राष्ट्रपति भवन : 15.03.2013
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (15 मार्च, 2013) चंडीगढ़ में स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान के 33वें दीक्षांत समारोह में भाग लिया।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि स्वास्थ्य सेक्टर में प्रगति, भविष्य में, विश्व में भारत की प्रमुखता के लिए अनिवार्य है। किसी भी देश की उत्पादकता इसके नागरिकों के स्वास्थ्य और खुशहाली पर निर्भर करती है। ऐसा आर्थिक विकास, जिससे परिहार्य मृत्यु दर तथा खराब स्वास्थ्य में कमी का लक्ष्य प्राप्त नहीं होता, वह न तो टिकाऊ हो सकता है और न ही वांछित ही।
राष्ट्रपति ने ऐसे विश्वस्तरीय उत्कृष्टता केंद्रों के विकास का आह्वान किया जो न केवल परंपरागत विशेषज्ञता पर बल्कि संक्रामक बीमारियों, टीकों के विकास तथा पुनरुत्पादक विज्ञान जैसे सम्बद्ध विषयों पर भी केंद्रित हों। उन्होंने कहा कि स्नातकोत्तर संस्थान को निर्धारित समय के अंदर, विश्व के सबसे बेहतरीन चिकित्सा विश्वविद्यालयों में अपना स्थान बनाने के लिए आगे आना चाहिए।
इस अवसर पर केंद्रीय संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री, श्री कपिल सिब्बल ने राष्ट्रपति को स्नातकोत्तर संस्थान स्वर्ण जयंती स्मारक डाक टिकट का एल्बम भेंट किया।
यह विज्ञप्ति 1700 बजे जारी की गई