भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी द्वारा पापुआ न्यू गिनिया की राजकीय यात्रा के अवसर पर प्रेस के लिए संयुक्त वक्तव्य
पोर्ट मोर्सबी, पापुआ न्यू गिनिया : 29.04.2016
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भारत गणराज्य के माननीय राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने पापुआ न्यू गिनिया स्वतंत्र राष्ट्र के महामहिम गवर्नर जनरल,ग्रैंड चीफ सर माइकल ओगियो, जीसीएल, जीसीएमजी,केएसटी. जे., के निमंत्रण पर28 अप्रैल, 2016पापुआ न्यू गिनिया की दो दिवसीय राजकीय यात्रा की ।
2.महामहिम गवर्नर जनरल ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का गवर्नमेंट हाउस में स्वागत किया। दोनों नेताओं के विचार-विमर्श में हार्दिकता तथा दोनों देशों और उनकी जनता के रिश्ते को परिभाषित करने वाली मैत्री और सहयोग के संबंधों को घनिष्ठ बनाने की साझी आकांक्षा मौजूद थी।
बातचीत के दौरान,खेल,राष्ट्रीय समारोह और एपेक मंत्री जस्टिन कैटचेंको,वेस्ट न्यू बिल्डिंग महामहिम गवर्नर सशिंद्रन मुटुवेल,वर्तमान सचिव,विदेश विभाग,श्री विलियम ढिंग,भारत गणराज्य में पापुआ न्यू गिनिया के उच्चायुक्त महामहिम श्री टरकिजियस इरि उपस्थित थे।
द्विपक्षीय संबंध
गवर्नर जररल सर माइकल ओगिया और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आपसी हित के द्विपक्षीय,क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। दोनों नेताओं ने उन घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंधों पर बल दिया जो हमारे इतिहास में गहराई से रचे-बसे हैं और जो भविष्य के लिए अत्यंत आशाजनक हैं। व्यापक और रचनात्मक परिचर्चा अत्यधिक हार्दिक वातावरण में संपन्न हुई।
गवर्नर जनरल, गै्रंड चीफ सर माइकल ओगियो ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता के लिए विशेषकर विभिन्न बहुपक्षीय मंचों पर भारत द्वारा निभाई गई रचनात्मक भूमिका की दृष्टि से तथा छोटे द्वीप वाले विकासशील राष्ट्रों की चिंताओं वाले मुद्दों को भारत के निरंतर सहयोग को जानते हुए भारत की उम्मीद्वारी के लिए अपनी सरकार के सहयोग को दोहराया।
दोनों नेताओं ने विश्वास व्यक्त किया कि अपने प्रचुर प्राकृतिक संसाधनों के साथ पापुआ न्यू गिनिया तथा अपनी प्रबंधकीय और तकनीकी विशेषज्ञता के साथ भारत ऐसी पूरकताएं प्रस्तुत करते हैं जिन्हें दोनों देशों के परस्पर हित के लिए निर्मित किया जा सकता है।
उन्होंने स्वीकार किया कि दोनों देशों के बीच बढ़े हुए सहयोग के लिए अत्यधिक सहयोग और संभावना मौजूद हैं। पापुआ न्यू गिनिया अत्यधिक निवेश तथा भारत के साथ व्यापक व्यापार मात्रा की उम्मीद करता है। दोनों पक्ष निवेश को सुचारू बनाने के लिए द्विपक्षीय निवेश प्रोत्साहन और संरक्षण समझौते की पूर्णता को तेज करने पर सहमत हुए। दोनों नेता आर्थिक,सुरक्षा, रक्षा,शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर सहमत थे।
दोनों नेता साझे हितों के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को विविध और सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच नियमित विचार-विमर्श की व्यवस्था स्थापित करने पर सहमत हुए।
और अधिक आपसी समझ को बढ़ाने तथा जनसंपर्कों को मजबूत बनाने के लिए भारत ने2015 से सभी प्रशांत द्वीप देशों के नागरिकों के लिए आगमन पर वीजा सुविधा प्रदान की है। इस भावना के प्रत्युत्तर में,पापुआ न्यू गिनिया सरकार ने पापुआ न्यू गिनिया की यात्रा करने वाले भारतीय पर्यटकों के लिए आगमन पर वीजा की सुविधा की घोषणा की। दोनों नेताओं की उपस्थिति में,यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी,लाए,पापुआ न्यू गिनिया तथा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के बीच कृषि अनुसंधान सहयोग पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए।
दोनों पक्षों ने स्वास्थ्य क्षेत्र में व्यापक सहयोग के समझौता ज्ञापन को अंतिम रूप दिया और उसपर हस्ताक्षर किए।
यात्रा के दौरान पापुआ न्यू गिनिया के ढांचागत विकास के लिए सौ मिलियन अमरीकी डॉलर के भारतीय ऋण के एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गए। दोनों नेताओं ने एक अन्य समझौता ज्ञापन के हस्ताक्षर का स्वागत किया जिससे भारत पापुआ न्यू गिनिया में सूचना प्रौद्योगिकी उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना करेगा। भारत के माननीय राष्ट्रपति ने घोषणा की कि उनकी सरकार एक वर्ष के लिए पापुआ न्यू गिनिया के20,000 एचआईवी रोगियों के उपचार के लिए रिट्रो-वायरल दवाएं उपलब्ध करवाएगी। सद्भावना के प्रत्युत्तर में,गवर्नर जनरल ने पापुआ न्यू गिनिया की जनता की ओर से भारत के राष्ट्रपति का धन्यवाद किया।
भारत तथा प्रशांत द्वीप समूह सहयोग मंच
नेता सहमत थे कि भारत तथा प्रशांत द्वीप समूह सहयोग मंच शिखर सम्मेलन भारत और प्रशांत क्षेत्र के बीच संबंध मजबूत करने में अत्यधिक सफल रहा है। उन्होंने नई पहलों का स्वागत किया तथा अब तक की गई प्रगति पर संतोष जताया।
समुद्री सुरक्षा
दोनों पक्षों ने समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग पर विचार किया। पापुआ न्यू गिनिया तटीय निगरानी राडार प्रणाली तथा तट रक्षक गश्त पोतों की भारत की पेशकश का स्वागत किया।
आपदा प्रबंधन
दोनों नेता बाद में आपदा प्रबंधन में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने पर सहमत हुए। दोनों नेताओं ने भारत सरकार के सहयोग से पापुआ न्यू गिनिया तथा पापुआ न्यू गिनिया के प्रशांत क्षेत्र में भूकंप/सुनामी और विषम मौसम प्रतिरूपों तथा जलवायु परिस्थितियों की निगरानी के लिए राइम्स उप क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना की जुलाई, 2015में क्षेत्रीय एकीकृत बहुसंकट पूर्ण चेतावनी प्रणाली परिषद (राइम्स)की स्वीकृति की जानकारी ली।
आतंकवाद
दोनों नेताओं ने स्पष्ट शब्दों में आतंकवाद की इसके सभी रूपों और प्रकार में निंदा की तथा सभी राष्ट्रों से राष्ट्रनीति के साधन के तौर पर आतंकवाद के प्रयोग को छोड़ने का आग्रह किया।
दोनों नेता आतंकवादी संगठनों के सहयोग और वित्त पोषण के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय सम्मति निर्मित करने के सहयोग पर सहमत हुए। दोनों पक्ष सभी रूपों में आतंकवाद का मुकाबला करने वाले बहुपक्षीय मंचों में सहयोग को मजबूत करने तथा संयुक्त राष्ट्र में व्यापक अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद समझौते के भारत के प्रस्ताव को शीघ्र अपनाने पर सहमत थे।
मानव संसाधन तथा कौशल विकास
माननीय राष्ट्रपति ने क्षमता निर्माण तथा मानव संसाधन विकास में पापुआ न्यू गिनिया की सहायता करने की भारत की वचनबद्धता को दोहराया। भारत ने कृषि क्षेत्र की अपनी उन्नत तकनीकों और प्रौद्योगिकियों को बांटने की भी पेशकश की। इस संबंध में,नेताओं ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद तथा पापुआ न्यू गिनिया यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलाजी,लाए के बीच समझौता ज्ञापन किया।
ऊर्जा सुरक्षा
ऊर्जा सुरक्षा प्राप्त करने की भारत की आकांक्षा को ध्यान में रखते हुए,पापुआ न्यू गिनिया संयुक्त उद्यमों के माध्यम से पापुआ न्यू गिनिया के विशाल तेल और गैस संसाधनों की खोज और विकास तथा नई और वर्तमान परियोजनाओं में भारतीय सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के निवेश के संबंध में भारत के साथ सहयोग के नए अवसरों को पैदा करने पर सहमत था।
पापुआ न्यू गिनिया ने विगत नवम्बर में सीओपी-21के एक ओर पेरिस में आरंभ किए गए अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के माध्यम से कर्क रेखा तथा मकर रेखा के बीच स्थित सौर समृद्ध संसाधन वाले दृश्यों को एकजुट करने की भारत सरकार की पहल का स्वागत किया। पापुआ न्यू गिनिया के गवर्नर जनरल ने पापुआ न्यू गिनिया के सहयोग की पुष्टि की तथा अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन का संस्थापक सदस्य बनने की अपनी अभिलाषा व्यक्त की।
उपसंहार
नेता सहमत थे कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की पापुआ न्यू गिनिया स्वतंत्र राष्ट्र की यात्रा ने द्विपक्षीय संबंध को प्रगाढ़ और घनिष्ठ बनाने में मदद की है तथा दोनों देशों की जनता के हितार्थ सहयोग के नए अवसर और क्षेत्र खोले हैं।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने स्वयं और अपने शिष्टमंडल को प्रदान किए गए हार्दिक स्वागत तथा भावपूर्ण आतिथ्य सत्कार के लिए महामहिम सर माइकल ओगियो का गहरा आभार व्यक्त किया। उन्होंने गवर्नर जनरल तथा प्रधानमंत्री को परस्पर सुविधाजनक तिथि पर भारत की यात्रा के लिए आमंत्रित किया। आमंत्रण स्वीकार कर लिया गया।