राष्ट्रपति भवन : 24.08.2016
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (24 अगस्त, 2016) प्रबंध विकास संस्थान, मुर्शिदाबाद के प्रथम दीक्षांत समारोह को संबोधित किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने संसद में इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते समय प्रबंध विकास संस्थान की स्थापना के लिए पहल की थी। आज प्रथम बैच के रूप में विद्यार्थी अपनी प्रबंधन उपाधियां प्राप्त कर रहे हैं इसलिए उन्हें अपने जीवन के इस महत्वपूर्ण क्षण को बांटकर प्रसन्नता हुई है। उनका सपना था कि मुर्शिदाबाद के लोग जागरूक, सुशिक्षित बनें जो देश में अपना सही स्थान प्राप्त कर सकें। उन्हें यह देखकर प्रसन्नता हुई है कि प्रबंध विकास संस्थान, मुर्शिदाबाद ने अच्छा प्रदर्शन किया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि प्रौद्योगिकी उन्नति की कुंजी है। अपनी उच्च शिक्षा प्रणाली में बेहतर ढांचा निर्मित करने के बावजूद कोई भी भारतीय विश्वविद्यालय सर्वोच्च विश्व वरीयता में शामिल नहीं है। वरीयता प्रक्रिया को गंभीरता से लेने के लिए संस्थानों को निरंतर प्रोत्साहित करने के बाद स्थिति में सुधार आया है। दो उच्च शिक्षा संस्थान वर्ष 2015 में विश्व के सर्वोच्च 100 में शामिल हुए हैं। वह भविष्य में और अधिक संस्थानों के उच्च वरीयता में शामिल होने की उम्मीद करते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि हमें अनुसंधान और नवान्वेषण पर बल देना चाहिए। एक ज्ञानपूर्ण समाज के बिना प्रगति संभव नहीं है। ज्ञान से प्रौद्योगिकी प्राप्त होती है और प्रौद्योगिकी से समृद्धि प्राप्त होती है।
इस अवसर पर मौजूद विशिष्टजनों में श्री केशरी नाथ त्रिपाठी, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल, श्रीमती हरसिमरत कौर बादल, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री, साध्वी निरंजन ज्योति, खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री, श्री संतोष कुमार गंगवार, वित्त राज्य मंत्री, श्री अब्दुल रज्जाक मौला, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग और बागवानी विभाग मंत्री, पश्चिम बंगाल सरकार, श्री जाकिर हुसैन, श्रम राज्य मंत्री, पश्चिम बंगाल सरकार, श्री अधिरंजन चौधरी, सांसद (लोक सभा), बरहामपुर तथा श्री अभिजीत मुखर्जी, सांसद (लोक सभा), जंगीपुर शामिल थे।
यह विज्ञप्ति1500 बजे जारी की गई।