केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के हीरक जयंती वर्ष के अवसर पर थीम गीत जारी करने पर भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण
विज्ञान भवन, नई दिल्ली : 28.02.2014
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देवियो और सज्जनो,
1. मुझे, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के हीरक जयंती वर्ष के अवसर पर थीम गीत जारी करने के लिए इस समारोह में उपस्थित होकर वास्तव में प्रसन्नता हो रही है।
2. मैं, इस महत्वपूर्ण केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल को इस महान राष्ट्र की सेवा के 75वें वर्ष पर बधाई देता हूं। 27 जुलाई, 1939 को क्राउन रिप्रेजेंटेटिव्स पुलिस के रूप में स्थापित तथा 28 दिसम्बर, 1949 को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के पुन: नामकरण के बाद से इस बल ने अत्यंत द्रुत गति से उन्नति की है। विश्व के इस सबसे विशाल अर्धसैनिक बल ने आंतरिक सुरक्षा के प्रति अनगिनत प्रमुख चुनौतियों का सामना किया है। अपने दृढ़ समर्पण और युद्धक कौशल से इसने देश के अशांत क्षेत्रों की तकलीफों को कम किया है।
3. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जज्बे को अपने गीतों में स्वर देने के लिए तथा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के प्रत्येक जवान और अधिकारी को प्रेरित करने और उसमें साहस भरने के लिए थीम गीत भेंट करने के सर्जनात्मक प्रयास के लिए हमारे समय के सबसे विशिष्ट गीतकार, श्री जावेद अख्तर को बधाई देता हूं। यह पहल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कार्मिकों में अपनी एक पहचान का तथा भ्रातृत्व की भावना का समावेश भी करेगी।
4. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल हमारी आंतरिक सुरक्षा का प्रहरी है। हमारे देश की एकता और अखंडता की भव्य इमारत में इस बल के बहादुर कार्मिकों की मेहनत, पसीना और रक्त मिला हुआ है। मैं, राष्ट्र की सेवा करने के लिए इसके सभी सदस्यों को बधाई देता हूं।
5. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बलों के कुछ सदस्यों को गणतंत्र दिवस पर कीर्ति चक्र और वीरता पदक सहित शौर्य पदक और अन्य सम्मान प्रदान किए गए हैं। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल का इतिहास वीरता और शौर्यपूर्ण कृत्यों से भरा हुआ है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने बहुत से पराक्रमी सपूतों को तैयार किया है जिन्होंने हमारे देश की सुरक्षा के लिए सर्वोच्च प्रयास किए हैं। मैं इस अवसर पर, इस सुरक्षा बल के उन वीर जवानों को भी नमन करता हूं जिन्होंने कर्तव्य का निर्वाह करते हुए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।
देवियो और सज्जनो,
6. शांति और सुरक्षा की मौजूदगी से विकास में सच्चा सहयोग मिलता है। आधुनिक भारत के निर्माता पंडित जवाहरलाल नेहरु ने एक बार कहा था ‘शांति के बिना, अन्य सभी सपने समाप्त हो जाते हैं और खाक में मिल जाते हैं’। शांति और सुरक्षा कायम करने के लिए उत्तरदायी हमारी संस्थाओं के समक्ष एक कठिन कार्य है। उन्हें विधि के प्रवर्तकों के रूप में सक्रियता से तथा प्रगति और विकास के साझीदार के रूप में प्रभावी ढंग से कार्य करना चाहिए।
7. विधि के शासन को, जो ऐसा मूल सिद्धांत है जिस पर एक आधुनिक राज्य टिका होता है, पूरी दृढ़ता के साथ लागू करना होगा। विधि के शासन के सम्मुख आने वाली निरंतर चुनौतियों का सामना विधि का उसकी वास्तविक भावना के साथ कार्यान्वयन द्वारा करना होगा। इस संदर्भ में, मैं उल्लेख करना चाहूंगा कि चाहे कोई भी स्थिति या उकसावा हो, किसी उदारवादी लोकतंत्र में किसी को भयभीत करने अथवा न्यायिक व्यवस्था से परे न्याय देने के लिए कोई जगह नहीं है। उन सभी कार्मिकों के मन में इस विचार को दृढ़ता से समाविष्ट किया जाना चाहिए जो जमीनी स्तर पर सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।
8. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल जैसे अर्धसन्य बलों को अनेक कार्यों पर लगाया जाता है। उन्हें कानून और व्यवस्था के हालात तथा दंगों को नियंत्रित करने के लिए तैनात किया जाता है। अनेक चुनौतिपूर्ण कार्यों से निपटने के दौरान, इन विधि प्रवर्तन एजेंसियों के कार्मिकों को पुलिस के दायित्वों के मानवीय पक्ष के प्रति जागरूक होना चाहिए। उन्हें महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों जैसे असुरक्षित वर्गों के प्रति हमेशा संवेदनशील रहना चाहिए।
9. इस वर्ष, हम लोकसभा के 16वें आम चुनाव के साक्षी बनेंगे। भारतीय मतदाता विश्व जनसंख्या का सातवां हिस्सा हैं। प्रत्येक पांचवें वर्ष में लोगों द्वारा केंद्र में सरकार का चुनाव करना एक विराट कार्य है और इसके आयोजन में शामिल सभी लोगों के सम्मुख भारी चुनौतियां प्रस्तुत करता है। सुरक्षा बल, विशेषकर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल को शांतिपूर्ण माहौल में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने का सर्वोत्तम प्रयास करना होगा।
देवियो और सज्जनो,
10. आज विश्व के अनेक देश आतंकवाद के खतरे से आक्रांत हैं। विशेषकर, भारत इस क्षेत्र में सक्रिय विभिन्न आतंकवादी गुटों का निशाना बना हुआ है। सुरक्षा बलों और खुफिया तंत्र को ऐसी किसी भी घटना को टालने के लिए प्रत्येक क्षण चौकस रहना होगा, जिससे आतंकवादी हमला या शांति भंग होने की आशंका है। आतंकवादियों के खतरनाक इरादों को हर स्तर पर नाकाम करना होगा। उनकी खतरनाक और विभाजनकारी योजना का सामना बहु-आयामी कार्य योजना द्वारा करना होगा। मेरे विचार में, सूचना प्रौद्योगिकी का प्रयोग, बेहतर गुप्तचर सूचनाओं का इस्तेमाल तथा लोगों का अधिकाधिक सहयोग, इसकी कुंजी होगी।
11. वामपंथी उग्रवाद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल अभियान का एक महत्वपूर्ण कार्यक्षेत्र है। इसके अभियान का संचालन समग्रता से होना चाहिए। प्रभावित क्षेत्रों में इसकी प्रमुख कार्यनीति एक अधिक समझबूझ और संवेदनशील कार्रवाई होनी चाहिए। मैं, दुर्गम इलाकों में सुरक्षा बलों द्वारा निभाई गई भूमिका का विशेष उल्लेख करना चाहूंगा, जहां उन्होंने ऐसा अवसर सृजित किया कि उसमें विकासात्मक कार्यकलाप आरंभ हुए; अर्थव्यवस्था ने तरक्की की तथा लोकतांत्रिक प्रक्रिया मजबूत बनी। मैं, हाल ही में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों के शांतिपूर्ण आयोजन में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के अधिकारियों और जवानों के शानदार योगदान की सराहना करता हूं। आगामी कुछ वर्ष महत्वपूर्ण होंगे। एक मुकाम तक पहुंचने के बाद, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल को लोगों के दिलो-दिमाग को जीतना होगा तथा अशांत इलाकों में पूरी सामान्य स्थिति बहाल करनी होगी।
12. हमारे देश के कुछ हिस्सों में सांप्रदायिक हिंसा में चितांजनक वृद्धि हो रही है। इसके प्रसार को रोकने के लिए, बाहरी और आंतरिक दोनों तरह की संचार प्रणाली को सुदृढ़ बनाना होगा। सोशल मीडिया, जो तुरंत बड़ी संख्या में लोगों तक पहुंच सकता है, को किसी भी तरह के भड़काऊ संदेशों पर लगातार नजर रखनी होगी। गड़बड़ी की आशंका वाले हालातों में पूर्व-चेतावनी प्रणालियों का कारगर इस्तेमाल करना होगा।
देवियो और सज्जनो,
13. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने मानवीय नजरिये के साथ अपनी संक्रियात्मक दक्षता का प्रदर्शन करते हुए अपने आंतरिक सुरक्षा तंत्र की रचना की है। इस अखिल भारतीय बल ने आधुनिकीकरण तथा बेहतर युद्धक क्षमता की दिशा में अग्रणी कदम उठाए हैं परंतु अभी बहुत कुछ किए जाने की जरूरत है। योजना निर्माण की अत्याधुनिक रणनीतियों को अपनाते हुए जमीनी युक्तियों को और अधिक नवान्वेषी बनाना होगा। सैनिकों के अंदर आत्मविश्वास भरने के लिए उन्हें आधुनिक उपकरण तथा हथियार देने होंगे। उनके आत्मबल में और अधिक बढ़ोतरी करने के लिए उनके कल्याण से संबंधित मुद्दों पर त्वरित कार्रवाई करनी होगी।
14. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल हमारे आंतरिक सुरक्षा तंत्र का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। इस बल की विविध भूमिकाओं तथा जरूरतों के अनुसार ढलने की इसकी विशेषता और कठिन परिस्थितियों में सक्रियात्मक बढ़त प्रदान करने की इसकी क्षमता के कारण इसने एक बहुमूल्य संगठन के रूप में नाम कमाया है। मैं, इस महत्वपूर्ण सुरक्षा यूनिट को प्रत्येक संभावित सहयोग देने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय की सराहना करता हूं। मैं, इस बल को सुदृढ़ नेतृत्व प्रदान करने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक की भी प्रशंसा करता हूं। मैं केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के सभी कर्मियों को बधाई देता हूं, जिन्होंने अपनी निष्ठा और समर्पण से इस बल का नाम और गौरव बढ़ाया है। हीरक जयंती वर्ष से आगे की प्रगति के दौरान मैं, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के सभी प्रयासों में सफलता की कामना करता हूं।
धन्यवाद,
जयहिन्द !