राष्ट्रपति भवन : 29.05.2015
भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी कल (28 मई 2015) राष्ट्रपति भवन में, उनके साथ स्वीडन और बेलारूस की यात्रा पर जा रहे भारतीय व्यापारिक शिष्टमंडल के लगभग 50 सदस्यों तथा फिक्की और एसोचैम के प्रतिनिधियों से मिले।
भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, श्री बी.पी.राव सहित इन प्रतिनिधियों ने भारत में अपनी गतिविधियों तथा स्वीडन और बेलारूस यात्रा के दौरान अपनी योजनाओं से अवगत कराया।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति जी ने पिछले आधी सदी से अधिक अवधि के दौरान भारतीय व्यापारिक समुदाय के साथ अपनी मुलाकातों को याद किया। उन्होंने कहा कि उन्हें इस शिष्टमंडल में नए चेहरों, नए विचारों तथा नई परिकल्पना को देखते हुए खुशी हो रही है। वे निवेश जुटाने और नए अवसरों की खोज की उनकी योजनाओं से प्रभावित हुए। उन्हें यह देखकर खुशी हुई कि भारतीय शिष्टमंडल विश्वास तथा आशावाद से भरा हुआ है।
राष्ट्रपति जी ने कहा कि भारत तथा जिन दो देशों की यात्रा पर वे जा रहे हैं उनके बीच व्यापारिक तथा अकादमिक सहयोग की व्यापक संभावनाएं हैं। स्वीडन से सतत् विकास और नवान्वेषण की परिपाटियों से सीखने की भी संभावनाएं हैं। उन्होंने व्यापारिक समुदाय का आह्वान किया कि वे इस यात्रा के दौरान उनको प्राप्त अनुभव से लाभ उठाएं तथा उनका भारतीय परिस्थिति में उपयोग करें।
राष्ट्रपति मुखर्जी ने यह विश्वास व्यक्त किया कि व्यापारिक शिष्टमंडल तथा उन देशों के साथ संपर्क से दोनों देशों की जनता के बीच करीबी रिश्ते कायम होने में सहयोग मिलेगा तथा कहा कि विश्व भर में व्यापक अवसर भारत की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने व्यापारिक समुदाय का आह्वान किया कि वे इन देशों के साथ नए रिश्ते कायम करने के लिए भारत की जनसंख्या,मांग तथा लोकतंत्र से लाभ उठाएं।
इस वार्तालाप के दौरान श्रीमती ओमिता पॉल,राष्ट्रपति की सचिव, श्री नवतेज सिंह सरना,सचिव (पश्चिम) और विदेश मंत्रालय तथा राष्ट्रपति भवन एवं विदेश मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
यह विज्ञप्ति 1630 बजे जारी की गई।