राष्ट्रपति भवन : 07.12.2012
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि शहरी शासन, नियोजन और वित्तीय व्यवस्था पर बल देने की आवश्यकता है। वह आज (7 दिसम्बर, 2012), विज्ञान भवन, नई दिल्ली में ‘जनता के लिए सतत् आवास’ पर 11वें राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे।
राष्ट्रपति ने कहा कि आवास और रियल एस्टेट सेक्टर देश की आर्थिक समृद्धि की कुंजी हैं क्योंकि एक महत्त्वपूर्ण सामाजिक लक्ष्य पूरा करने के अलावा इसके अर्थव्यवस्था के अन्य सेक्टरों से अग्रिम और पश्च सम्बन्ध हैं। उनके अनुसार, इस क्षेत्र को आर्थिक विकास का इंजन कहना सही है।
राष्ट्रपति ने आशा व्यक्त की कि राष्ट्रीय सम्मेलन में विशेषज्ञों और महत्त्वपूर्ण भागीदारों के समूह विचार विमर्श करेंगे और ‘आम आदमी’ की आवास आवश्यकता को पूरा करने के लिए कारगर समाधान खोजेंगे। उनका कहना था कि सभी भागीदारों को एकजुट होकर सभी के लिए मकान के उद्देश्य को पूरा करने के लिए कार्य करने की जरुरत है।
इस अवसर पर मौजूद गणमान्य लोगों में केन्द्रीय आवास और शहरी गरीबी उपशमन मंत्री अजय माकन शामिल थे।
यह विज्ञप्ति 1315 बजे जारी की गई