राष्ट्रपति ने कहा, आइए कुष्ठ रोग, इसके उपचार इसके रोगियों की देखभाल और पुनर्वास के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए हर संभव प्रयास करें
राष्ट्रपति भवन : 29.01.2016


भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी 30 जनवरी, 2016 को मनाए जा रहे रोकथाम कुष्ठ रोकथाम दिवस संदेश में कहा है कि हमें कुष्ठ रोग, इसके उपचार, रोगियों की देखभाल और पुनर्वास के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।

हिन्द कुष्ठ निवारण संघ को लिखते हुए, राष्ट्रपति ने कहा है, ‘मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि हिंद कुष्ठ निवारण संघ (भारतीय कुष्ठ संघ) प्रत्येक वर्ष महात्मा गांधी के बलिदान दिवस के साथ30 जनवरी को कुष्ठ रोकथाम दिवस मनाता है।

वर्षों से कुष्ठ रोग की बुराई मानवता पर एक कलंक रहा है। समर्थन और जानकारी प्रसार के लिए कुष्ठ के कारण सामाजिक भेदभाव से पीड़ित लोगों को सशक्त बनाने की आवश्यकता है।

कुष्ठ रोग से पीड़ित रोगियों के प्रति महात्मा गांधी के प्रेम और करुणा से सभी परिचित हैं। वह इस रोग के सामाजिक आयाम को जानते थे और उन्होंने कुष्ठ रोगियों को समाज के साथ पुन: जोड़ने के लिए अथक कार्य किया। कुष्ठ रोग से पीड़ित लोगों के सामाजिक बहिष्कार को समाप्त करने के उनके प्रयासों से इस रोग के बारे में जागरूकता फैली। कुष्ठ रोग के मामलों की पूर्ण पहचान, उपयुक्त उपचार तथा समान पहुंच तथा भौगोलिक रूप से विशिष्ट क्षेत्रों में एकीकृत कुष्ठ सेवाएं प्रदान करने की जरूरत है।

आइए कुष्ठ रोकथाम दिवस के अवसर पर, महात्मा गांधी की स्मृति के प्रति स्वयं को पुन: समर्पित करें तथा कुष्ठ रोग इसके उपचार,इसके रोगियों की देखभाल और पुनर्वास के बारे में जागरूकता फैलाने का हर संभव प्रयास करें। हमें कुष्ठ मुक्त भारत का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए भी सक्रिय कार्य करना चाहिए।

मैं हिंद कुष्ठ निवारण संघ तथा इस नेक कार्य से जुड़े सभी लोगों के प्रयासों के सफल होने की कामना करता हूं।

 

यह विज्ञप्ति 1200 बजे जारी की गई

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