की विशिष्ट सेवा की है। इसके कार्मिकों ने सदैव उत्कृष्टता के सर्वोच्च मानदंड स्थापित किए हैं जिसका दूसरों द्वारा अनुकरण किया जाना चाहिए। थंबियों द्वारा भारत और विदेश दोनों में प्रदर्शित गौरव, साहस, बलिदान और समर्पण इसका साक्षी रहा है।

3. मैं कर्नल प्रवीण एच तथा उनके अधिकारियों और वीर जवानों की 28 मद्रास की टीम को राष्ट्रपति भवन की सेना गारद बटालियन के रूप में अपने दायित्व को 8 मई, 2011 से अप्रैल, 2014 तक सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए हार्दिक बधाई देता हूं। अपनी स्थापना से ही 28 मद्रास का शानदार इतिहास रहा है तथा इसने विभिन्न भू-भागों में बहुत सी संक्रियाओं में अपना दमखम दिखाया है। इस बटालियन को अपनी स्थापना से ही दो यूनिट साइटेशन तथा बहुत से अन्य वीरता पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। यह केवल इस बटालियन के पूर्व तथा वर्तमान सैनिकों के समर्पण, निष्ठा तथा पेशेवराना कौशल से ही संभव हो पाया है।

4. राष्ट्रपति भवन की सेना गारद बटालियन के रूप में चाहे हमारे देश में आने वाले राजकीय अतिथियों तथा उच्चाधिकारियों के सशस्त्र अभिवादन का अवसर हो, या फिर राष्ट्रपति भवन से मेरे प्रस्थान तथा आगमन पर सशस्त्र अभिवादन हो अथवा मुगल उद्यान में मेरे भ्रमण के पूर्व और पश्चात गारद का सेल्यूट हो, 28 मद्रास के सैनिकों ने सदैव अपनी ड्रिल, वेश, भावभंगिमाओं तथा अनुशासन में उच्चतम मानकों का प्रदर्शन किया है। बहुत से अतिथि महानुभावों ने परेड के कार्मिकों के पेशेवराना कौशल की प्रशंसा की है। मैं इस बटालियन को उसकी अनुकरणीय सैन्य परंपराओं, पेशेवराना कौशल तथा अनुशासन के उच्च मानकों के लिए बधाई देता हूं।

5. आज आप एक नये दायित्व की ओर प्रस्थान करेंगे तथा मुझे विश्वास है कि आप अपनी रेजिमेंट तथा भारतीय सेना की सर्वोत्तम परंपराओं को कायम रखने का प्रयास करेंगे। मैं आपको आपके सभी भावी प्रयासों में सफलता की कामना करता हूं।

6. मैं इस अवसर पर भारतीय सेना की सबसे अधिक अलंकृत बटालियनों में से एक जम्मू एवं कश्मीर लाइट इन्फैंट्री (सियाचिन) का राष्ट्रपति भवन में स्वागत करता हूं। यह यूनिट 28 मद्रास को कार्यमुक्त करते हुए राष्ट्रपति भवन में समारोहिक सेना गारद बटालियन के रूप में अत्यंत प्रतिष्ठापूर्ण तथा सम्मानजनक कार्य का दायित्व ग्रहण करेगी। इस यूनिट के द्वारा प्राप्त किए गए बहुत से सम्मान, ‘वीरों का वीर’ की पदवी तथा बहुत से युद्ध सम्मान उनके शौर्य, दृढ़ निश्चय, समृद्ध परंपराओं तथा अदम्य साहस का साक्षी हैं। मुझे विश्वास है कि यह यूनिट पेशेवराना उत्साह के साथ उत्कृष्टता के लिए प्रयासरत रहेगी तथा समारोहिक सेना गारद के लिए अपेक्षित उच्च मानकों को पूरा करेगी। मैं कर्नल अमित सोनी, तथा 8 जम्मू और कश्मीर लाइट इन्फैंट्री के उनके अधिकारियों और वीर जवानों की टीम को राष्ट्रपति भवन में एक सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं देता हूं।

7. अंत में मैं दोनों यूनिटों के अधिकारियों, सैनिकों तथा परिवारों के सर्वोत्तम और सुनहरे भविष्य की कामना करता हूं। राष्ट्र को आप पर वास्तव में गर्व है।

आप पर ईश्वर की कृपा बनी रहे। 
जय हिंद!

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