राष्ट्रपति ने कहा, नवान्वेषण सामाजिक-आर्थिक विकास का अग्रदूत है
राष्ट्रपति भवन : 17.03.2016
नवान्वेषण उत्सव के छठे दिन आज (17 जनवरी, 2016) को नाबार्ड, सिडबी और राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान के सहयोग से राष्ट्रपति भवन में नवान्वेषण के वित्तपोषण पर एक गोलमेज परिचर्चा आयोजित की गई।
गोलमेज परिचर्चा को संबोधित करने वाले वक्ताओं में श्री नितिन जयराम गडकरी, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग तथा पोतपरिवहन मंत्री, श्री सुरेश प्रभु, केंद्रीय रेल मंत्री, श्री कलराज मिश्र, केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री तथा श्री जयंत सिन्हा, वित्त राज्य मंत्री शामिल थे।
परिचर्चा से उत्पन्न प्रमुख संस्तुतियों को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को प्रस्तुत किया गया। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर स्टार्ट अप उद्यमियों के लिए सिडबी द्वारा तैयार ‘सिडबी स्टार्टअप मित्र’नामक एक राष्ट्रीय पोर्टल भी आरंभ किया।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि नवान्वेषण सामाजिक-आर्थिक विकास का अग्रदूत है। यह विकास में मदद करता है और रोजगार अवसर पैदा करता है। नवान्वेषण में लोगों के जीवन स्तर को उठाने की बड़ी संभावना है। यदि किसी नए विचार को उपयोगी उत्पाद में बदला जाए तो इससे समाज में प्रगति आती है। परंतु नए विचार को नए उत्पाद या सेवाओं में बदलने के कार्य में चुनौतियां भरी हुई हैं। किसी भी नए कारोबार उद्यम के लिए पूंजी, कार्यबल और प्रौद्योगिकी जैसे उत्पादन के साधनों में निवेश के लिए संसाधनों की आवश्यकता होती है। एंजल निवेशक, उद्यम पूंजीपति, समूह वित्तपोषण, सीड वित्तपोषण तथा प्रौद्योगिकी की नवान्वेषण निधि जैसे नए युग के वित्तीयन विकल्प सृजन स्तर पर नवान्वेषण परियोजनाओं की विशेष आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार,जनता और निजी संगठनों के गहरे ध्यान के द्वारा भारत में नवान्वेषण और उद्यमशीलता के उन्नयन के लिए अनेक पहल आरंभ की जा रही हैं। अटल नवान्वेषण मिशन की स्थापना एक ऐसे मंच के रूप में की जा रही है जिसमें नवान्वेषण की संस्कृति को प्रोत्साहन तथा विश्व स्तरीय नवान्वेषण केंद्रों के नेटवर्क को बढ़ावा देने के लिए शिक्षाविद, उद्यमी और शोधकर्ता शामिल हैं। सूक्ष्म इकाई विकास और पुन:वित्त एजेंसी बैंक (मुद्रा) को अनिगमित लघु कारोबार क्षेत्र के वित्तीयन के जरिए भारत में उद्यमशीलता को प्रोत्साहन देने के लिए स्थापित किया गया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि ऑनलाइन मंच ‘सिडबी-स्टार्ट-अप मित्र’शुरुआती अवस्था में तथा स्टार्ट अप उद्यमों की वित्त और अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए एक ही समाधान के रूप में कार्य करेगा। उन्होंने वित्तीय सेवा विभाग तथा सिडबी की, इस राष्ट्रीय नवान्वेषण वित्त कार्यक्रम की संकल्पना करने के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि निधि तथा अन्य सेवा प्रदाताओं के साथ स्टार्टअप के समेकन से देश में समावेशी नवान्वेषण माहौल पैदा करने में मदद मिलेगी।
यह विज्ञप्ति 1410बजे जारी की गई।