राष्ट्रपति ने कहा, भारतीय सिनेमा भारत की अनेकता में एकता प्रतिबिम्बित करता है
राष्ट्रपति भवन : 03.05.2016

भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (03 मई, 2016) नई दिल्ली में 63वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्रदान किए।

इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि 1.2 बिलियन लोगों, 102 भाषाओं, 1800 बोलियों, अनेक पंथों, 3 प्रमुख जनजातियों, समूहों तथा विशाल विविधता वाला देश एक प्रशासनिक प्रणाली, एक संविधान तथा एक ध्वज के अंतर्गत कार्य कर रहा है। हमने बहिष्कार में नहीं बल्कि समावेशन में विश्वास किया। हमने अव्यवस्था पैदा करने के लिए कभी असहमति की छूट नहीं दी। राष्ट्रपति ने भारत की अनेकता में एकता को वास्तविक रूप से प्रतिबिंबित करने के लिए भारतीय सिनेमा के प्रति आभार व्यक्त किया।

राष्ट्रपति ने प्रसन्नता व्यक्त की कि वर्ष 2015के दौरान, भारतीय फिल्म उद्योग का टर्नओवर एक वर्ष पूर्व के रु. 126 बिलियन की तुलना में रु. 138 बिलियन था। उन्होंने कहा कि इससे न केवल घरेलू आय में वृद्धि हुई बल्कि विदेशी आय भी 2014 के रु. 8.6 बिलियन से बढ़कर रु. 9.6 बिलियन हो गया है।

राष्ट्रपति ने कहा कि श्री मनोज कुमार को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित करना सौभाग्यपूर्ण है। उन्होंने उन्हें अच्छे स्वास्थ्य और भारतीय फिल्म उद्योग में और अधिक वर्ष के लिए शुभकामनाएं दीं। राष्ट्रपति ने 28वां राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने के लिए जन सेवा प्रसारण न्यास के श्री राजीव मेहरोत्रा को भी बधाई दी।


यह विज्ञप्ति 2050 बजे जारी की गई

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