इजराइल के राष्ट्रपति की राजकीय यात्रा के अवसर पर आयोजित राजकीय भोज में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी का अभिभाषण

नई दिल्ली : 15.11.2016

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इजराइल के महामहिम राष्ट्रपति, श्री रियूवेन रिवलिन,

श्रीमती नेचामा रिवलिन,

इजराइली शिष्टमंडल के विशिष्ट सदस्यगण,

देवियो और सज्जनो,

1. मुझे भारत की प्रथम राजकीय यात्रा पर महामहिम और श्रीमती नेचामा रिवलिन का हार्दिक स्वागत करके अत्यंत प्रसन्नता हुई है।

2. आपकी यात्रा वास्तव में महत्वपूर्ण है क्योंकि यह इजराइल के राष्ट्रपति की भारत की विगत यात्रा के बीस वर्ष बाद हो रही है।

3. मुझे अक्तूबर, 2015 इजराइल की अपनी राजकीय यात्रा की मधुर स्मृति है। मैंने महामहिम के साथ अपने विचार-विमर्श तथा प्रधानमंत्री, नेतन्याहू और अन्य इजराइली नेताओं के साथ अपनी बातचीत को अत्यधिक महत्त्व दिया। प्रत्येक स्थान पर और प्रत्येक अवसर पर, मैं अपने देश और अपनी जनता के प्रति इजराइल के लोगों की सद्भावना से अत्यंत अभिभूत हुआ। मैं एक बार फिर पुन: आपके भावपूर्ण आतिथ्य सत्कार के लिए धन्यवाद देता हूं। आज नई दिल्ली में आपका स्वागत करना बहुत प्रसन्नतादायक है।

4. राष्ट्रपति महोदय, आप उस जनता का प्रतिनिधित्व करते हैं जिनकी भारतीय सराहना करते हैं, जिनके साथ हम एक सुदृढ़ और विशिष्ट संबंध अनुभव करते हैं। हम दोनों ही प्राचीन सभ्यताएं हैं जिन्होंने मानवता के प्रति उल्लेखनीय योगदान दिया है। हमारे लोगों के बीच व्यापार और सांस्कृतिक संपर्क सिंधु घाटी सभ्यता काल से खोजे जा सकते हैं। ये संपर्क, वास्तव में, ‘पेरिप्लस ऑफ द इरिथिरियन सी’ में भी दर्ज हैं। भारतीय समाज शताब्दियों के दौरान यहूदी समुदाय की उपलब्धियों द्वारा समृद्ध हुआ है।

5. हमारी दोनों जनता ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद स्वतंत्रता प्राप्त की। हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का मानना था कि यहूदियों का इजराइल पर विधिसम्मत दावा है। पंडित नेहरू भी इसमें विश्वास करते थे। 1950 में उन्होंने कहा था, ‘‘इजराइल एक सच्चाई है।’’

6. स्वतंत्र राष्ट्रों के रूप में, हम दोनों ने अपने सर्जनात्मक वर्ष विकास योजनाओं और राष्ट्र निर्माण में लगाए हैं। हम दोनों लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति दृढ़तापूर्वक वचनबद्ध रहे हैं और विश्व सुरक्षा और शांति के अपने साझे लक्ष्यों के लिए प्रयास करते रहे हैं।

महामहिम,

7. भारत, इजराइल की जनता की सभी उपलब्धियों के लिए सराहना करता है। आपके विगत और वर्तमान नेतृत्व ने अकथनीय कष्टों पर विजय प्राप्त करने तथा और सशक्त होकर उभरने के लिए अपनी जनता को प्रेरित किया है। आपने कड़े परिश्रम और संकल्प के साथ एक अत्यंत प्रगतिशील, आत्मविश्वासी और आत्मनिर्भर राष्ट्र का निर्माण किया है। नवान्वेषण और उद्यमशील भावना के प्रति आपके उत्साह के द्वारा आपने एक ‘स्टार्टअप राष्ट्र’ का सम्मान अर्जित किया है।

महामहिम,

8. भारत और इजराइल के बीच वर्तमान द्विपक्षीय आदान-प्रदान हमारे बीच गहरे विश्वास और परस्पर समझ को प्रदर्शित करते हैं। इनसे हमारे बहुआयामी द्विपक्षीय सहयोग को तीव्र करने की साझी आकांक्षा प्रतिबिंबित होती है। भारत की अर्थव्यवस्था वर्तमान में प्रगति के सकारात्मक पथ पर अग्रसर है। इसे और मुक्त करते हुए तथा ‘भारत में निर्माण’ और अन्य अग्रणी अभियानों को कार्यान्वित करते हुए, हम भारत की नई विकास गाथा में एक मूल्यवान साझीदार इजराइल की भागीदारी का स्वागत करते हैं।

9. हमारी सरकारों ने मिलकर ऐसे क्षेत्रों की पहचान की है जिन्हें हम प्राथमिकता प्रदान करना चाहते हैं, जिनमें हमारा शानदार सहयोग है : भारत को जल संसाधन प्रबंधन, कृषि, रक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा, शैक्षिक आदान-प्रदान, विज्ञान और प्रौद्योगिकी तथा घरेलू और साइबर सुरक्षा में अपनी क्षमताएं विकसित करने की आवश्यकता है। इजराइल के पास इन प्रमुख क्षेत्रों में उन्नत प्रौद्योगिकियां और प्रामाणिक क्षमताएं हैं। मुझे प्रसन्नता है कि आप इजराइल के सहयोग से स्थापित कृषि के 15 उत्कृष्ट केंद्रों में से एक का दौरा करेंगे। मुझे यह भी खुशी है कि यात्रा में आपके साथ इजराइल के अग्रणी विश्वविद्यालयों तथा उच्च शिक्षा संस्थानों के प्रमुख आए हैं जो भारत के प्रमुख समकक्षों के साथ संबंध स्थापित करना चाहते हैं।

राष्ट्रपति महोदय,

10. 21वीं शताब्दी की बहुत सी चुनौतियों के लिए विश्व समुदाय द्वारा एकजुट होकर मुकाबला करने की आवश्यकता है। जलवायु परिवर्तन सहित वैश्विक चुनौतियों का प्रभावी रूप से सामना करने के लिए, हमें मिलकर कुशल समाधानों के लिए कार्य करना होगा। हमें अपने बच्चों को ऐसा विश्व सौंपना चाहिए जो ज्यादा बेहतर, स्वच्छ और स्वस्थ हो, एक ऐसा विश्व जो शांतिपूर्ण हो, जहां विभिन्न लोग एक साथ शांतिपूर्वक एक-दूसरे की आस्थाओं का सम्मान करते हुए परस्पर सौहार्द के साथ जीएं और प्रगति करें। मुझे विश्वास है कि भारत और इजराइल मिलकर इस महत्त्वपूर्ण लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। हम अगले वर्ष अपने राजनयिक संबंधों के 25 वर्ष मना रहे हैं, इसलिए भारत, हमारे परस्पर हित तथा विश्व कल्याण के लिए हमारी साझीदारी को और प्रगाढ़ बनाने की उम्मीद करता है।

11. इन्हीं शब्दों के साथ, मैं एक बार पुन: आपका और श्रीमती रिवलिन का स्वागत करता हूं तथा भारत में अत्यंत सुखद और आनंदप्रद प्रवास की कामना करता हूं।

देवियो और सज्जनो,

 

• राष्ट्रपति रिवलिन और श्रीमती रिवलिन के अच्छे स्वास्थ्य;

• भारत गणराज्य और इजराइल राष्ट्र की स्थायी मैत्री;

• विश्व में शांति; तथा

• इजराइल की जनता की निरंतर प्रगति और समृद्धि की कामना करें।

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