राष्ट्रपति भवन : 27.02.2014
सऊदी अरब अधिराज्य के युवराज, उप प्रधानमंत्री तथा रक्षा मंत्री, महाराजकुमार राजकुमार सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ अल सऊद, ने आज (27 फरवरी, 2014), भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी से राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली में भेंट की।
युवराज का स्वागत करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि भारत एवं सऊदी अरब के संबंध उनकी इस यात्रा से बहुत मजबूत होंगे, जो युवराज के रूप में उनकी पहली यात्रा है। भारत को सऊदी अरब के साथ अपने सहृदयतापूर्ण तथा मैत्रीपूर्ण संबंधों पर गर्व है, जिसकी जड़ें इतिहास में तथा हमारी जनता के आपसी निकट संबंधों की बुनियाद पर आधारित हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि वर्ष 2006 में भारत के गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में महाराजाधिराज महाराज अब्दुल्ला का भारत आगमन हमारे द्विपक्षीय संबंधों का उत्कर्ष बिंदु था। भारत के प्रधानमंत्री, डॉ. मनमोहन सिंह की 2010 की रियाध की यात्रा ने भारत एवं अरब के संबंधों को कार्यनीतिक साझीदारी में रूपांतरित कर दिया।
राष्ट्रपति ने कहा कि कल दोनों देशों के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन से दोनों देशों के रक्षा कार्मिकों को मिलकर काम करने तथा एक-दूसरे के अनुभवों से सीखने में सहायता मिलेगी। दोनों देशों को आतंकवाद का खतरा है। भारत और सऊदी अरब की बहुत से समान सुरक्षा चिंताएं हैं। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि दोनों देश धनशोधन, मादक द्रव्य, हथियारों तथा मानव तस्करी संबंधी आतंकवादी गतिविधियों पर सूचना सहित, आतंकवाद का सामना करने में सहयोग कर रहे हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और सऊदी अरब के बीच व्यापार में पर्याप्त वृद्धि ह़ुई है और यह वर्ष 2012-13 में 43 बिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक हो गया है। अभी हमें मिलकर बहुत कुछ प्राप्त करना है। व्यापार रिश्तों को गैर-तेल सेक्टरों में विविधिकृत करने की जरूरत है। भारत की ऐसी विश्वस्तरीय कंपनियां सऊदी अरब की आगामी परियोजनाओं में काम करने की इच्छुक है; जिनको अवसंरचना विकास में दक्षता तथा क्षमता हासिल है। भारत, खासकर राजमार्गों, बंदरगाहों, हवाई अड्डों, मेट्रो, आपूर्ति चेन और भंडारगृहों तथा विद्युत संयंत्रों की निर्माण परियोजनाओं में, जिनकी भारत में लगातार शुरुआत हो रही है, सऊदी निवेशकों को सक्रिय सहयोग के लिए आमंत्रित करता है।
राष्ट्रपति ने सऊदी अरब में बसे भारतीयों की कल्याण तथा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महाराजाधिराज, महाराज अब्दुल्ला तथा युवराज को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय समुदाय ने भी अपनी ओर से सऊदी अरब के विकास के लिए ईमानदारी से योगदान दिया है। राष्ट्रपति ने भारत सहित, दुनियाभर से आने वाले हज यात्रियों के लिए किए जाने वाले शानदार इंतजामों के लिए सऊदी सरकार को बधाई भी दी।
युवराज ने गर्मजोशी से राष्ट्रपति के शब्दों का प्रत्युत्तर देते हुए कहा कि भारत-सऊदी संबंधी प्राचीन तथा ऐतिहासिक हैं। द्विपक्षीय संबंधों में अच्छी प्रगति हो रही है तथा सऊदी राजा ने निदेश दिए हैं कि भारत के साथ शानदार रिश्तों को बनाए रखा जाए। सऊदी अरब सभी क्षेत्रों में रिश्तों को बेहतर बनाना चाहता है। यह आतंकवाद के मुकाबला करने में सहयोग का स्वागत करता है। सऊदी-भारत सहयोग परस्पर फायदेमंद तथा विश्व के सभी देशों के लिए लाभदायक हैं। भारत का विश्व मंच पर अपना स्थान है। हमारे रिश्ते मजबूत तथा सशक्त होने चाहिए।
यह विज्ञप्ति 1600 बजे जारी की गई।