राष्ट्रपति भवन : 05.09.2012
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज शिक्षक दिवस के अवसर पर विज्ञान भवन, नई दिल्ली के एक समारोह में प्रतिभाशाली शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि प्रथम और सबसे प्रमुख कार्य शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारना है। उनका कहना था कि विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त शिक्षण अनुभवों का विकास करना तथा उनमें वैज्ञानिक प्रवृत्ति पैदा करना आवश्यक है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि शिक्षण कार्यक्रमों के निरंतर सुधार के लिए सुप्रशिक्षित और प्रेरित शिक्षकों द्वारा शिक्षक कैडर को मजबूत बनाने की आवश्यकता है। शिक्षक की तुलना दीपक से करते हुए, जिसमें अपने आसपास के हजारों दीपकों को प्रज्जवलित करने की क्षमता होती है, उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उजाले का बढ़ता हुआ विस्तार मातृभूमि के अंधेरे को दूर कर देगा।
इस अवसर पर, श्री कपिल सिब्बल, केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री और श्री ई. अहमद, विदेश और मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपस्थित थे।
यह विज्ञप्ति 1800 बजे जारी की गई