राष्ट्रपति ने कहा, केंद्रीय विद्यालयों को ज्ञान और शिक्षा के मंदिर बनने के लिए कार्य करना चाहिए
राष्ट्रपति भवन : 15.03.2016


नवान्वेषण उत्सव का तीसरा दिन कल (14 मार्च, 2016) राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा वर्ष 2016 के कुलाध्यक्ष पुरस्कार प्रदान करने के साथ संपन्न हो गया।

राष्ट्रपति ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों तथा अन्य गणमान्यों की उपस्थिति में तेजपुर विश्वविद्यालय को सर्वोत्तम विश्वविद्यालय तथा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रो. राकेश भटनागर तथा मोलेक्यूलर पैरासाइटोलॉजी समूह को क्रमश: अनुसंधान और नवान्वेषण के लिए कुलाध्यक्ष पुरस्कार प्रदान किए।

इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने सर्वोत्तम विश्वविद्यालय वर्ग में तेजपुर विश्वविद्यालय तथा अनुसंधान और नवान्वेषण दोनों में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को कुलाध्यक्ष पुरस्कार, 2016 जीतने पर बधाई दी और कहा कि ये पुरस्कार उनके वर्षों के कड़े प्रयास और परिश्रम का सम्मान है। उन्होंने कहा कि इन पुरस्कारों से केंद्रीय विश्वविद्यालयों और उनके शैक्षिक समुदायों को और श्रेष्ठ बनाने के लिए प्रेरणा और प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने उनका ज्ञान और शिक्षा के मंदिर बनने के लिए कार्य करने का आह्वान किया।

राष्ट्रपति ने कहा कि तेजपुर विश्वविद्यालय ने उनका यह विश्वास पुष्ट किया है कि पूर्वोत्तर क्षेत्र का उच्च शिक्षा परिदृश्य न केवल संभावनाओं से भरपूर है बल्कि अब इसे साकार भी किया जा रहा है। उन्हें विश्वास है कि हम जितना पूर्वोत्तर की रचनात्मकता का प्रयोग करेंगे उतना ही हम इस क्षेत्र और देश के विकास से लाभान्वित हो पाएंगे।

राष्ट्रपति ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को अनुसंधान और नवान्वेषण दोनों में पुरस्कार इस प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय के नवान्वेषण, अनुसंधान और सहयोग की गहनता का संकेत है। उन्होंने पुरस्कार विजेता टीमों के सदस्यों की उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सराहना की तथा अनुसंधान और नवान्वेषण के क्षेत्रों में निरंतर सफलता और प्रगति के लिए शुभकामनाएं दी।

यह विज्ञप्ति 1130बजे जारी की गई।

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