राष्ट्रपति भवन : 01.10.2012
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में लोक प्रशासन, अकादमिक और प्रबंधन में प्रतिष्ठित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय उत्कृष्टता पुरस्कार : 2012 श्रीमती टेसी थॉमस को प्रदान किया। राष्ट्रपति ने श्रीमती थॉमस को बधाई दी और कहा कि उन्होंने अपनी उपलब्धियों द्वारा देश को गौरवान्वित किया है।
अपने 24 वर्ष के करियर के दौरान, श्रीमती टेसी थॉमस ने गाइडेंस, कन्ट्रोल इनर्सियल नेविगेशन, ट्रेजेक्टरी सिमुलेशन तथा मिशन डिजायन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में योगदान किया है। वह, अग्नि-I, II व III प्रणालियों की एसोसियट परियोजना निदेशक भी हैं। वह अग्नि कार्यक्रम की विकास अवस्थाओं के आरंभ से ही इससे संबंधित रही हैं। उन्होंने अग्नि मिसाइल में प्रयुक्त लम्बी दूरी की मिसाइल प्रणालियों की दिशानिर्देशन स्कीम, जिसे सभी अग्नि मिसाइलों में प्रयोग किया जाता है, को तैयार किया है। वर्तमान में वह अग्नि-IV की परियोजना निदेशक हैं जो अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों वाली एक प्रमुख परियोजना है। अग्नि-IV का 15 नवम्बर, 2011 को सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था। यह एक अत्याधुनिक प्रणाली है जिसके द्वारा पूरे विश्व की समान मिसाइलों से 15 प्रतिशत बेहतर द्रव्यमान अनुपात प्रक्षेपित किया जा सकता है। श्रीमती टेसी लम्बी दूरी की अग्नि-V प्रणाली की भी परियोजना निदेशक (मिशन) हैं और उन्होंने 19 अप्रैल 2012 को अग्नि-V का सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया है। उन्होंने उन्नत प्रणाली प्रयोगशाला के मिशन निर्माण और प्रणाली विश्लेषण समूह की प्रौद्योगिकी निदेशक के तौर पर मिसाइल प्रौद्योगिकी से जुड़ी विभिन्न प्रणालियों के विकास में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
लाल बहादुर शास्त्री प्रबंधन संस्थान द्वारा स्थापित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय पुरस्कार प्रत्येक वर्ष भारत या विदेश में रह रहे किसी ऐसे भारतीय को, उसके निरंतर व्यक्तिगत योगदान और उच्च पेशेवर श्रेणी की तथा उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए प्रदान किया जाता है जो कि अत्यंत असाधारण और विशिष्ट व्यावसायिक मुखिया, प्रबंधक, लोक प्रशासक का शिक्षाविद् या संस्था निर्माता हो। सम्मान में पांच लाख रुपए का नकद पुरस्कार, एक प्रशस्ति पत्र और पट्टिका दी जाती है। पुरस्कृत व्यक्ति का नाम लाल बहादुर शास्त्री प्रबंधन संस्थान के रोल ऑफ ऑनर पर लिखा जाता है और उसे लाल बहादुर शास्त्री फैलो नामित किया जाता है।
यह विज्ञप्ति 1915 बजे जारी की गई